Thursday, August 31, 2017

...जब दिल्‍ली के मुख्‍य बाजार में खड़ी एक कार में घुस गया अजगर

दिल्‍ली में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक व्‍यक्ति ने अपने कार के दरवाजे खोले तो उसमें एक बड़ा अजगर विश्राम करते मिला।
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'रूमाल गैंग' का आतंक, बेहोश करके लूट लेते हैं जूलरी

नई दिल्ली
दिल्ली में 'रूमाल गैंग' का खौफ बढ़ता जा रहा है। बदमाश न हथियार का इस्तेमाल करते हैं न ही छीना-झपटी करते हैं। बस रूमाल के बल पर वारदात को बड़ी ही आसानी से अंजाम देते हैं। बीते 24 घंटे में रूमाल गैंग की तरफ से अंजाम दी गई 3 वारदातों के बाद पुलिस भी टेंशन में है। इसमें एक छात्रा बेहोशी की हालत में पार्क में अस्तव्यस्त मिलीं। दूसरी घटना में महिला पार्क में बेहोश मिलीं, सारी जूलरी गायब थी। इसी तरह दवाई लेकर लौट रही महिला फुटपाथ पर बेहोश मिली। तीनों ही घटनाओं में पुलिस ने केस दर्ज कर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से मामले में सुराग तलाश रही है।

अशोक विहार में महिला से लूट
बुजुर्ग महिला अस्पताल से दवाई लेकर घर लौट रहीं थीं। रास्ते में ई रिक्शा सवारों ने रूमाल हिलाकर ऐसी गंध छोड़ी कि उनके सिर में दर्द उठा और चक्कर खाकर बेहोश हो गईं। कुछ घंटे बाद होश आया तो वह फुटपाथ पर पड़ी थीं। जो जूलरी पहने हुई थी, वह गायब थी। इस बाबत पुलिस को जानकारी दी गई। महिला के बयान पर भारत नगर थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के मुताबिक, 64 साल की राजवती परिवार के साथ वजीरपुर गांव, अशोक विहार में रहती हैं। बुधवार सुबह 10:30 बजे वह दीपचंद बंधु अस्पताल दवाई लेने गई थीं। लौटते वक्त अशोक विहार एरिया में बुनकर चौक के पास पहुंचीं तो ई-रिक्शा मिला। जिसमें पहले से एक औरत व दो आदमी बैठे थे। पीछे बैठी महिला ने पूछा कि माताजी कहां जाना है। राजवती ने कहा कि उन्हें वजीरपुर गांव तक जाना है। ई-रिक्शा सवारों ने कहा कि वे लोग भी उधर ही जा रहे हैं, पानी की टंकी के पास उतार देंगे।

राजवती ई रिक्शा में बैठ गईं। रिक्शा इंद्रलोक की तरफ चल दिया। राजवती ने ई-रिक्शा वाले से कहा कि उधर कहां ले जा रहे हो। लेकिन आरोपियों ने एक न सुनी। फिर एक सुनसान जगह पर ई-रिक्शा रोक दिया। ड्राइवर बोला कि खराबी आ गई है सभी को नीचे उतरना होगा। सवारियां व राजवती फुटपाथ पर बैठ गए। उसके बाद एक शख्स ने रूमाल निकाला। उसके बाद राजवती के सिर में दर्द व आंखों के सामने अंधेरा छा गया। उन्हें कुछ अजीब सा महसूस हुआ। जब होश आया तो सोने के टॉप्स व अन्य पहनी हुई जूलरी गायब मिली। बेहोशी की हालत में देख किसी ने पुलिस को सूचना दी। भारत नगर थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

पार्क में मिली बेहोश स्टूडेंट
मुंडका में 13 साल की स्टूडेंट अनामिका (बदला हुआ नाम) को रास्ते में एक महिला ने अचानक से रोका। रूमाल लहराया और फिर उसके बाद स्टूडेंट को होश नहीं रहा कि वह कहां है। जब होश आया तो अनामिका एक सुनसान सी जगह पर खुले मैदान में थीं। चलने फिरने लायक भी नहीं थीं। परिजन खोजते हुए पहुंचे। जब लड़खड़ाई जुबान से उन्होंने बताया तब मुंडका थाने की पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

2013 में एक गैंग पकड़ा गया था। वह गैंग नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर सक्रिय था। उनके मेंबर्स से पूछताछ में पता चला था कि जिस पाउडर को इस्तेमाल करते हैं उसे यूपी या दूसरे राज्यों में मेडिकल स्टोर से खरीद लेते हैं। वहां ये आसानी से मिल जाता है। इस केमिकल के जरिए माइंड आधा काम करना बंद कर देता है। बॉडी का नर्वस सिस्टम लूज हो जाता है। इसे हिप्नोटाइज करने में भी इस्तेमाल करते हैं। इसके जरिए कुछ देर के लिए शिकार बेसुध रहता है। इतने में ही गैंग जूलरी लूटकर फरार हो जाता है।

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72 हजार निवेशकों को फ्लैट दिलाने का रोडमैप तैयार, CM योगी की पहल

मंत्रियों की विशेष समिति ने प्राधिकरण अधिकारी, निवेशक और बिल्डरों के साथ बैठक कर निर्णय लिया कि दोनों बिल्डर फ्लैटों पर कब्जा देने तक निवेशकों से बाकी पैसा नहीं लेंगे।
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LG ने दिया भरोसा, जल्द सुलझेगा मोहल्ला क्लीनिक का मसला

उपराज्यपाल ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार एक महत्वपूर्ण सेवा है किसी भी सरकार का अपने नागरिकों को इसे प्रभावी ढंग से पहुंचाना लक्ष्य होना चाहिए।
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नाेटबंदी पर AAP ने केंद्र को घेरा, RBI की सालाना रिपोर्ट में खुली पोल

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बड़े जोर शोर के साथ नोटबंदी का फैसला लिया था और जबकि उस वक्‍त अरविंद केजरीवाल ने इसे देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया था।
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बेटी की बात सुनकर सन्न रह गई मां, खुल गई पिता की गंदी करतूतों की पोल

पुलिस ने किशोरी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। किशोरी ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि पिता ने उसे घर पर अकेला पाकर दुष्कर्म किया था।
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यूपीः अक्टूबर-नवंबर से शुरू हो सकती हैं हिंडन एयरबेस से नागरिक उड़ानें

वायुसेना ने इसकी सहमति दे दी है। इसके बाद हिंडन एयरबेस से नागरिक उड़ानें अक्टूबर या नवंबर से प्रारंभ होने की संभावना है।
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कंपनी का सर्वर हैक, बिटकॉइन से मांगी फिरौती

नई दिल्ली
एक पब्लिकेशन हाउस कंपनी के कंप्यूटरों से जुड़े सर्वर को हैक कर फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। हैकर्स ने सभी फाइलों को ब्लॉक कर फिरौती की शर्त रखी है। इस बारे में कंपनी की तरफ से क्राइम ब्रांच में केस दर्ज कराया गया है।

पुलिस के मुताबिक, पब्लिकेशन हाउस कंपनी दरियागंज में है। इस कंपनी के जनरल मैनेजर ने शिकायत में जिक्र किया है कि 9 अगस्त की सुबह जब कंपनी के कर्मचारी दफ्तर पहुंचे तो उन्होंने जैसे ही कंप्यूटर खोला सभी फाइलें ब्लॉक थीं। उसी समय कंप्यूटर स्क्रीन पर एक मेसेज आया, जिसमें बताया गया कि उनकी फाइलों को हैक कर लिया गया है।

फाइलों को वापस खोलने के लिए लाखों रुपये फिरौती की शर्त रखी। यह रकम बिटकॉइन के जरिये मांगी गई है। इसमें कहा गया है कि रकम नहीं मिलने तक वह उनके पूरे कंप्यूटर सिस्टम को हैक रखेंगे। इस बाबत जांच शुरू हो गई है।

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शख्स की कोर्ट से गुहार, मेरी बीवी वापस दिलवाइए

नई दिल्ली
एक शख्स ने कोर्ट से उसे उसकी पत्नी वापस दिलाए जाने की अपील की है। पति ने आरोप लगाया है कि वह अपनी पत्नी के प्रति उसके मायके वालों के जरूरत से ज्यादा प्यार और वैवाहिक जीवन में दखल से बहुत परेशान है। कड़कड़डूमा कोर्ट के प्रिंसिपल जज संजय गर्ग-1 ने याचिकाकर्ता की मांग पर उसकी पत्नी को नोटिस जारी करते हुए मामले में अगली सुनवाई के लिए 23 जनवरी 2018 की तारीख तय की है।

पेशे से रोबॉटिक इंजिनियर यचिकाकर्ता का आरोप है कि उनकी पत्नी के परिवार वालों के उनके वैवाहिक जीवन में बार-बार दखल देने और जरूरत से ज्यादा प्यार जताने की वजह से उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई है। ऐडवोकेट पीयूष जैन के जरिए हिंदू मैरिज ऐक्ट 1955 की धारा 9 के तहत याचिका दायर करते हुए उसने अदालत के सामने मांग रखी है कि उसकी पत्नी को ससुराल वापस लौटने और उसके साथ दांपत्य जीवन बिताने का निर्देश दिया जाए।
याचिकाकर्ता के मुताबिक, उसकी पत्नी कंपनी सेक्रटरी है और सालाना करीब 5 लाख रुपये कमा रही है। वह 3 मई से उससे अलग अपने मायके वालों के साथ रह रही है। दावा है कि वह बिना किसी कारण के उसके साथ रहने के लिए तैयार नहीं है और न ही उसे अपनी जिम्मेदारी का अहसास है। उसकी इस हरकत की वजह से वह मानसिक तनाव और प्रताड़ना से गुजर रहा है।

याचिका के मुताबिक, दोनों की शादी 25 जनवरी 2016 को बिना किसी दहेज के दिल्ली-हापुड़ रोड पर बने वेदांता फार्म हाउस में हुई थी। शादी के बाद वे दोनों कड़कड़डूमा कोर्ट के पास एजीसीआर एन्क्लेव में अपने घर पर रह रहे थे। उनकी पत्नी का मायका गाजियाबाद के स्वर्णजयंती पुरम में है। शादी के वक्त लड़के की उम्र 29 साल और लड़की की 26 साल बताई गई है। वे दोनों करीब सवा साल तक साथ-साथ रहे। याचिकाकर्ता का आरोप है कि इस बीच उनकी पत्नी एक बार प्रेग्नेंट भी हुई, लेकिन उसके मायके वालों की कथित लापरवाही की वजह से 3 महीने के भीतर ही उसका अबॉर्शन हो गया।

आरोप है कि आए दिन उसकी पत्नी के घरवाले किसी न किसी बहाने उसे अपने घर ले जाते हैं और जल्दी वापस लौटने नहीं देते। जाने से मना करने पर उसकी पत्नी लड़ती और फिर अपने घरवालों को बुलाकर काफी दिनों के लिए मायके चली जाती है। उसका यह भी कहना है कि उसने और उसके पैरंट्स ने मामले को प्यार से सुलझाने की कोशिश की, लेकिन न तो उसकी पत्नी और न उसके घरवाले इसके लिए तैयार हो रहे हैं।

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मोहल्ला क्लिनिक:'सुरक्षा उपायों के बाद ही फैसला'

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
एलजी अनिल बैजल ने दिल्ली सरकार की प्राइमरी हेल्थ सर्विस का समर्थन करने का आश्वासन दिया है। एलजी ने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक पर फैसला पर्याप्त सुरक्षा उपायों को शामिल करके किया जाएगा, ताकि स्कीम में कोई गड़बड़ी ना हो पाए। गुरुवार को एलजी हाउस में सीएम अरविंद केजरीवाल सहित दिल्ली कैबिनेट और अधिकारियों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए एलजी ने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक स्कीम को लागू करते वक्त इस बात पर पूरी तरह से ध्यान दिया जाए कि स्कीम पारदर्शिता के साथ अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े। साथ ही यह प्रोग्राम ज्यादा प्रभावी हो सके।

उन्होंने कहा कि हमेशा दिल्लीवासियों के हेल्थ सर्विस सिस्टम को मजबूत बनाने की पहल का उन्होंने समर्थन किया है। एलजी ने बताया कि पद संभालने के कुछ दिनों के बाद ही उन्होंने स्कूलों के लिए तय जमीन पर मोहल्ला क्लिनिक बनाने की मंजूरी दी थी। एलजी हाउस की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में कहा गया है कि मीटिंग में सरकार के हेल्थ सेक्रटरी ने बताया कि मोहल्ला क्लिनिकों को लेकर काफी शिकायतें मिली हैं। जैसे कि मोहल्ला क्लिनिक के लिए जगह का चुनाव करने के लिए कोई पारदर्शी तरीका नहीं होना, जगह का किराया मार्केट के किराये से ज्यादा होना, पार्टी कार्यकर्ताओं का परिसर किराये पर लेना, क्लिनिक की जगह और मौजूदा डिस्पेंसरी का कोई तालमेल नहीं होना, क्लिनिक चलाने के लिए 4 घंटे काफी नहीं होना, मरीजों का कोई सही रेकॉर्ड नहीं होना। इससे डॉक्टरों की पेमेंट का फैसला करने में समस्या आ रही थी।

एलजी की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में सीएम अरविन्द केजरीवाल, डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया, हेल्थ मिनिस्टर सत्येन्द्र जैन, मुख्य सचिव, प्रधान वित्त सचिव, सतर्कता सचिव और हेल्थ सचिव सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

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सगे भाइयों पर डॉगी के रेप और हत्या का आरोप

नई दिल्ली
दो सगे भाइयों पर 7 महीने की एक डॉगी का रेप करके उसकी हत्या करने का आरोप लगा है। इस मामले में डॉगी के शव का पोस्टमॉर्टम करा दिया गया है। उसमें मौत का कारण अधिक खून बहना बताया गया है। पुलिस का कहना है कि अभी हम इस मामले में कुछ और डॉक्टरों की सलाह ले रहे हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद उसी तरह से कार्रवाई की जाएगी। अगर डॉक्टरों की रिपोर्ट में यह पता लगा कि फीमेल डॉगी के साथ रेप किया गया था, तब इस मामले में अप्राकृतिक संबंध बनाने वाले मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा। फिलहाल जानवरों पर अत्याचार करने के तहत एफआईआर की गई है। लेकिन दोनों आरोपी भाइयों को फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया गया है।

मामला वेस्ट दिल्ली के नारायणा थाना इलाके में 25 अगस्त का है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में जो शिकायतकर्ता है। वह आरोपियों के ही ताऊ का लड़का है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि 25 अगस्त की शाम 7:30 बजे जब वह अपने घर आ रहा था, तब उसे पता लगा कि एक स्ट्रीट डॉग का पपी गायब है और उसके साथ दो सगे भाइयों ने रेप करके उसे मार दिया है। इसके बाद डॉगी की खोजबीन शुरू की गई। वह एक जगह गंभीर हालत में बेसुध मिली। उसे तुरंत संजय गांधी ऐनिमल केयर सेंटर ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने बताया कि वह मर चुकी है।

इसके बाद डॉगी के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। रिपोर्ट में मौत का कारण खून अधिक बहना बताया गया। पुलिस का कहना है कि अभी तक की जांच में ऐसा कुछ सामने नहीं आया है, जिससे लगे कि आरोपी भाइयों ने डॉगी के साथ रेप किया था। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस इस मामले में डॉक्टरों से सलाह ले रही है कि क्या ऐसा किया गया हो सकता है। पुलिस का कहना है कि जांच में पता लगा है कि वह डॉगी गली में कई लोगों को काट चुकी थी और घायल भी थी। इन दोनों भाइयों ने उसे पास के ही एक ढाबे के पास छोड़ दिया था। इसके बाद इन लोगों को पता नहीं कि उसका क्या हुआ। उन्हें तब पता लगा कि जब पुलिस उनके पास पहुंची। पुलिस का कहना है कि अगर इन दोनों भाइयों ने डॉगी के साथ गंदा काम किया होगा तो इन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

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केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को छला: मनोज तिवारी

नई दिल्ली
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल सरकार और डीईआरसी ने दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात किया है। सीधे तौर पर तो बिजली की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं दर्शाई गई है, लेकिन फिक्स्ड सरचार्ज की दरों में बदलावों से बिजली कंपनियों को 35 से 40 करोड़ का फायदा पहुंचेगा।

तिवारी ने आरोप लगाया कि पिछले 31 महीनों में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में बिजली की दरें घटाने के लिए कोई कोशिश नहीं की, उल्टे बिजली कंपनियों के खातों की जांच के नाम पर छलावा किया गया। बीजेपी नेता ने कहा कि केजरीवाल सरकार चाहती तो केवल रिटर्न ऑन इक्विटी को मौजूदा बैंक दरों के हिसाब से घटाकर 10 से 15 फीसदी तक की कटौती कर सकती थी। आज बैंक ब्याज दरें 5 साल पहले के मुकाबले काफी कम हैं, लेकिन सरकार बिजली कंपनियों पर इतनी मेहरबान है कि 2010 की बैंक दरों के आधार पर ही बिजली कंपनियों को रिटर्न ऑन इक्विटी दे रही है।

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Wednesday, August 30, 2017

'गरीबों के मकानों की फाइल मंजूर करें LG'

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
सीएम अरविंद केजरीवाल ने एलजी से अपील की है कि झुग्गियों में रहने वाले लोगों को मकान देने की पॉलिसी को मंजूरी दे दें। उनका कहना है कि सरकार जहां झुग्गी, वहां मकान बनाए जाने की योजना पर तेजी से काम शुरू करना चाहती है। जेजे बस्ती दीनदयाल कैंप पंजाबी बाग में कम्युनिटी टॉयलेट शुरू करते हुए सीएम ने कहा कि पिछले कई महीने से एलजी के पास फाइल भेजी हुई है। एलजी फाइल को रोककर क्यों बैठे हुए हैं? सीएम ने कहा कि अगर एलजी आज साइन कर दें तो कल से मकान बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। दिल्ली सरकार इस योजना के लिए पैसे देने को तैयार है, लेकिन एलजी की मंजूरी मिलनी बाकी है।

सीएम ने कहा कि गरीबों के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए। गरीबों को मकान मिलेंगे तो वे दुआएं देंगे। गरीबों की दुआएं भी लगती हैं और बद्दुआ भी। सीएम ने कहा कि वह हाथ जोड़कर एलजी से अपील करते हैं कि झुग्गी वालों के लिए जो पॉलिसी बनाई है, उसे मंजूर किया जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले दो-ढाई साल में झुग्गी टूटने नहीं दी है। सरकार ने जहां झुग्गी वहां मकान योजना तैयार की है, ताकि झुग्गी के आसपास ही लोगों को मकान दिए जा सकें। कोर्ट में भी दिल्ली सरकार ने लड़ाई लड़ी है, लेकिन लोगों को बेघर नहीं होने दिया है। डीडीए समेत कई एजेंसियों की तोड़फोड़ को रुकवाई गई है। उन्होंने कहा कि वह यह वादा करते हैं कि झुग्गी वालों को मकान बनाकर देंगे। उन्होंने कहा कि वह पिछले हफ्ते एलजी से भी मिले थे और उनसे कहा था कि अगर फाइल में कोई कमी है तो बताया जाए, वह अफसरों को बुलाकर हर कमी को दूर करवाएंगे। मगर, कोई जवाब नहीं मिल रहा है। सीएम ने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक की फाइल भी 4 महीने से रुकी हुई है और फाइल को मंजूरी नहीं दी जा रही है।

सीएम ने कहा कि पिछले दो साल में 12000 टॉयलेट बनाए गए हैं और 7000 टॉयलेट दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएंगे। अगले साल मार्च तक सभी जेजे बस्तियों में टॉयलेट बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज तक किसी सरकार ने जेजे बस्तियों में रहने वालों की परेशानियों को दूर करने की कोशिश नहीं की। केवल चुनाव के समय ही गरीबों को याद किया जाता है।

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सावधान! फर्जी ड्राइवर तो नहीं चला रहा कैब!

नई दिल्ली
ऐप के माध्यम से कैब बुक कराने वाले ध्यान दें! हो सकता है कि जिस कैब की आपने बुकिंग की है उस कैब को वह ड्राइवर ना चला रहा हो जिसकी फोटो समेत पूरा प्रोफाइल कैब कंपनी के पास रजिस्टर्ड है और उसका कंपनी ने पुलिस वेरिफिकेशन भी करा रखा है। मुमकिन है कि उस असली रजिस्टर्ड ड्राइवर की जगह उसका कोई दोस्त या जानकार उस कैब को चला रहा हो और उसका आपराधिक रिकॉर्ड भी हो। जी हां, अभी तक की पुलिस जांच में कैब कंपनियों के सिस्टम में यह एक बड़ी खामी पाई गई है।

पुलिस को पता लगा है कि कंपनियों के पास ऐसा कोई सिस्टम नहीं है जिसमें वह यह पता लगा सकें कि जो ड्राइवर उनके पास रजिस्टर्ड है, कंपनी की ओर से प्रत्येक बुकिंग लेने से पहले उनके कस्टमर को वही ड्राइवर अपनी सेवाएं दे रहा है। कस्टमर की सुरक्षा में लापरवाही के इस मामले को पुलिस बेहद गंभीरता से ले रही है।

इस बात का खुलासा साउथ दिल्ली पुलिस की उस जांच में हुआ है। एटीएस ने एक के बाद एक-एक करके लग्जरी कारों को चुराने वाला एक हाई प्रोफाइल गैंग के 9 सदस्यों को पकड़ा था। इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को इनके बारे में तमाम जानकारियां दी थी। इसके एक दिन बाद बुधवार को पुलिस पूछताछ में पता लगा है कि कार चुराने वाले 9 आरोपियों में से एक जितेंद्र कुमार (37) के पास उक्त कैब कंपनी की कार भी मिली। इसने बताया कि कई बार वह अपनी गाड़ी को किसी और को भी चलाने के लिए दे देता था। ऐसा वह कंपनी से आने वाली बुकिंग लेने के लिए करता था। क्योंकि कई बार उसे कार चुराने के लिए इधर से उधर भटकना पड़ता था। ऐसे में वह अपने दोस्तों को कैब चलाने के लिए दे देता था। जबकि जिस दोस्त को वह कैब चलाने के लिए देता था, वह भी कार चोरी मामले में दो बार जेल में बंद हो चुका है और उसका पूरा आपराधिक रिकॉर्ड है। लेकिन वह भी ऐप बेस्ड कैब कंपनी को अपनी सेवाए देता था।

पुलिस का कहना है कि उन्हें कंपनी से यह बात करके गहराई से तहकीकात करनी होगी कि उनके पास असली और नकली ड्राइवर को पहचनाने का क्या सिस्टम है। केवल गाड़ी में जीपीएस लगना ही काफी नहीं है। बल्कि यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि क्या प्रत्येक बुकिंग लेने से पहले उनकी कंपनी में जो ड्राइवर रजिस्टर्ड है वह असली भी है या नहीं। क्योंकि, जगरूक कस्टमर तो असली ड्राइवर को पहचान लेगा। लेकिन कई बार ऐसे कस्टमर भी होते हैं जो केवल बुकिंग होने के बाद गाड़ी में सवार हो जाते हैं और फिर यह नहीं देखते कि उनकी कैब का ड्राइवर वही है जिसकी फोटो उनके मोबाइल में कैब बुक कराते वक्त आई थी।

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अब मोहल्ला क्लिनिक पर LG बनाम केजरीवाल

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
मोहल्ला क्लिनिक की फाइल अप्रूवल को लेकर दिल्ली सरकार ने एलजी हाउस के दावों पर सवाल उठाए हैं। एलजी हाउस की ओर से बयान जारी कर कहा गया था कि यह मामला विजिलेंस डिपार्टमेंट की जांच के दायरे में है। दिल्ली सरकार ने साफ किया है कि मोहल्ला क्लिनिक शुरू करने की फाइल मई में एलजी को भेजी गई थी। उसके बाद एलजी ने दो महीने बाद इन फाइलों को विजिलेंस डिपार्टमेंट के पास मार्क कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि विजिलेंस डिपार्टमेंट ने इस मसले पर फाइल से जुड़ी आपत्तियों को मिनिस्टर इन्चार्ज और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया को दिखाने से मना कर दिया। रिमाइंडर भेजने के बाद भी फाइल नहीं दिखाई गई।

यह भी पढ़ें: 'एलजी ऑफिस में मोहल्ला क्लिनिक की फाइलें लंबित नहीं'

दिल्ली सरकार की ओर से बताया गया है कि बुधवार को सीएम ने फोन पर एलजी से रिक्वेस्ट की थी कि वह अपने मंत्रियों के साथ राज निवास आना चाहते हैं, ताकि इस मसले का हल हो सके लेकिन एलजी ने सीएम की इस रिक्वेस्ट को नहीं माना। सरकार का कहना है कि मोहल्ला क्लिनिक को लेकर झूठी शिकायतें की गईं और विपक्ष के कुछ नेताओं की ओर से सौंपी गई शिकायत के आधार पर विजिलेंस डिपार्टमेंट ने ऑब्जेक्शन लगाए। इन शिकायतों में एक भी पॉइंट ऐसा नहीं था, जिनके आधार पर मोहल्ला क्लिनिक के प्रॉजेक्ट को रोका जा सकता हो।

LG ऑफिस में 40 विधायकों के साथ सौरभ भारद्वाज ने किया कैंप
आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज की अगुआई में पार्टी के 40 से ज्यादा विधायकों ने गुरुवार को एलजी हाउस में कई घंटे तक कैंप किया। दरअसल भारद्वाज ने मोहल्ला क्लिनिक के मसले पर बातचीत के लिए एलजी से वक्त मांगा था। दूसरी तरफ एलजी अनिल बैजल ने AAP विधायकों पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भारद्वाज ने 4 विधायकों के साथ मिलने के लिए वक्त मांगा था लेकिन वह 40 से ज्यादा विधायकों के साथ एलजी हाउस पहुंचे।

मेरे पास कोई फाइल लंबित नहीं: LG
एलजी ने 'आप' विधायकों के व्यवहार को अनुचित करार दिया और मोहल्ला क्लिनिक की फाइल पर सफाई भी दी है। एलजी हाउस की ओर से कहा गया कि मोहल्ला क्लिनिक से संबंधित कोई भी फाइल एलजी ऑफिस में नहीं है। एलजी हाउस की ओर से बताया गया कि देर शाम तक 'आप' के 40 से अधिक विधायक एलजी हाउस के कॉन्फ्रेंस हॉल पर कब्जा जमाए बैठे हुए थे। मोहल्ला क्लिनिक से संबंधित कई शिकायतें उनके पास आईं थी। इन शिकायतों की जांच विजिलेंस विभाग के दायरे में हैं।

LG ऑफिस में ही हैं फाइलें: दिल्ली सरकार
सरकार का कहना है कि अभी भी ये फाइलें एलजी हाउस के दायरे में ही हैं और ये फाइलें मिनिस्टर को भी नहीं दिखाई जा रही हैं। इसके बाद भी यह गलतबयानी की जा रही है कि फाइल सरकार के पास पेंडिंग है। सरकार का कहना है कि मोहल्ला क्लिनिक के प्रॉजेक्ट को देश-विदेश में सराहा गया है लेकिन इसके बाद भी इस प्रॉजेक्ट की राह में रोड़े अटकाए जा रहे हैं। इस समय दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिक की बहुत जरूरत है।

गोरखपुर जैसी त्रासदी का इंतजार नहीं कर सकते: सिसोदिया
सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि मोहल्ला क्लिनिक को लेकर कोई पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए। यह दो करोड़ दिल्ली वालों के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है। एलजी को इन फाइलों को तुरंत क्लियर करना चाहिए। डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में गोरखपुर जैसी त्रासदी होने का इंतजार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सीएम किसी भी समय इस मसले पर एलजी से बातचीत करने के लिए तैयार हैं।

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मोहल्ला क्लिनिक बड़ा घोटाला: माकन

नई दिल्ली
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन का आरोप है कि मोहल्ला क्लिनिक एक बड़ा घोटाला है। 'आप' सरकार ने राजधानी में पहले से चलने वाली 1300 डिस्पेंसरियों को नजरअंदाज करके मोहल्ला क्लिनिक शुरू किए।

माकन ने आरोप लगाया कि ये क्लिनिक 'आप' कार्यकर्ताओं की बिल्डिंगों में चलाए जा रहे हैं। उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए मार्केट से कई गुना ज्यादा किराया दिया जा रहा है। माकन ने कहा कि उन्होंने इस मामले में एक सर्वे कराकर पता लगाया था कि किस तरह से मोहल्ला क्लिनिकों में घोटाला हो रहा है। एलजी और सीबीआई से भी जांच कराने की मांग की गई थी।

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'मोहल्ला क्लिनिक की फाइल LG ऑफिस में नहीं'

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
एलजी ने 'आप' विधायकों के व्यवहार को अनुचित करार दिया और मोहल्ला क्लिनिक की फाइल पर सफाई भी दी है। एलजी हाउस की ओर से कहा गया कि मोहल्ला क्लिनिक से संबंधित कोई भी फाइल एलजी ऑफिस में नहीं है। एलजी हाउस की ओर से बताया गया कि देर शाम तक 'आप' के 40 से अधिक विधायक एलजी हाउस के कॉन्फ्रेंस हॉल पर कब्जा जमाए बैठे हुए थे। मोहल्ला क्लिनिक से संबंधित कई शिकायतें उनके पास आईं थी। इन शिकायतों की जांच विजिलेंस विभाग के दायरे में हैं।

एलजी हाउस की ओर से कहा गया है कि 'आप' विधायक सौरभ भारद्वाज ने मोहल्ला क्लिनिक से जुड़े मामले में बातचीत करने के लिए बुधवार दोपहर 2.30 बजे का समय लिया था। उन्हें 4 विधायकों के साथ एलजी से मिलने का समय दिया गया था। मगर, भारद्वाज की अध्यक्षता में 45 विधायकों का दल एलजी हाउस के सामने जमा हो गया और एलजी से मिलने की मांग करने लगे। एलजी को कोर्ट की सुनवाई में जाना था। सुनवाई दोपहर 3 बजे होनी थी। उसके बावजूद भी उन्होंने सारे प्रतिनिधियों से कॉन्फ्रेंस हॉल में मिलने के लिए सहमति जताई। तब तक 2 बजकर 50 मिनट हो चुके थे। शुरू में विधायकों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में मोहल्ला क्लिनिकों के न खुलने पर चिंता जताई। एलजी ने सभी विधायकों को बड़े ध्यान से सुना और उसके बाद मौजूदा स्थिति की जानकारी दी।

एलजी हाउस की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि दुर्भाग्यवश विधायकों का रवैया बेहद खराब और असंतोषपूर्ण हो गया। एलजी के एक-एक बात की जानकारी का ब्योरा दिए जाने के बाद भी विधायकों का अशिष्ट व्यवहार जारी रहा। एलजी हाउस में इस मामले से संबंधित कोई भी फाइल नहीं है। इस मामले पर स्वास्थ्य मंत्री के उचित रूप से प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। शाम 5 बजे वीकली मीटिंग में भी सीएम शामिल नहीं हुए।

आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक से संबंधित कैबिनेट के फैसले की फाइलें और उनके कामकाज से संबंधित शिकायतों की फोटो कॉपी 5 जुलाई 2017 को मुख्यमंत्री को उनके विचार एवं शिकायतों को ध्यान में रखते हुए पुनः प्रस्तुत करने के लिए भेज दी गईं। अब तक ये फाइलें एलजी सचिवालय को दोबारा नहीं भेजी गई हैं। यह भी ध्यान देने योग्य है कि सीएम ने 23 अगस्त, 2017 को एक बैठक की थी जिसमें नए मोहल्ला क्लिनिकों की स्थापना के लिए जमीन की उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा की गई थी। मौजूदा समय में एलजी के पास मोहल्ला क्लिनिक से संबंधित कोई फाइल लंबित नहीं है।

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मोहल्ला क्लीनिक को लेकर बढ़ा विवाद, एलजी हाउस के बाहर भारी पुलिस बल तैनात

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को संबोधित करते हुए कहा कि जनतंत्र संवाद से चलता है, पुलिस से नहीं।
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डेंगू से पीड़ित प्रियंका गांधी की तबीयत में सुधार, अस्‍पताल से मिली छुट्टी

डेंगू से पीड़ित प्रियंका वाड्रा गांधी की तबीयत में सुधार के बाद उन्हें सर गंगाराम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।
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सरकारी स्कूलों में एक सितंबर को पीटीएम, सरकार ने छात्रों को दी सौगात

सिसोदिया ने कहा कि आम तौर पर माता-पिता में से कोई एक ही पीटीएम में आते हैं, लेकिन इस बार दोनों आएं, चाहे उनका बच्चा नर्सरी में पढ़ता हो या 12वीं में।
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आखिर खुल ही गया चोटी काटने का रहस्य, पब्लिक के साथ पुलिस भी हैरान

शहर में चोटी कटने की अफवाह तेजी फैल रही है। अफवाह का लाभ उठाकर किशोरी ने शनिवार को कैंची से अपनी चोटी काट दी।
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लड़की को बेहोश कर युवक ने रात भर किया दुष्कर्म, सुबह होश में आने पर...

रात करीब 2 बजे योगेश ने किशोरी को कोई नशीला पदार्थ सुंघा दिया, जिससे वह बेसुध हो गई। इसके बाद उसे उठाकर खेतों में ले गया और दुष्कर्म किया।
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बच्चों की न्यूड फोटो न हो सोशल साइटों पर वायरल, पॉक्सो एक्ट के तहत हो सकती है कार्रवाई

सोशल साइटों पर दिनों दिन आपत्तिजनक कंटेंट बढ़ रहा है। इसका हिस्सा अब छोटे बच्चे भी बनने लगे हैं।
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आइजीआइ एयरपोर्ट की सुरक्षा पर सवाल, कैमरे नहीं ले पा रहे स्पष्ट तस्वीर

सुरक्षा एजेंसियों ने पुराने कैमरों की जगह उच्च तकनीक वाले कैमरे लगाने पर जोर दिया है। लंबा समय बीत जाने के बावजूद इस दिशा में अभी तक कोई कवायद नहीं की गई है।
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केजरीवाल पर फिर हमलावर हुए कपिल, सामने आई 'बंटी-बबली और केजरीवाल'

कपिल ने इस बार एक किताब के जरिए दिल्ली सरकार पर निशाना साधा और उस किताब का नाम दिया है 'बंटी-बबली और केजरीवाल'।
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कोठी से निकली कार के नीचे आई 5 साल की बच्ची

नई दिल्ली
औरंगजेब रोड पर एक फाइव स्टार होटल के मालिक की कोठी से निकली कार उनके दरवाजे के बाहर खेलती 5 साल की गरीब बच्ची पर चढ़ गई। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालत स्थिर है। उसकी छाती और पेट का एक हिस्सा कार के टायर के नीचे आ गया।

गनीमत रही कि उसी कोठी के पास मौजूद एक अन्य ड्राइवर विक्रम ने बच्ची पर टायर चढ़ते देख लिए और शोर मचा दिया। उसके चिल्लाने पर ड्राइवर ने ब्रेक लिए। वे घायल बच्ची को ऑटो से कलावती अस्पताल ले गए।

तुगलक रोड पुलिस ने आरोपी ड्राइवर अनंग पाल के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का केस दर्ज कर लिया है। हादसा 28 अगस्त की शाम कोठी नंबर 21 ए के सामने हुआ। बच्ची का नाम रागिनी बताया जा रहा है, जो तुगलक लेन की झुग्गी बस्ती में रहती है। वह अन्य बच्चों के साथ कोठी के बाहर खेल रही थी, तभी अंदर से निकली कार के नीचे आ गई।

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लुटेरों से भिडंत में लथपथ हुई पत्नी पर...

नई दिल्ली
राजधानी में क्राइम 'कंट्रोल' करने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है, पर अफसोस कि यह काम सिर्फ कागजों में किया जा रहा है, वह भी सच से आंखें फेरकर! अपराधियों पर लगाम कसने के बजाए दिल्ली पुलिस अपराध पीड़ितों के बयान पर ही 'लगाम' लगा रहे हैं। उनके बयान में हेर-फेर करके लूट जैसे संगीन अपराध को भी चोरी की धारा में दर्ज कर रहे हैं।
ऐसी ही सनसनीखेज वारदात करोल बाग में रानी झांसी रोड पर हुई, जहां एक महिला अपने पति से मोबाइल छीनकर भागने की कोशिश कर रहे बाइक सवार दो बदमाशों से भिड़ गई।

महिला ने एक बदमाश को पहले टी-शर्ट से पकड़ खींचा, फिर उनकी बाइक पकड़ ली। इस बीच बदमाशों ने उनके सिर पर किसी नुकीली चीज से वार किया, जिससे वह खून से लथपथ हो गईं। बावजूद इसके उन्होंने बाइक नहीं छोड़ी। ऐसे हालात में पति ने बदमाशों को छोड़ पत्नी को संभाला। बाइकर्स मौका मिलते ही भाग गए।

दिनदहाड़े हुई वारदात को देशबंधु गुप्ता रोड पुलिस ने चोरी की धारा 379/34 में दर्ज किया है। घायल महिला गीता कपूर ने बताया कि उन्होंने थाने जाकर पुलिस को पूरा घटनाक्रम साफ-साफ बताया था और रॉबरी का मुकदमा दर्ज करने की गुजारिश की थी, ताकि पुलिस संगीन अपराध में शामिल बदमाशों को पकड़ने के गंभीर प्रयास करे और उनके जुर्म की कड़ी से कड़ी सजा मिल सके, लेकिन चोरी का केस दर्ज होने से उन्हें हैरानी हो रही है।

गीता और उनके पति रजत कपूर(37) गोविंदपुरी एक्सटेंशन में रहते हैं। रजत कम्प्यूटर हार्डवेयर का काम करते हैं। 29 अगस्त की दोपहर 12:30 बजे पत्नी के साथ पहाड़ी धीरज इलाके में रिश्तेदार से मिलने गए थे। कार को रानी झांसी रोड पर पार्क किया था। रिक्शा लेने के लिए रोड पर खड़े थे, तभी बाइक सवार दो युवकों ने रजत के हाथ से आई-फोन छीन लिया और भागने लगे। उस समय गीता ने बाइक सवार एक बदमाश की टी-शर्ट पकड़ खींची और फिर बाइक का पिछला हिस्सा भी उनके हाथ आ गया। गीता का कहना है कि बदमाशों ने खींचतान के दौरान किसी चीज से उनके सिर पर वार किया, जिससे उन्हें बहुत खून बहने लगा। इस वजह से उनके पति को उन्हें संभालना पड़ा और बदमाश उनके चंगुल से छूट भागे।

इस तरह बदले बयान, बनाया चोरी का केस!
आरोप है कि पुलिस ने इस वारदात को चोरी का केस बनाने के लिए बयान में हेर-फेर किया। बयान में लिखा है कि बदमाशों ने रजत के हाथ से फोन ले लिया और भागने लगा। उस समय गीता ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो कोई नुकीली चीज उनके सिर में लग गई। इस बयान से जाहिर हो रहा है कि रजत ने अपना फोन खुद बदमाशों को दिया और गीता को भी अपने आप चोट लग गई। कानून के जानकारों का कहना है कि कल तक पुलिस लूट के मामलों को स्नैचिंग की धारा में दर्ज कर रही थी, लेकिन उससे भी आकड़ों में 'क्राइम कंट्रोल' होता नहीं दिख रहा है, तो रॉबरी के केस चोरी में दर्ज किए जा रहे हैं।

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बाबाओं का 'मायाजाल', ऐसे फंसते हैं ग्राहक

नई दिल्ली
दिल्ली में भी बाबाओं के अंधविश्वास का 'मायावी जाल'फैला हुआ है । जो एक बार फंसा, कुछ न कुछ गंवा कर ही लौटा। रेप में राम रहीम जेल चला गया। दिल्ली में हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट के लिए चर्चित इच्छाधारी बाबा फ्रॉड केस में जेल पहुंच गया। दिल्ली के कई बड़े बाबाओं पर रेप, ठगी, उगाही जैसे गंभीर आरोप लगते रहे हैं। इनमें रजनीश ग्रोवर, इच्छाधारी बाबा, सोने के आभूषणों वाले बाबा का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। लाखों लोग आंख मूंद कर इनकी भक्ति में हैं। मगर इनके अलावा भी दिल्ली में ऐसे बाबाओं की भरमार है जो जादू-टोना, तंत्र-मंत्र के नाम पर गली मोहल्लों में अपना बिजनेस फैलाए हुए हैं। पेश है विशाल आनंद शर्मा की खास रिपोर्ट-

आस्था की आड़
इच्छाधारी बाबा उर्फ हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट बाबा का नाम फेमस है। वह नागों के साथ घूमने और नागिन डांस को लेकर हमेशा चर्चा में रहता था। 2010 में इसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब पता चला था कि बाबा हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाता है। उसके सेक्स रैकेट में करीब 500 से अधिक हाई प्रोफाइल वाली लड़कियां हुआ करती थीं। उस वक्त बाबा करीब 20,000 करोड़ का मालिक बताया जाता था। उसके पास नेता से लेकर तमाम अफसर आते थे। लेकिन जेल से छूटने के बाद एक बार फिर भीमानंद महाराज उर्फ राजीव रंजन उर्फ शिवा ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

इच्छाधारी बाबा
सत्संग के नाम पर महिला भक्तों के साथ रेप और उन्हें ब्लैकमेल करने के आरोप में रजनीश ग्रोवर गिरफ्तार हो चुका है। रजनीश खुद को भगवान का अवतार कहता था। राजस्थान की महिला ने उसकी शिकायत की थी। आरोप था कि रजनीश अश्लील फोटो के जरिए ब्लैकमेल करके उसे अपने आश्रम में बुलाता था। 6-7 महिलाएं इस काम में उसका साथ देती थीं। दिल्ली के छतरपुर में उसका फार्महाउस है। पीड़ित महिला जयपुर के एक करोड़पति परिवार की थी। उस परिवार ने शोरूम का उद्घाटन करने के लिए उसको जयपुर बुलाया था।

फंसते रहे हैं बाबा-
जनवरी 2013
हौज काजी में तांत्रिक गिरफ्तार हुआ। घर में पति की आत्मा भटकने की बात कहकर महिला से लाखों रुपये ठग लिए थे।

अप्रैल 2015
कल्याणपुरी में झाड़-फूंक के बहाने तांत्रिक ने लड़की से रेप किया।

अगस्त 2015

सीआर पार्क के पॉश एरिया की फॉर्चूनर कार सवार महिला आधी रात को श्मशान पहुंची। पति से तलाक हो गया था। महिला चार लोगों के साथ कार से अलीपुर स्थित यमुना किनारे बसे तिगरीपुर गांव के श्मशान घाट पहुंची। दो बकरे थे। तांत्रिक के कहने पर दो बकरों की बलि दी। वहीं पर मांस पकाया और खाने की कोशिश की। इस बीच गांव वालों को भनक पड़ गई। पुलिस बुलानी पड़ी।

अगस्त 2015
कनाडा से पिता की वापसी करवाने का दावा कर एक हाई प्रोफाइल महिला से तांत्रिक ने पहले ठगी की, फिर सेक्स के लिए दबाव बनाया। दरियागंज में दर्ज केस में तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया था। महिला समाचार पत्र में तांत्रिक के विज्ञापन देखकर संपर्क में आई थी। तांत्रिक ने दरियागंज ऑफिस बुलाया। काले इल्म के लिए 7100 रुपये ले लिए। तीन बकरे की बलि देने के लिए रकम मांगी। फिर गोल्ड जूलरी भी ऐंठ ली। शारीरिक संबंध बनाने के लिए भी कहा।

नवंबर 2015

नरेला में एक महिला से तांत्रिक ने रेप किया, जिसे गिरफ्तार किया गया। महिला की बेटी दो साल से लापता थी। बच्ची को बहुत तलाशा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। एक तांत्रिक से संपर्क हुआ। पांच शनिवार तक लगातार उसके पास आने के लिए कहा। एक दिन घर में अकेले तांत्रिक ने भूत-प्रेत का डर दिखाकर रेप कर दिया।

मार्च 2016
पालम में एक महिला ने तांत्रिक बाबा पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। आरोप था कि घर में ही पूजा-पाठ के बहाने वारदात की।

अप्रैल 2017
गुंथे हुए आटे में जूलरी का झांसा देकर तांत्रिक हुआ फरार। यह मामला बेगमपुर का था।

मई 2017
जादू-टोने के शक में बेटे ने की मां की चाकू घोंपकर हत्या। यह केस पालम का था। बेटे को शक था कि उसकी मां घर में जादू टोना करती है।

जुलाई 2017
जादू-टोने के शक में सफाईकर्मी को गोली मारी। यह केस मंगोलपुरी इलाके का था।

ऐसे फंसते हैं जाल में ग्राहक, एक पड़ताल

बाबा - बताइए, क्या करना है?
रिपोर्टर - गारमेंट का बिजनेस है, एक शख्स बड़ी परेशानी खड़ी कर रहा है।
बाबा - कौन है ?
रिपोर्टर - है तो जान-पहचान का, लेकिन अड़ंगे डालता है।
बाबा - क्या करता है ?
रिपोर्टर - हर जगह नुकसान कर रहा है।
बाबा - उसका काम हो जाएगा।
रिपोर्टर - बिल्कुल, तभी तो आए हैं।
बाबा - पहले किसी के पास गए! मेरा मतलब किसी दूसरे बाबा के पास?
रिपोर्टर - नहीं
बाबा - अच्छा किया, यहां कई फरेबी बैठे हैं, पैसा ऐंठकर भी काम नहीं करते।
रिपोर्टर - समस्या से छुटकारा कैसे मिलेगा?
बाबा - देखो उसके दो तरीके हैं, काला इल्म और मुठकरनी।
रिपोर्टर - अच्छा, फिर
बाबा - खर्चा थोड़ा ज्यादा आएगा पूजा का।
रिपोर्टर - कितना?
बाबा - काले इल्म में 21 हजार रुपये लगेंगे।
रिपोर्टर - क्या होगा इसमें?
बाबा - काले इल्म में खास पूजा करनी होगी, जिससे दुश्मन नुकसान नहीं कर सकेगा।
रिपोर्टर - कोई खतरा तो नहीं?
बाबा - कुछ नहीं होगा, बस मुझे उसकी एक फोटो या कोई कपड़ा या दूसरी इस्तेमाल वाली चीज लाकर दे देना, पूजा-पाठ के बाद वश में हो जाएगा।
रिपोर्टर - अच्छा और मुठकरनी से कैसे?
बाबा - उसमें थोड़ा खर्चा ज्यादा आएगा, शुरूआत में 25 हजार रुपये लगेंगे, पूजा-पाठ के।
रिपोर्टर - बस और तो खर्च नहीं..
बाबा - (बीच में टोकते हुए) पूजा के दौरान में एक शक्ति प्रकट करूंगा, जिसको खुश करने के लिए बलि देनी होगी।
रिपोर्टर - बलि! किस चीज की?
बाबा - नारियल के साथ मुर्गा या बकरा, किसी की भी हो सकती है।
रिपोर्टर - फिर तो बहुत खर्चा होगा।
बाबा - नहीं, चिंता मत करो, 10 से 15 हजार के बीच बलि का काम होगा।
रिपोर्टर - लेकिन...?
बाबा - (टोकते हुए) देखो, बलि की मांग पूरी करते ही दुश्मन का सारा काम-धंधा चौपट हो जाएगा।
रिपोर्टर - अगर न हुआ तो ?
बाबा - भाई भरोसा हो तो बैठो, मेरी 101 फीसदी गारंटी है,
रिपोर्टर - बाद में मेरा नुकसान तो नहीं होगा?
बाबा - पूरी पूजा होने के बाद मैं तुम्हें एक कवच दूंगा, जिसे पहन लेना, फिर कोई तुम्हारा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता।

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एनजीटी के आदेश से हुई कार्रवाई, 36 सौ से ज्यादा निर्माण स्थलों का कटा चालान

निगम ने एनजीटी के आदेश से कार्रवाई करते हुए 20 अगस्त तक 36 सौ से ज्यादा निर्माण स्थलों का चालान काटा। यानी प्रतिदिन करीब 15 निर्माण स्थलों पर शिकंजा कसा गया।
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जानिए, प्रमोशन में आरक्षण के सरकार के आदेश पर HC ने क्‍या किया

1992 में सुप्रीम कोर्ट की नौ जजों की खंडपीठ ने इंदिरा साहनी मामले की सुनवाई के दौरान अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए पांच साल तक प्रमोशन में आरक्षण की व्यवस्था की थी।
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Tuesday, August 29, 2017

जानिए, भारत में वैवाहिक दुष्कर्म की HC में चली दिलचस्‍प बहस के तर्क

कहीं वैवाहिक दुष्कर्म एक चक्र न बन जाए, जिसके कारण विवाह संस्था ही प्रभावित होने लगे। शादी सफल नहीं होने पर यह पुरुषों के खिलाफ एक हथियार की तरह काम कर सकता है।
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लंदन की टेम्स नदी की तर्ज पर होगी दिल्‍ली की बसावट, बना सकेंगे यमुना किनारे घर

मनोज तिवारी ने पिछले दिनों सिंगापुर और इंग्लैंड की यात्रा की थी। यात्रा का उददेश्य प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रस्तावित अर्फोडेबल मकानों और उनसे जुड़ी तकनीक पर जानकारी जुटाना था।
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विरोध के बीच देश में ई-सिगरेट के कश पर पहला अंतरराष्ट्रीय एक्सपो

इसमें देश विदेश की कंपनियां व डीलर हिस्सा लेंगे। इस एक्सपो में सम्मेलन भी होगा, जिसमें डॉक्टर भी हिस्सा लेने वाले हैं।
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हर मोहल्ले और हर गली में पैठ बनाने की तैयारी में AAP, जानिए क्‍यों

उप चुनाव के नतीजे से जहां आम आदमी पार्टी के अंदर जबरदस्‍त उत्‍साह है, वहीं भाजपा में मायूसी छाई है। कांग्रेस मतगणना में पाए मत फीसद से संतुष्‍ट है।
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ऐसे चुटकियों में कार उड़ा ले जाते हैं चोर

नई दिल्ली
समय के साथ अब कार चोर भी स्मार्ट हो गए हैं और तकनीक का इस्तेमाल करने में माहिर हो गए हैं। चोर अब अपने आपको अपडेट रखने की कोशिश करते हैं। कुछ चोर तो चोरी का क्रैश कोर्स करने निकल गए हैं और कुछ यूट्यूब और अन्य वेबसाइट्स का सहारा ले रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने साउथ दिल्ली में एक बड़े कार चोरी के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इसमें दो साल में 500 कार चोरी करने वाले 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह का सरगना एक सिविल इंजिनियर है।

पुलिस ने 5लाख से ज्यादा की एक डायग्नॉस्टिक किट के साथ चाभी बनाने की मशीन और 177 स्मार्ट चाभियां बरामद की हैं। इनमें से 94 चाभियों को अलग-अलग कारों के लिए बनाया गया था। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान मध्य प्रदेश के नीरज, यूपी के जितेंद्र और सुभाष तिवारी, गुंड़गांव के नरेंद्र, नासिर, शौकत, मोहसिन, वसीम और बुलंदशहर के रहने वाले आशिम के रूप में की गई है।

डीसीपी (साउथ) ईश्वर सिंह ने बताया, 'एसीपी पलविंदर चहल और इंस्पेक्टर रिछपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने 10 दिनों में कई ऑपरेशन किए।' पहले तिवारी और जितेंद्र को 20 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 6 सेंसर वाली कारें और चाभियां बरामद की गईं। इसी के साथ एक चुराई हुई होंडा सिटी भी जब्त की गई। गिरोह के सरगना सुभाष तिवारी को 25 अगस्त को देवरिया से गिरफ्तार किया गया।

डीसीपी ने बताया, 'दो कारें और ऑटोमैटिक की मेकर मशीन, कुछ स्मार्ट चाभियां बरामद की गईं।' उन्होंने बताया कि यह गैंग स्मार्ट तरीके से चोरी करता था और सेंसर बेस्ड, प्रोग्राम्ड स्मार्ट की का इस्तेमाल करता था। इससे वह बिना तोड़फोड़ के कार के अंदर दाखिल हो जाते थे और इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर मॉड्यूल में भी फेरबदल कर देते थे।

सुभाष तिवारी ने 1989 में गोरखपुर में सिविल इंजिनियरिंग की है। इसके बात उसने कई कंपनियों में काम किया। वह दिल्ली NCR में हुई बहुत सारी कार चोरियों में शामिल रहा है। वह चुराई गई कारों को बड़ी कीमत लेकर बेचता था। जितेंद्र एक कैब अग्रीगेटर में काम करता था और वह यात्रियों को भी निशाना बनाता था। वह नीरज तिवारी को जानकारियां देता था। नीरज गाड़ियों के मॉडल की जानकारी लेने के बाद टेक्निकल एक्सपर्ट नरेश को सूचना देता था। इसके बाद तिवारी सेंसर वाली स्मार्ट चाभी देता था। कार चुराने के बाद वे देवरिया ले जाते थे और वहां से इन्हें उत्तरपूर्व के राज्यों में भेज दिया जाता था।

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बवाना में AAP की जीत का शिल्पी रहा यह शख्स

नई दिल्ली
बवाना विधानसभा उपचुनाव में मिली शानदार जीत ने आम आदमी पार्टी को नई ऊर्जा दे दी है। बवाना उपचुनाव के लिए पार्टी ने जनता से सीधे जुड़ने का कम्यूनिकेशन फॉर्म्युला अपनाया और वह कारगर साबित हुआ। 4 महीने पहले पार्टी के स्टेट कन्वीनर की जिम्मेदारी संभालने वाले गोपाल राय ने संगठन बनाने से लेकर कामयाब चुनावी रणनीति बनाई। नतीजों के बाद दिल्ली सचिवालय में एनबीटी ने उनसे बातचीत की। तो उनके चेहरे की चमक बता रही थी कि वह कितनी राहत महसूस कर रहे हैं। राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले ढाई साल में आम लोगों के लिए काफी काम किए हैं और इन कामों के बारे में लोगों तक पूरी जानकारी पहुंचाना भी एक चुनौती था। उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर वह दबाव में जरूर थे, लेकिन भरोसा था कि अगर सरकार के कामकाज के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लोगों तक पहुंचाई गई तो निश्चित तौर पर लोगों का समर्थन मिलेगा।

लोगों के साथ सीधी बात
गोपाल राय ने बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया की बड़ी सभाओं की जगह पदयात्रा पर फोकस किया गया। सीएम और डेप्युटी सीएम ने लोगों से सीधी बात की। सीएम लोगों से मिले और उन्हें सरकार के कामों के बारे में बताया। लोगों की गलतफहमी भी दूर हुई और कम्यूनिकेशन के इस फॉर्म्युले ने दिल्ली सरकार और लोगों के बीच बेहतर संवाद स्थापित किया। लोगों को पता लगा कि केजरीवाल सरकार लोगों की भलाई के लिए कितनी मुश्किल परिस्थितियों में काम कर रही है। आप के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा था, लेकिन लोगों से सीधी बात ने इस दुष्प्रचार को काफी हद तक खत्म किया।

4 महीने पहले था नकारात्मक माहौल
गोपाल राय ने बताया कि एमसीडी चुनाव के बाद जब पहली बार वह बवाना में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे तो नकारात्मक माहौल था। वह कहते हैं कि उनके लिए भी यह चुनाव बहुत चनौतीपूर्ण था। यह चुनाव जीतना पार्टी के लिए बहुत जरूरी था, ताकि पार्टी के खिलाफ नेगेटिव कैंपेन करनेवालों को जवाब दिया जा सके। आप छोड़कर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले वेदप्रकाश के बारे में उन्होंने कहा कि जनता को धोखा देने वाले को सबक मिलना चाहिए।

गांवों में सीधी बात कार्यक्रम से फायदा
राय ने बताया कि उन्होंने बवाना के 26 गांवों में लोगों के साथ सीधी बात कार्यक्रम आयोजित करवाया। 40 से 50 सीधी बात कार्यक्रम हुए और स्मार्ट गांव कॉन्सेप्ट के बारे में लोगों को बताया गया। बवाना में पहली बार जेजे कॉलोनी से किसी शख्स को कैंडिडेट बनाया गया था और गांवों में लोगों के समर्थन का बड़ा सवाल था। लेकिन जैसे-जैसे गांवों के लोगों के साथ मीटिंग होती गई, वैसे-वैसे पार्टी का समर्थन बढ़ता गया।

बनाया संगठन
स्टेट कन्वीनर का पद संभालने के बाद उन्होंने संगठन बनाने पर फोकस किया। आम आदमी पार्टी की दिल्ली यूनिट ने संगठन को मजबूत बनाने के मकसद के साथ 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' कैंपेन शुरू किया। मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की गई। दिल्ली में सभी बूथों पर क्षेत्रीय अध्यक्षों की नियुक्ति हुई। अब सभी बूथ पर 25 घरों पर एक क्षेत्रीय प्रतिनिधि होगा। हर गली तक संगठन खड़ा करने का खाका तैयार किया जा रहा है। राय ने कहा कि कैंपेन की पहली चुनौती बवाना चुनाव ही थी।

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जामा मस्जिद ब्लास्ट: भटकल पर आरोप तय

नई दिल्ली
दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने इंडियन मुजाहिदीन के यासीन भटकल और अन्य 10 आरोपियों के खिलाफ 2010 में जामा मस्जिद ब्लास्ट मामले में आरोप तय करते हुए 23 अक्टूबर से मुकदमा शुरू करने का निर्देश दिया है। आरोपों पर औपचारिक आदेश जारी करते हुए अडिशनल सेशन जज सिद्धार्थ सिंह ने आतंकी संगठन के तीन कथित सदस्यों अफ्फाक, अब्दूस सबूर और रियाज अहमद सईदी को बरी कर दिया। इनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए कोर्ट को पर्याप्त सबूत नजर नहीं आए।

मामला जामा मस्जिद के पास 19 सितंबर, 2010 को बम धमाके से जुड़ा है, जिसके तुरंत बाद आईएम के दो संदिग्धों ने एक टूरिस्ट बस से मस्जिद के गेट के पास उतर रहे विदेशी सैलानियों पर गोलियां बरसा दी थीं। अदालत ने फिलहाल ब्लास्ट से जुड़े मामले में अपना आदेश सुनाया है। पुलिस ने इस मामले में आईएम के सह संस्थापक यासीन भटकल समेत इन सभी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी और कहा था कि विदेशी राष्ट्रों को भारत में आयोजित हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स से दूर रखने के लिए उनमें खौफ भरने के मकसद से हमला किया गया।

पुलिस ने यह भी कहा कि आईएम ने योजना बनाई थी कि जामा मस्जिद के पास मौजूद विदेशी पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी हैं और वहां ज्यादा से ज्यादा जान-माल को नुकसान पहुंचाने के लिए धमाका करना है। आरोप लगाया गया कि भटकल ने एक आईईडी प्रेशर कुकर तैयार किया था जिसे जामा मस्जिद के बाहर रखा गया। उसी में बम धमाका हुआ।

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फर्जी विडियो देशद्रोह का आधार नहीं: कोर्ट

वरिष्ठ संवाददताता, नई दिल्ली
डीयू के रामजस कॉलेज में कथित रूप से राष्ट्र विरोधी नारे लगने से जुड़ी घटना का विडियो दिखाए जाने पर दिल्ली की तीसहजारी अदालत ने कहा कि वास्तविकता का पता लगाए बिना एक अविश्वसनीय विडियो के आधार पर देशद्रोह का आरोप नहीं थोपा जा सकता।

कॉलेज में इसी साल 21 फरवरी को कथित रूप से राष्ट्र विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ एफआईआर की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट अभिलाष मल्होत्रा ने कहा कि पुलिस विडियो की सच्चाई जानने की कोशिश कर रही है। अदालत ने कहा कि तमाम फर्जी विडियो सर्कुलेट हुए, जिनकी वास्तविकता का पता लगाना जरूरी है। मैजिस्ट्रेट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि यदि AISA और ABVP के बीच दोबारा से झगड़ा हो जाए, तो क्या इसे देशद्रोह कहा जाएगा?

मामले में याचिकाकर्ता विवेक गर्ग ने दलील दी कि पुलिस ने घटना के 5 महीने बाद ऐक्शन टेकन रिपोर्ट दी और अब तक स्टूडेंट से पूछताछ शुरू भी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं जंगल की आग की तरह फैल रही हैं और पुलिस है कि अपनी जिम्मेदारी से पीछे भाग रही है। अदालत ने गर्ग को देशद्रोह के मुद्दे पर आगे भी अपनी दलीलें जारी रखने की छूट दे दी है। मामले में अगली सुनवाई 5 सितंबर को होगी।

9 पन्नों की रिपोर्ट में पुलिस ने कहा था कि एबीवीपी और आइसा के सदस्यों से पूछताछ के अलावा उसने प्रॉक्टर से डीयू के विभिन्न कॉलेजों के स्टूडेंट्स की जानकारी मांगी है। पुलिस के मुताबिक, मामले में पहले से ही मॉरिस नगर थाने में दंगे और सरकारी कर्मचारियों के काम में रुकावट डालने के आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। शिकायतकर्ता की ओर से उपलब्ध कराए गए विडियो के संबंध में पुलिस ने कहा था कि इसकी वास्तविकता संदेह के घेरे में है, इसलिए इसकी फरेंसिक जांच कराई जाएगी।

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डीटीसी की एनसीआर सर्विस आज से बहाल

नई दिल्ली
डीटीसी की एनसीआर बस सर्विस बुधवार से बहाल हो जाएगी। पिछले 4 दिनों से एनसीआर के लिए डीटीसी की बसें नहीं जा रही थी। डीटीसी प्रवक्ता के मुताबिक गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद और बहादुरगढ़ के लिए डीटीसी बसों को फिर से चलाने का फैसला किया गया है।

एनसीआर के लिए हर रोज डीटीसी की 88 बसें चलाई जाती हैं। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख की सजा पर फैसला होने के बाद हरियाणा और दिल्ली में हंगामे के बाद शुक्रवार रात को डीटीसी ने एनसीआर सर्विस को बंद कर दिया था। साथ ही दिल्ली-लाहौर बस सेवा भी फिलहाल सस्पेंड कर दी गई थी। अभी लाहौर बस सेवा शुरू करने के बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है।

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चुनाव जीतने के लिए लड़ा जाता है: शीला दीक्षित

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
बवाना उपचुनाव में कांग्रेस के तीसरे नंबर पर सिमट जाने पर कांग्रेस के अंदर की नाराजगी अब खुलकर बाहर आने लगी है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने इस चुनाव में हार को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन पर निशाना साधा है। बवाना उपचुनाव के नतीजों के अगले दिन मीडिया से बातचीत में कांग्रेस की हार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी चुनाव जीतने के लिए लड़ा जाता है, न कि चुनाव में अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए। उन्होंने पार्टी को यह भी नसीहत दी है कि पार्टी को भी अपनी रणनीति को लेकर गंभीर चिंतन करने की जरूरत है। नतीजों के बाद कांग्रेस ने अधिकारिक तौर पर हालिया चुनाव में अपना वोट प्रतिशत बढ़ने की बात कह कर अपनी हार का बचाव करने की कोशिश की थी।

अजय माकन और कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर हार के बाद वोट प्रतिशत बढ़ने की बात कही थी। शीला ने माकन की बचाव की दलील को मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया। शीला का कहना था कि हार को स्वीकार करना चाहिए। ऐसी दलीलों से जनता को गुमराह करना ठीक नहीं। हाइकमान और प्रदेश के नेताओं को सोचना चाहिए कि कैसे दिल्ली में कांग्रेस मजबूत बने। शीला का कहना है कि 15 साल तक शासन में रही कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है, इस मसले पर पार्टी को गंभीरता से सोचना चाहिए। उन्होंने माकन को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि वह खुद फैसला करें कि वह दिल्ली में पार्टी की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं या नहीं। शीला ने उम्मीद जताई कि आगामी अक्टूबर में माकन से दिल्ली की कमान वापस ली जा सकती है।

दूसरी ओर कांग्रेसी नेता प्रत्यूष्ठ कंठ ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि आज कांग्रेस कार्यकर्ता सवाल पूछ रहे हैं कि लोग हमें वोट क्यों नहीं दे रहे। बवाना उपचुनाव में क्यों कांग्रेस के बड़े नेता चुनाव प्रचार करने नहीं आए। कांग्रेस के लिए बवाना जीतना एक सुनहरा मौका था, लेकिन हमने इसे गंवा दिया। कंठ का कहना है कि किराड़ी में पूर्वांचल के लोग 90 फीसदी के आसपास रहते हैं, यह सीट बवाना से सटी हुई है। किराड़ी विधानसभा के तहत 5 वॉर्ड आते हैं, लेकिन एमसीडी चुनाव में कांग्रेस ने यहां पांचों सीटों में से एक भी पूर्वांचली को नहीं दी। अगर पूर्वांचल के लोगों को सीट मिलती तो इसका फायदा कांग्रेस को बवाना उपचुनाव में भी मिलता। कंठ ने अपील की है कि कांग्रेस के सभी बड़े नेता एक साथ आएं, ताकि कांग्रेस फिर से खड़ी हो सके। एक और कांग्रेसी नेता जितेंद्र कोचर ने कहा है कि कांग्रेस की मजबूती के लिए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस को ऐसे नेता की जरूरत है, जो सबको साथ लेकर चले।

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उप-चुनाव का परिणाम निराशाजनक: शीला

नई दिल्ली
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने मंगलवार को बवाना उप-चुनाव में कांग्रेस को मिली हार को निराशाजनक बताया है। शीला दीक्षित ने कहा कि यद्यपि पार्टी को यह हार कई कारणों से मिली, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की भी जिम्मेदारी बनती है। दीक्षित ने कहा, 'यह बेहद निराशाजनक है, बेहद निराशाजनक। मैं इतना ही कह सकती हूं...आप किसी को इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते, खासकर किसी एक व्यक्ति को। हम माहौल बदलने में असफल रहे।'

जब उनसे पूछा गया कि क्या अजय माकन को जिम्मेदारी लेनी चाहिए, तो उन्होंने कहा, 'बिल्कुल...वह प्रदेश अध्यक्ष हैं, तो वह जिम्मेदार हैं ही। लेकिन इसके पीछे कई कारण रहे।' वहीं कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, 'इसे व्यापक संदर्भ में देखे जाने की जरूरत है। जब हम किसी चुनाव में सफल नहीं होते, तो यह आत्ममंथन एवं आत्म चिंतन का विषय होता है।' तिवारी ने कहा, 'हमारे मत फीसदी में इजाफा हुआ है और यह एक सकारात्मक बात है। जब भी किसी जीत या हार का विश्लेषण होता है, तब सभी संबंधित तथ्यों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।'

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी रामचंद्र बवाना उप-चुनाव में 24,000 मतों के भारी अंतर से जीते हैं। उन्होंने आप के पूर्व विधायक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी वेद प्रकाश को हराया। वेद प्रकाश भाजपा प्रत्याशी को ही हराकर इस सीट से जीते थे, लेकिन उन्होंने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया, जिसके चलते उप-चुनाव कराना पड़ा। कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार बवाना उप-चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे।

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कानूनी पेंच के चलते यूपी सरकार का फैसला, अब शक्तिखंड में बनेगा कैलास भवन

भवन निर्माण के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) पर्याप्त जमीन उपलब्ध करा रहा है।
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97 वर्षीय पुजारी ने मंदिर में की शर्मिंदा करने वाली हरकत, वीडियो देख लोग हैरान

वीडियो बनाने वाले ने बताया कि पुजारी डोरीलाल शर्मा एक किशोरी के साथ अश्लील हरकत कर रहा था, वह भी मंदिर में।
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साध्वी यौन शोषण केसः राम रहीम को सजा से ढोंगी बाबाओं को मिला कड़ा जवाब

इस तरह के ढोंगी बाबाओं को सभी वोटबैंक की तरह इस्तेमाल करते हैं।
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JNU छात्र संघ चुनाव लेफ्ट जीते या राइट, किसी महिला का अध्यक्ष बनना तय

मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के चुनाव के साथ ही यहां छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
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वैवाहिक दुष्कर्म को लेकर लगाई PIL का केंद्र सरकार ने HC में किया विरोध

इन याचिकाओं में पत्नी से अप्राकृतिक संबंध बनाने के खिलाफ भी याचिका शामिल है।
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जामा मस्जिद विस्फोट मामले में IM के आतंकी यासीन भटकल पर आरोप तय

19 सितंबर 2010 को जामा मस्जिद के पास एक विस्फोट हुआ था, जिससे पहले IM के दो संदिग्ध सदस्यों ने उस बस पर फायरिंग की थी।
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शॉपिंग करने गईं थीं MLA, चोरी हुआ ब्रीफकेस

नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के टांडा से भारती जनता पार्टी की महिला विधायक संजू देवी का ब्रीफकेस कल शाम चांदनी चौक के पास से चोरी हो गया। उस समय वह चांदनी चौक में अपने सहयोगियों और गनर के साथ शॉपिंग कर रही थीं। पुलिस ने इसके पीछे ठकठक गैंग के शामिल होने की आशंका जताई है।

उनकी इनोवा कार शाम के समय लाल किले के पास खड़ी थी। कार में उनका ड्राइवर मनोज यादव (24) बैठा था। उस समय विधायक संजू देवी अपने सहयोगी श्याम बाबू, आकाश गुप्ता और गनर शिव लखन के साथ चांदनी चौक में खरीदारी करने गई थीं। करीब 6 बजे उनकी कार पर किसी ने दस्तक देकर नीचे कुछ गिरे होने का इशारा किया। उनके ड्राइवर ने शीशा खोलकर नीचे देखा तो 10-10 के नोट गिरे देखे। उसने सारे नोट उठाए और फिर कार में जा बैठा।

जब विधायक संजू देवी शॉपिंग करके लौटीं तो पता चला कि उनका ब्रीफकेस गायब है, जिसमें कपड़े, एक हैंड बैग, जिसमें विधानसभा का पास, उनका आधार कार्ड आदि दस्तावेज थे। साथ ही पांच हजार रुपये भी रखे थे। उनकी शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने चोरी का केस दर्ज कर लिया है।

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नामी यूनिवर्सिटी के अफसर पर हिंदूू देवी-देवताओं पर टिप्पणी करने का आरोप

जीबीयू के रजिस्ट्रार का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।
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AIIMS का कमाल, 12 घंटे के ऑपरेशन के बाद अलग हो गए जुड़े बच्‍चे

मस्तिष्क से जुड़े बच्चों को अलग करने के लिए यह देश का पहला ऑपरेशन है। इसलिए एम्स सहित देश के किसी भी चिकित्सा संस्थान के डॉक्टरों को ऐसे बच्चों के ऑपरेशन करने का अनुभव नहीं था।
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मानहानि केसः अरविंद केजरीवाल के वकील ने अरुण जेटली से पूछे 38 तीखे सवाल

जिरह के दौरान एक ही सवाल पूछे जाने पर कई मौकों पर केजरीवाल और अरुण जेटली के वकीलों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुईं।
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जानिये, दिल्ली मेट्रो में घटते यात्री कैसे बन रहे पर्यावरण के लिए खतरा

सुबह-शाम मेट्रो से सफर करने वाले यात्री अब बसों और निजी वाहनों की ओर जा रहे हैं। इससे सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ रहा है।
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सात साल बाद बढ़ा किराया तो मेट्रो से हर दिन दूर हुए 1.5 लाख यात्री

डीएमआरसी के मुताबिक, मेट्रो ट्रेन में पहले के मुकाबले प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख यात्री कम सफर कर रहे हैं।
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फिर हिंसक हो सकते हैं राम रहीम के समर्थक, दिल्ली में जारी रहेगी धारा 144

दिल्ली पुलिस के पीआरओ मधुर वर्मा ने बताया कि जरूरत के हिसाब से माहौल को देखते हुए धारा 144 का रिव्यू किया जाएगा।
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गुरुमीत राम रहीम को 20 साल की सजा पर लोग बोले- पाप का अंत तो होता ही है

फेसुबक पर अपनी प्रतिक्रिया देने वाले लक्ष्मी ने कहा कि दशहरे से पहले बुराई का अंत हुआ।
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...जब एक चूहा ने रोक दी एयर इंडिया की फ्लाइट, जानिए पूरी कहानी

आइजीआइ एयरपोर्ट से सैन फ्रांसिस्को जाने वाली फ्लाइट में चूहा दिखने के कारण एयर इंडिया की फ्लाइट निर्धारित समय से नौ घंटे देरी से रवाना हुई।
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Monday, August 28, 2017

बवाना उपचुनाव के नतीजों ने खोल दी BJP की पोल, गुटबाजी से मिली शिकस्‍त

दिल्ली के भाजपा नेताओं की गुटबाजी और गलत फैसलों की वजह से भाजपा को बवाना उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।
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मेट्रोः बढ़े किराए से छिटके 50 लाख यात्री 

प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
मेट्रो का किराए बढ़ने की वजह से यात्रियों की संख्या में भारी कमी है। किराए बढ़ने की वजह से लगभग 50 लाख राइडरशिप में कमी दर्ज की गई है। मेट्रो में लगातार राइडरशिप में इजाफा होता रहा है, लेकिन इस बार भारी संख्या में राइडरशिप में कमी आई है। डेढ़ लाख प्रतिदिन के हिसाब से यात्रियों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। जानकारों का कहना है कि यह डेटा बता रहा है कि जिस मकसद से किराया बढ़ाया गया है वह फिलहाल पूरा होता नहीं दिख रहा है।

आठ साल बाद मेट्रो ने मई में किराया बढ़ाया गया था। किराया बढ़ते ही मेट्रो में पैसेंजरों की कमी दिख रही थी। हालांकि डीएमआरसी इस बात से इंकार कर रही है, लेकिन मेट्रो ने जो डेटा जारी किया है उससे यह साफ है कि किराए का मेट्रो की राइडरशिप पर निगेटिव असर पड़ा है। इस वजह से पैसेंजरों की संख्या बसों में बढ़ी है, पिछले दिनों डीटीसी में पैसेंजरों की संख्या बढ़ने का दावा किया गया था। मेट्रो ने अप्रैल, मई और जून की पैसेंजर डिटेल्स जारी की हैं। इन डिटेल्स में मई 2017 की तुलना में जून 2017 में 50,01,068 राइडरशिप कम दर्ज की गई है। यूं तो गर्मी के सीजन में मेट्रो में राइडरशिप बढ़ती है, लेकिन इस बार इसमें कमी आई है।

मेट्रो रूट की छह में से पांच लाइनों पर मई की तुलना में जून में राइडरशिप में कमी आई है। केवल वायलेट लाइन में मई की तुलना में जून में राइडरशिप बढ़ी है। जानकारों का कहना है कि वायलेट लाइन पर भी राइडरशिप इसलिए बढ़ी है क्योंकि 28 जून को इस कॉरिडोर पर हेरिटेज लाइन का एक्सटेंशन पब्लिक के लिए खोल दिया गया था। इस वजह से इस कॉरिडोर पर चार लाख राइडरशिप बढ़ी है। लेकिन सबसे ज्यादा राडरशिप ब्लू लाइन और येलो लाइन पर कम हुई है। येलो लाइन पर लगभग 21 लाख और ब्लू लाइन पर 22 लाख राइडरशिप कम हुई।

डीएमआरसी की तरफ से साल 2016 और 2017 के अप्रैल, मई और जून का राइडरशिप डेटा जारी किया गया है। इस डेटा से यह साफ हो रहा है कि अधिकांश मामलों में मेट्रो की राइडरशिप बढ़ी है, लेकिन जब 8 मई को किराया बढ़ाया गया है, तब से राइडरशिप में कमी दर्ज की गई है।

60 रुपये होगा अधिकतम किराया

8 मई को डीएमआरसी बोर्ड ने किराया समिति की मंजूरी को पास कर दिया था। इस फैसले के बाद दिल्ली मेट्रो में न्यूनतम किराया 8 रुपये की जगह 10 रुपये हो गया, जबकि अधिकतम किराया 50 रुपये तक पहुंच गया। मेट्रो किराए के नए स्लैब के तहत 10 रुपये, 15 रुपये, 20 रुपये, 30 रुपये, 40 और 50 रुपये किराए तय किए गए हैं। अक्टूबर से नई किराया स्कीम के तहत अधिकतम किराया 60 रुपये हो जाएगा।

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जानिए, बवाना उपचुनाव में टूट गया एक बड़ा मिथक, AAP को मिली संजीवनी

इस चुनाव में आप ने उसी तरह चुपचाप होकर जमीनी स्तर पर काम किया। जिस तरह 2015 के चुनाव में काम किया था। ऐसे में भाजपा के लोग रणनीति को समझ नहीं पाए।
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आईजीआई एयरपोर्ट पर बाज पकड़ेगा ड्रोन!

नई दिल्ली
आईजीआई एयरपोर्ट के आसपास ड्रोन उड़ने की समस्या का समाधान निकालने के लिए दिल्ली पुलिस से लेकर सिविल एविएशन और होम मिनिस्ट्री जुटी हुई हैं। हालांकि, अब तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका है। इस काम के लिए नीदरलैंड में बाज को ट्रेंड किया जाता है। आईजीआई एयरपोर्ट पर भी ड्रोन की समस्या से निपटने के लिए बाज की मदद ली जा सकती है। बाज की मदद लेने से पहले एयरपोर्ट पर सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा करना ठीक रहेगा या नहीं, इस पर भी विचार किया जा रहा है।

एयरपोर्ट से जुड़ी सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने बताया कि इस साल दिल्ली एयरपोर्ट के आसपास जनवरी से अबतक उड़ती हुई चीजें दिखाई देने की 47 घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें 12 ड्रोन जैसी चीजें थीं। 12 बड़े गुब्बारे, 18 कैंडल लाइट और 5 बड़ी पतंगों ने भी कई हवाई जहाजों का रास्ता रोकने की कोशिशें की हैं। एक हफ्ते पहले सुबह और शाम 2 बार द्वारका साइड में दिखाई दिए ड्रोन ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी थी।

यह पहली बार हुआ जब शाम के वक्त दिखाई दिए ड्रोन की वजह से आईजीआई एयरपोर्ट के तीनों रनवे को 45 मिनट तक बंद करना पड़ा था। इस दौरान न तो किसी फ्लाइट का टेक ऑफ कराया गया और न ही किसी फ्लाइट की लैंडिंग। 20 से अधिक फ्लाइट्स को इस दौरान हवा में ही इधर-उधर घुमते रहने के निर्देश दिए गए थे। यह आदेश उस वक्त तक के लिए दिए गए जब तक कि दिल्ली एयरपोर्ट का एयर स्पेस सुरक्षित घोषित नहीं किया जाता। इस घटना के बाद एयरपोर्ट पर ड्रोन जैसे ऑब्जेक्ट की समस्या को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सुरक्षा एजेंसियां विभिन्न उपायों पर विचार करने लगी हैं।

सीआईएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि किसी भी तरह के अजीबोगरीब उड़ने वाली चीजों को गोली मारने के आदेश पहले ही हैं। इसमें चाहे ड्रोन हो या फिर इस तरह का कोई दूसरी चीजें। पिछले हफ्ते दिखाई दिए ड्रोन एयरपोर्ट से दूर थे। ऐसे में उन्हें गोली नहीं मारी गई। आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस उन ड्रोन के बारे में सुराग लगाने की कोशिश कर रही है। अब तक उनके हाथ इस बारे में कुछ नहीं लगा है।

अधिकारियों ने बताया कि नीदरलैंड में बाज को इस तरह से ट्रेंड किया जाता है कि वह उड़ते ड्रोन को पकड़ लेता है। इसे यहां भी आजमाया जा सकता है। इसके अलावा एयरपोर्ट के एक निश्चित एरिया में स्पेशल फ्रीक्वेंसी वाले जैमर भी लगाए जा सकते हैं, जो इस तरह के ड्रोन को उस एरिया में उड़ने ही नहीं देंगे। जैसे ही ड्रोन उस इलाके को टच करेगा उसका रिमोट से कॉन्टैक्ट टूट जाएगा और वह नीचे गिर पड़ेगा।

इसी तरह की एक ऐंटी-ड्रोन गन भी इस्तेमाल की जाती है। इसे पहली बार 15 अगस्त को इस दफा लाल किला पर इस्तेमाल किया गया। इसमें अगर कोई ड्रोन डेंजर जोन में घुसता है तो उसकी फ्रीक्वेंसी को इस गन से कट कर दिया जाता है। इन दोनों तकनीकों का इस्तेमाल करने से यह भी डर है कि कहीं इसका एयर ट्रैफिक पर कोई नुकसान न हो।

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बवाना की बड़ी जीत से AAP को मिली नई एनर्जी

नई दिल्ली
4 महीने पहले हुए एमसीडी चुनाव में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने वाली आम आदमी पार्टी ने बवाना विधानसभा उपचुनाव में शानदार
जीत हासिल कर बाजी पलट दी। एमसीडी चुनाव में बवाना सीट के 6 वॉर्डों में AAP को सिर्फ 1 में जीत मिली थी। यहां 4 वॉर्डों पर बीजेपी जीती थी।
उपचुनाव में AAP उम्मीदवार रामचंद्र ने बीजेपी के वेद प्रकाश को 24,052 वोटों के बड़े अंतर से करारी शिकस्त दी। कांग्रेस पिछले कई चुनावों की तरह इस बार भी नंबर 3 पर ही रही। AAP उम्मीदवार रामचंद्र को 59,886 वोट मिले। बीजेपी के वेद प्रकाश को 35,834 वोट और कांग्रेस के सुरेंद्र कुमार को 31,919 वोट मिले।

सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर 4 महीनों में ही ऐसे कौन से समीकरण बने कि AAP ने बाजी अपने पक्ष में की और शानदार बहुमत के साथ जीत
हासिल की। जानकार मानते हैं कि दरअसल जनता ने इस चुनाव के जरिए तोड़फोड़ की राजनीति को करारा जवाब दिया है। AAP की टिकट पर 2015 में जीत हासिल करने वाले वेद प्रकाश का इस्तीफा देना लोगों को पसंद नहीं आया। पिछले कुछ महीनों से AAP को पॉजिटिव कैंपेन का भी खूब फायदा मिला। इलाके में विकास होने और विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ना पार्टी के पक्ष में गया।

वेदप्रकाश का इस्तीफा बड़ा फैक्टर
AAP नेता भी मानते हैं कि राजौरी गार्डन से AAP विधायक का सीट छोड़कर चले जाना जनता को पसंद नहीं आया था। उसी तरह से वेद प्रकाश का इस्तीफा देकर बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ना जनता को नागवार गुजरा। जनता ने 5 साल के लिए उम्मीदवार चुना था, लेकिन बीच रास्ते में ही वेद प्रकाश ने अलग राह चुन ली। एमसीडी चुनावों में बवाना में बीजेपी को शानदार सफलता मिली थी। उसके बाद वेद प्रकाश ने विधानसभा सीट से इस्तीफा देकर बीजेपी जॉइन कर ली और यहां से बीजेपी के टिकट पर फिर से चुनाव लड़ा। AAP के लिए यह फैक्टर बहुत काम कर
गया। पार्टी ने चुनाव प्रचार के दौरान इस मुद्दे को बड़े स्तर पर उठाया कि 2015 में जनता ने जिस उम्मीदवार को भारी बहुमत से जिताया, उसी
उम्मीदवार ने जनता को धोखा दिया। एक फैक्टर यह भी था कि बवाना में विकास कार्य ठप थे। लोग पूर्व विधायक वेद प्रकाश से नाराज थे। पिछले 4
महीने से AAP ने विकास कार्यों को लेकर मुहिम शुरू की थी, उसका फायदा पार्टी को मिला।

पॉजिटिव कैंपेन का फायदा

AAP को इस चुनाव में पॉजिटिव कैंपेन का पूरा फायदा मिला। विपक्ष पर आरोप लगाए जा रहे थे कि वे नेगेटिव राजनीति कर रहे हैं। नेताओं की बयानबाजी को लेकर भी सवाल उठे। हालांकि AAP ने बवाना चुनाव में पूरा फोकस विकास पर किया। बवाना में टूटी सड़कें, गलियां, सीवर लाइन की समस्या समेत अनेक ऐसे मुद्दे हैं, जिनसे जनता परेशान थी और इसका हल चाहती है। पिछले 3 महीने से सीएम अरविंद केजरीवाल, डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया और पार्टी के दिल्ली स्टेट कन्वीनर गोपाल राय लगातार लोगों से मिलते रहे और उनकी समस्याएं सुनी। क्षेत्र में सड़कें बननी शुरू हुई और सीवर लाइन का काम भी शुरू हुआ। पार्टी यह संदेश पहुंचाने में कामयाब रही कि जिस तरह से केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में विकास कराया है, उसी तरह से इस इलाके में हो सकता है।

दिल्ली का राजनीतिक घटनाक्रम
बवाना चुनाव के नतीजों का वैसे AAP सरकार पर कोई असर नहीं पड़ता, क्योंकि पार्टी के 65 विधायक हैं। फिर भी AAP के लिए यह जीत बहुत जरूरी थी। पंजाब, गोवा के बाद दिल्ली में राजौरी गार्डन उपचुनाव और एमसीडी चुनाव में पार्टी को सफलता नहीं मिली थी। कार्यकर्ताओं के मनोबल पर भी बुरा असर पड़ा। पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। दावे किए जा रहे थे कि कई विधायक नाराज हैं और बवाना चुनाव के बाद वे भी कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। बवाना के नतीजों ने यह साफ कर दिया है कि जनता ने दलबदल और अवसरवादी राजनीति को नकार दिया है और इससे AAP को भी यह भरोसा मिला है कि जनता विकास चाहती है। जो खामियां हैं, उन्हें दूर किया जाए। जो पार्टी दिल्ली के विकास के लिए काम करेगी, जनता उस पार्टी को समर्थन देगी।

सीएम नजर आए सुपर ऐक्टिव
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पिछले कुछ महीनों से जनता की समस्याओं को जानने के लिए अस्पतालों, स्कूलों का दौरा किया और अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें की। उससे लोगों को नई उम्मीद नजर आई। बवाना में सीएम ने खुद विकास कार्यों पर नजर रखी। वह गांवों में लोगों से मिले। साथ ही दिल्ली स्टेट कन्वीनर गोपाल राय ने भी अपनी टीम के साथ रात-दिन बवाना में काम किया। स्मार्ट गांव का कान्सेप्ट लोगों को पसंद आया। बवाना में लोगों को यह लगने लगा था कि यहां तो कोई काम नहीं हो सकता, लेकिन सीएम ने लोगों की सोच को बदला और विकास कार्यों का मॉडल पेश किया।

बीजेपी-कांग्रेस के गढ़ में सेंध
एमसीडी चुनावों में बवाना में बीजेपी ने 4 वॉर्डों में जीत हासिल की थी। गांवों में कांग्रेस उम्मीदवार की अच्छी पकड़ थी। नतीजों से साफ है कि AAP ने बीजेपी और कांग्रेस के गढ़ में भी सेंध लगाई है। पार्टी को हर जगह से अच्छे वोट मिले हैं। 2013 से पहले तक यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी और यहां से सुरेंद्र कुमार लगातार 3 बार जीत भी चुके हैं। 2015 के चुनाव के बाद कांग्रेस का वोट बैंक AAP की तरफ शिफ्ट हुआ है। बवाना उपचुनाव में कांग्रेस ने अपने वोट बैंक को कुछ हद तक वापस लाने में कामयाबी जरूर पाई है, लेकिन अभी भी कांग्रेस के लिए जीत बहुत दूर की बात है।

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बवाना में BJP की करारी हार के ये हैं कारण

वीरेंद्र कुमार, नई दिल्ली
बवाना में बीजेपी को अब तक की सबसे बड़ी हार का मुंह देखना पड़ा है। 1998 से लेकर अब तक कभी भी बीजेपी का वोट शेयर 30 पर्सेंट से कम नहीं रहा। बवाना उपचुनाव में बीजेपी के परंपरागत वोटर्स टूट गए और बीजेपी का वोट पर्सेंट गिरकर 27.2 फीसदी रह गया। यह आलम तब है, जब करीब 4 महीने पहले ही बीजेपी ने एमसीडी चुनाव जीता है और 32.47% वोट हासिल किए हैं। कुछ महीनों के अंदर ही बीजेपी का वोट प्रतिशत उसके हाथों से निकल गया। विश्लेषकों का मानना है कि जल्द ही बीजेपी ने अपनी रणनीति और कार्यशैली में बदलाव नहीं किया तो दिल्ली में उसकी स्थिति और खराब हो सकती है।

इन वजहों से हुई हार
1. संगठन में लड़ाई और लोगों में गुस्सा
बीजेपी ने बवाना उपचुनाव में आम आदमी पार्टी छोड़कर आए वेद प्रकाश को अपना कैंडिडेट बनाया था। 2015 में वे आप के टिकट पर जीते थे। उन्हें इस सीट से 57.91 फीसदी वोट मिले थे। बीजेपी में वे इसी शर्त पर शामिल हुए थे कि उन्हें इस सीट से टिकट मिलेगा। लेकिन बीजेपी संगठन का यह कदम बीजेपी कार्यकर्ताओं और लोगों को रास नहीं आया। 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कैंडिडेट गुग्गन सिंह जीते थे। उनको यहां इस चुनाव में बिल्कुल भी तरजीह नहीं दी गई। पार्टी की बेरुखी से नाराज होकर चुनाव से ठीक पहले वह AAP में शामिल हो गए। क्षेत्र के लोगों में इस बात को लेकर गुस्सा था कि करीब ढाई साल पहले जिस कैंडिडेट को आप के टिकट पर जिताया था, वह उन्हें अधर में छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए।

2. एरिया के सांसद की अनदेखी
इस बात को लेकर भी बीजेपी के अंदर ही नाराजगी थी कि बवाना विधानसभा क्षेत्र नॉर्थ संसदीय क्षेत्र के तहत आता है और यहां के सांसद उदित राज हैं। लेकिन इस चुनाव का इनचार्ज वेस्ट दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा को बनाया गया है जो जाट नेता हैं। कार्यकर्ता इस बात से भी नाराज थे कि वह चुनाव के दौरान इस क्षेत्र में बेहद कम नजर आए।

3. जाट नेताओं का आना

बवाना विधानसभा सीट रिजर्व सीट है। इस बात को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि यहां चुनाव प्रचार करने अधिकतर हरियाणा सरकार के मंत्री और केंद्र के मंत्री आए लेकिन एससी नेताओं की अधिकतर अनदेखी ही हुई। इस कदम से भी नुकसान ही नजर आया।

4. पोस्टर मामले को तूल देना

संगठन के अंदर ऐसी भी चर्चा चल रही है कि बीजेपी ने मुस्लिम पोस्टर वाले मामले को इतनी तूल दी कि इसके चलते मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण आम आदमी पार्टी के पक्ष में हो गया।

5. संगठन मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष में तनातनी

बीजेपी के कुछ नेता यह भी मानते हैं कि पिछले काफी समय से संगठन महामंत्री और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के बीच जमकर तनातनी चल रही है। इससे संगठन को काफी नुकसान पहुंच रहा है। ऐसा भी बताया जाता है कि इस चुनाव की पूरी कमान संगठन महामंत्री के हाथ में थी, जिसे लेकर भी मनमुटाव चल रहा था। इसका असर चुनाव पर पड़ा। संगठन के अंदर कई धड़े बने होने से भी पार्टी को नुकसान पहुंचा है।

अब तक के चुनाव और बीजेपी का वोट शेयर

चुनाव बीजेपी का वोट शेयर (प्रतिशत में)

1993 47.82

1998 34.02

2003 35.22

2008 36.34

2013 33

2015 32.3


राजौरी गार्डन- 2017 51.99

बवाना- 2017 27.2

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सेक्स रैकिट वाला बाबा अब धोखाधड़ी में अरेस्ट

नई दिल्ली
हाई प्रोफाइल सेक्स रैकिट चलाने के आरोप में मकोका केस में जमानत पर चल रहे इच्छाधारी भीमानंद महाराज उर्फ राजीव रंजन उर्फ शिवा को इस बार पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस ठगी में उसकी मदद करने के आरोप में कंकना देब उर्फ कोकना को भी गिरफ्तार कर लिया। रोहिणी में रहने वाली एक लड़की के अलावा उनकी बहन और भाई को सरकारी जॉब दिलाने के नाम पर 30 लाख रुपये की ऐंठने का आरोप है। मामला साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के अमर कॉलोनी इलाके का है।

डीसीपी रोमिल बानिया ने बताया कि रोहिणी में रहने वाली ऋतु ने शिकायत दी थी। इसमें उन्होंने इच्छाधारी बाबा पर एक महिला के साथ मिलकर 30 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया। पुलिस ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने एक सूचना के आधार पर इच्छाधारी बाबा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके घर से भारी मात्रा में जाली दस्तावेज मिले। तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि जेल से छूटने के बाद बाबा रोजी-रोटी के अलावा मकोका केस लड़ने के लिए पैसों का जुगाड़ करने के लिए धोखाधड़ी करना शुरू कर दिया था। इस काम में उसने अपनी पुरानी जानकार महिला की मदद ली।

तलाशी के दौरान पुलिस को कंकना के घर से ऋतु का मेडिकल डॉक्युमेंट, सैलरी अकाउंट, फर्जी जॉइनिंग लेटर, चरित्र प्रमाण पत्र, 34 डॉक्युमेंट उन उम्मीदवारों के जिन्होंने नौकरी के लिए एक-एक लाख रुपये दिए थे। इसके अलावा भारी संख्या में असम रायफल्स, पीडब्ल्यूडी, रेलवे, एयर फोर्स, फिक्की, एमसीडी सहित कई प्राइवेट कंपनियों के अपॉइंटमेंट लेटर भी बरामद किए गए।

पुलिस अफसरों ने बताया कि इच्छाधारी बाबा उर्फ शिव सेक्स रैकिट बाबा के नाम से जाना जाता है। वह नागों के साथ घूमने और नागिन डांस को लेकर हमेशा चर्चा में रहता था। साल 2010 में उसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि बाबा हाई प्रोफाइल सेक्स रैकिट चलाता है। उसके सेक्स रैकिट में 600 के करीब हाई प्रोफाइल लड़कियां शामिल थीं। पुलिस को उसकी दिल्ली सहित दूसरे शहरों में भारी प्रॉपर्टी का पता चला था। पुलिस ने इनकी कीमत 2,500 करोड़ रुपये के करीब आंकी थी। नेता से लेकर सीनियर अधिकारी बाबा के पास आते थे।

पुलिस अफसरों ने यह भी बताया कि इच्छाधारी बाबा चित्रकूट के चमरौहा गांव का रहने वाला है। वह 1988 में नेहरू प्लेस स्थित एक फाइव स्टार होटल में गार्ड की नौकरी करता था। वह खुद को साईं बाबा का अवतार बताता था। खानपुर के जिस मकान में वह रहता था उसने उस मकान को मंदिर में बदलकर वहां बाबा बनकर बैठ गया था। वह बाबा का चोला पहनकर सेक्स रैकिट का धंधा करने लगा था। 12 साल के अंदर वह मामूली गार्ड से करोड़ों का मालिक बन गया था।

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दिल्ली अब भी हाई अलर्ट पर, लागू रहेगी धारा 144

नई दिल्ली
सोमवार को डेरा सच्चा सौदा के मुखिया को सजा का ऐलान होने पर दिल्ली में पूरे दिन हाई अलर्ट रहा। पुख्ता सुरक्षा इंतजाम रहे। दिल्ली पुलिस प्रवक्ता मधुर वर्मा के मुताबिक, टाइट सिक्यॉरिटी के बीच दिन भर में किसी भी तरह की घटना की खबर नहीं आई। यह हाई अलर्ट आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। धारा 144 भी अगले आदेश तक जारी रहेगी। जरूरत के हिसाब से माहौल को देखते हुए धारा 144 का रिव्यू किया जाएगा। धारा 144 उन लोगों के खिलाफ है जो इकठ्ठा होकर वारदात करने के इरादे से जमा हो सकते हैं।

सोमवार की तरह ही मंगलवार को भी दिल्ली पुलिस का सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के साथ अरेंजमेंट लगा रहेगा। ऐक्स्ट्रा फोर्स सेंसिटिव एरिया में तैनात
रहेंगीं, जिनमें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थल व बॉर्डर एरिया शामिल रहेगे। सोमवार को पूरे दिन सीनियर पुलिस अफसर सेंसिटिव इलाके में फोर्स के साथ गश्त पर रहे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की हाई सिक्यॉरिटी रही। इस बाबत दिल्ली के पुख्ता सुरक्षा इंतजाम में करीब 40 अलग-अलग कंपनियों को तैनात किया गया था। प्रवक्ता के मुताबिक, दिल्ली पुलिस अफवाहबाजों पर नजर बनाए हुए हैं। सोशल साइट्स व वॉट्सऐप के जरिए जो लोग भी अफवाहें फैलाएंगे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

इस दौरान खुद दोनों स्पेशल सीपी लॉ ऐंड ऑर्डर एस.बी.के. सिंह व पी. कामराज समेत सभी पुलिस अफसर हालात पर नजर रखे रहे। पुलिस ने जगह-जगह पुलिस पिकेट लगाकर वाहनों की छानबीन की। नॉर्थ-ईस्ट जिले से अफवाह फैलाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है। सुरक्षा के लिए लोकल पुलिस, डिस्ट्रिक्ट रिजर्व फोर्स, सीपी रिजर्व फोर्स, अतिरिक्त सुरक्षा बलों की 40 कंपनियों को लगाया हुआ है। यह अरेंजमेंट मंगलवार को भी जारी रहेंगे।

पेट्रोल पंप मालिकों व कर्मियों को हिदायत दी गई थी कि वह किसी भी हालत में बोतल या लूज में पेट्रोल न दें। वहीं पेट्रोल पंप कर्मियों को सतर्क रहने के लिए भी कहा गया था।

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बवाना उपचुनाव: केजरीवाल की चुप्पी की सफलता

नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी को जब एक के बाद एक चुनावी शिकस्त झेलनी पड़ रही थी तब पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने चुप रहकर अपनी रणनीति को नए सिरे से संवारा और परिणाम बवाना विधानसभा चुनाव में जीत के रूप में सामने है। पंजाब, गोवा और दिल्ली के राजौरी गार्डेन में लगातार चुनावी पराजय झेल चुकी केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने अपनी योजना बदल ली, इसके तहत AAP प्रमुख खुद चुप रहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने की बजाए अभियान के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों पर फोकस किया।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पार्टी की दिल्ली इकाई का नेतृत्व कर रहे श्रम मंत्री गोपाल राय ने सफलता का श्रेय AAP के सुशासन के ट्रैक रिकॉर्ड को दिया। एक लाइन के ट्वीट में केजरीवाल ने भी यही बयां किया। बहरहाल, पार्टी के वरिष्ठ नेता मानते हैं कि मोदी को लगातार निशाना बनाने से परहेज करने के कारण दिल्ली सरकार की उपलब्धियों पर फोकस करने में मदद मिली।

आप के एक नेता ने कहा, 'निश्चित तौर पर इससे फायदा हुआ। धीरे-धीरे धारणा बनती गई थी कि AAP और केजरीवाल झगड़े से नहीं बढ़ पाएंगे भले ही सरकार कितना भी कठिन मेहनत करे। नई रणनीति के तहत फोकस उसपर है जो हमने किया। हमने प्रतिक्रिया की बजाए एजेंडे को रूप दिया।'

हालांकि, मुख्यमंत्री के एक करीबी सहयोगी ने कहा कि मुख्यमंत्री की खामोशी ने भूमिका अदा की, लेकिन बवाना जैसे ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों में सफलता की गाथा की यही एक वजह नहीं है जहां उम्मीदवारों की जीतने की संभावनाओं को बहुत सारे कारकों ने निर्धारित किया। पहचान छुपाने का अनुरोध करते हुए नेता ने कहा, 'बवाना गोल्फ लिंक या जोर बाग नहीं है। मुद्दे पर मुख्यमंत्री दिन में कितने ट्वीट करते हैं या इंटरव्यू देते हैं या बोलते हैं यह मायने नहीं रखता। यह अलग दुनिया है।'

इसकी बजाए उन्होंने अन्य पहलुओं को गिनाया जिसमें उन्होंने 'मोदी लहर धारणा खंडित' होने जैसी अन्य महत्वपूर्ण चीजों की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि धनबल से अन्य दलों को तोड़ने की राजनीति की अमित शाह शैली हमेशा काम नहीं करती। बवाना में BJP के सामने सबसे बड़ा सवाल था कि उनपर एक और चुनाव क्यों थोपा गया? राजौरी गार्डेन में हमें भी इस सवाल से दो चार होना पड़ा था।

पहले चरण में निर्वाचन क्षेत्र के ग्रामीण इलाके के वोटों की गिनती हुई, जिसके बाद कांग्रेस अपने दोनों प्रतिद्वंद्वियों-AAP और BJP पर बढ़त बनाती दिखी। लेकिन झुग्गी बस्तियों में मतदान केंद्रों पर डाले गए मतों की गिनती शुरू हुयी तो बाजी AAP के हाथ लगी। बिजली दर आधा घटाने, सीमित सीमा तक पानी मुफ्त प्रदान करने, सीवर लाइन डालने और स्वास्थ्य तथा शिक्षा क्षेत्र में सुधार जैसी आप सरकार की कवायद जे जे कॉलोनियों में हमेशा कामयाब रही है जहां पर रहने वाले ज्यादातर बाशिंदे पूर्वी उत्तरप्रदेश और बिहार से आए प्रवासी हैं।

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बवाना जीत से के बाद फिर EVM पर बोले AK

नई दिल्ली
बवाना उपचुनाव में मिली जीत से उत्साहित दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी को चुनौती दी है कि वह हर चुनाव में VVPAT (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) का इस्तेमाल कराए। यह मशीन मतदाता को वह पर्ची देती है, जिसमें उसके द्वारा वोट दी गई पार्टी का चुनाव चिह्न अंकित होता है। यह स्लिप कुछ देर बाद अपने आप ही एक सील्ड बॉक्स में गिर जाती है।

अपने आवास पर सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने EVM में कथित छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया और कहा कि हाल के चुनावों में बीजेपी को मिली जीत के पीछे EVM की गड़बड़ी है।

केजरीवाल ने कहा कि AAP पर विश्वास जताकर बवाना के वोटर्स ने संदेश दिया है कि पैसों का लालच देकर दूसरे दलों के विधायकों को तोड़ने वाली बीजेपी की राजनीति दिल्ली में असफल हो गई है। पंजाब, गोवा और दिल्ली में राजौरी गार्डन उपचुनाव के अलावा नगर निगम चुनाव में हार के बाद केजरीवाल काफी समय तक चुप्पी साधे रहे और बवाना में जीत के बाद उन्होंने अपने पुराने आरोप दोहराए।

उन्होंने कहा, 'यदि आप में (BJP) दम है तो हर चुनाव VVPAT वाली EVM मशीनों से कराओ। आप EVM से छेड़छाड़ करते हो और फिर जीत का दावा करते हो।' गौरतलब है कि दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट पर 23 अगस्त को हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को बंपर जीत मिली है। आप प्रत्याशी राम चंद्र ने बीजेपी के उम्मीदवार वेद प्रकाश को 24,052 वोटों से मात देकर बवाना सीट पर जीत हासिल की, उन्हें 59886 वोट मिले।

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बवाना विस उपचुनाव में AAP की बड़ी जीत, जानें कांग्रेस-BJP को क्या मिला

बवाना उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी के वोट फीसद में तकरीबन 18 फीसद का इजाफा हुआ है।
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सेक्स रैकेट चलाने वाला बाबा गिरफ्तार, खुद को बताता था साईं का अवतार

इच्छाधारी भीमानंद महाराज नाम का यह बाबा सेक्स रैकेट से होने वाली कमाई से ही अपने महंगे शौक पूरे करता था।
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उधार पैसे देने के लिए भाई से पत्नी को सौंपने की रख दी शर्त, आगे क्या हुआ पढ़ें खबर

गुड्डू ने रुपये देने के बदले उससे अपनी भाभी को उसके पास छोड़ने की शर्त रख दी। उसकी शर्त सुनकर उसका खून खौल गया।
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बीमार पत्नी ने शारीरिक संबंध बनाने से मना किया तो शौहर ने दिया तीन तलाक

तीन तलाक का डर दिखाकर महिला का पति पिछले कई सालों से उससे शारीरिक संबंध बना रहा था।
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RSS के बड़े नेता ने कहा- मोदी सरकार में साकार हो सकता है- 'एक देश-एक कानून'

परिपक्व आपसी समझ के साथ देश में एक राष्ट्र, एक नागरिक व एक कानून की व्यवस्था लागू करने की जरूरत है।
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अरुण जेटली मानहानि केस में अरविंद केजरीवाल पर तय हो सकते हैं आरोप

पेश मामले में जेटली ने केजरीवाल व पांच अन्य आम आदमी पार्टी नेताओं के खिलाफ सिविल मानहानि का मामला दायर किया है।
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बवाना विस उपचुनाव: रोमांच एवं आशा-निराशा से लबालब रहे मतगणना के 28 चरण

यहां मतगणना के सभी 28 चरणों के नतीजे बहुत दिलचस्‍प रहे। हर चरण का नतीजा हार जीत के एक नए समीकरण की कहानी गढ रहा था। जानिए, चरणवार परिणामों का रोमांच।
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बवाना विस उपचुनाव: BJP-कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, जानें किसने-क्या कहा

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि इस हार की वह समीक्षा करेंगे।
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बवाना: 24,052 वोटों से AAP को जीत, BJP दूसरे नंबर पर

नई दिल्ली
दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट पर 23 अगस्त को हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को बंपर जीत मिली है। आप प्रत्याशी राम चंद्र ने बीजेपी के उम्मीदवार वेद प्रकाश को 24,052 वोटों से मात देकर बवाना सीट पर जीत हासिल की, उन्हें 59886 वोट मिले।

इस सीट पर मुकाबला बड़ा दिलचस्प रहा। शुरुआती दौर में कांग्रेस आगे चल रही थी लेकिन गिनती के 11वें राउंड के बाद कांग्रेस दूसरे नंबर पर चली गई और आप काफी आगे निकल गई। आप के प्रंताय्शी राम चंद्र धीरे-धीरे अपने प्रद्वंदियों को पढ़ाड़ते चले गए। 23वें राउंड की काउंटिंग में कांग्रेस बीजेपी से भी पीछे हो गई और तीसरे स्थान पर आ गई।

इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राम चंद्र को कुल 59886 वोट मिले, जो कुल वोटों का 45.39 फीसदी है। इस उपचुनाव में बीजेपी के वेद प्रकाश 35,834 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। उन्हें कुल 27.16 फीसी वोट मिले। तीसरे नंबर पर रही कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार को कुल 31919 वोट मिले।

बवाना में 23 अगस्त को उपचुनाव हुए थे और महज 45 फीसदी वोटरों ने अपने वोटिंग के अधिकार का इस्तेमाल किया था। 2015 में इस सीट के लिए 61.83 फीसदी वोटरों ने अपने वोटिंग के अधिकार का इस्तेमाल किया था, उस वक्त आप के वेद प्रकाश ने इस सीट से जीत हासिल की थी, जो बाद में बीजेपी में चले गए थे।

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बवाना उपचुनाव में मिली जीत से अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत

बवाना उपचुनाव में AAP ने जीत दर्ज कर 2020 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर विरोधियों को भी संदेश दिया है।
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साध्वी रेप केसः हरियाणा के सोनीपत में मिला हथियारों को जखीरा, हड़कंप

दुष्कर्म के मामले में दोषी करार दिए राम रहीम को 7 से 10 साल तक की सजा मिल सकती है।
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यूपी के इस जिले में आ रहे CM योगी, क्या गड्डे करेंगे प्रदेश के मुखिया का स्वागत

सड़क में गड्ढे भी हैं और यह ऊबड़-खाबड़ भी बनी हुई है। हिंडन बैराज से अर्थला यू टर्न वाले मार्ग पर भी बीस से ज्यादा गहरे गड्ढे हैं।
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कभी घर से निकाल दिया था बीवी को, अब पति को हर महीने देने होंगे चार लाख

कोर्ट ने एक पत्रिका का हवाला देते हुए कहाकि पति का एक हजार करोड़ रुपये के आसपास का कारोबार है और उसे एक पत्रिका में सुपर रिच की श्रेणी में रखा गया है।
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बवाना: AAP काफी आगे, कांग्रेस दूसरे नंबर पर

नई दिल्ली
बवाना विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के बाद मतगणना जारी है और आम आदमी पार्टी बड़े अंतर से आगे चल रही है। बवाना उपचुनाव में आप और कांग्रेस के बीच काफी देर तक चली कांटे की टक्कर के बाद 23वें राउंड में AAP प्रत्याशी काफी बड़ी बढ़त के साथ आगे हैं। इसे निर्णायक बढ़त माना जा रहा है।

23वें राउंड में आप प्रत्याशी 51070 वोटों के साथ पहले, कांग्रेस उम्मीदवार 29595 वोटों के साथ दूसरे और बीजेपी प्रत्याशी 28126 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर हैं।

शुरुआत में कांग्रेस के सुरेन्द्र कुमार करीब 2000 वोटों से बीजेपी प्रत्याशी से आगे चल रहे थे। 11वें राउंड तक कांग्रेस प्रत्याशी ने बढ़त ले रखी थी, लेकिन इसके बाद AAP काफी आगे निकल गई। इसके पहले 10वें राउंड में कांग्रेस उम्मीदवार 19387 वोटों के साथ पहले, आप उम्मीदवार 19095 वोटों के साथ दूसरे और बीजेपी उम्मीदवार 14136 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे।

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Sunday, August 27, 2017

ऑनलाइन व ऑफलाइन खेल को बीमारी का दर्जा दे सकता है WHO

संभावना है कि डब्ल्यूएचओ अप्रैल 2019 में जारी होने वाली बीमारियों की सूची में ऑनलाइन व ऑफलाइन खेल की लत को भी शामिल कर सकता है।
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गिरने को तैयार पश्चिम विहार की DDA मार्केट

शमसे आलम, नई दिल्ली
पश्चिम विहार, ए-6 ब्लॉक डीडीए मार्केट की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। लंबे समय से रखरखाव न होने की वजह से इसकी दीवारों में दरारें आ गई हैं। यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मार्केट असोसिएशन इस बारे में डीडीए अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चुके हैं, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही।

डीडीए ने साल 1988 में ग्राउंड फ्लोर पर 98 दुकानें, पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल पर 42 कमर्शल ऑफिस बनवाए थे, जिसे डीडीए ने 2007 में अलॉटी को हैंडओवर कर दिया था। पश्चिम विहार ए-6 एलएससी डीडीए कॉम्प्लेक्स वेलफेयर असोसिएशन के अध्यक्ष प्रेमचंद बंसल ने बताया कि इन 20 सालों में डीडीए की ओर से एक बार भी मरम्मत का काम नहीं कराया जा सका है इसलिए बिल्डिंग बिल्कुल जर्जर हो चुकी है। कभी भी बिल्डिंग ढहने से बड़ा हादसा हो सकता है। इस मामले को लेकर कई बार डीडीए अधिकारी, उपराज्यपाल के अलावा पीएमओ तक से शिकायत कर चुके हैं। हर बार मरम्मत के नाम पर केवल आश्वासन मिल रहा है। यहां दो हजार से अधिक लोग काम करते हैं। इसके अलावा रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग यहां शॉपिंग के लिए आते हैं। ऐसे में दुकानदारों के साथ-साथ आने-जाने वाले लोगों के लिए भी यह जर्जर बिल्डिंग खतरा बनी हुई है।
डर के साये में दो हजार दुकानदार
दुकानदारों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बाद भी डीडीए अधिकारी चैन की नींद सो रहे हैं। वे किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैं। जल्द ही जर्जर बिल्डिंग की मरम्मत का काम शुरू नहीं हुआ तो कभी भी हादसा हो सकता है। खासकर बरसात के दिनों में अधिक खतरा बना रहता है।

डीडीए ने नोटिस लगाकर की खानापूर्ति
मार्केट में कई जगहों पर डीडीए ने जर्जर इमारत से बचने के लिए नोटिस लगाकर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया है। नोटिस में बिल्डिंग जर्जर होने की सूचना लिखी हुई है। यहां से गुजरने वालों के लिए सावधानी बरतने की भी हिदायत दी गई है।

पार्किंग पर कब्जे से दुकानदार परेशान
मार्केट असोसिएशन के अधिकारियों के मुताबिक, पार्किंग पर डीडीए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ने कब्जा कर लिया है। मार्केट में आए लोगों को वाहन खड़ी करने में काफी परेशानी हो रही है। शिकायत करने पर अधिकारियों ने जल्द ही पार्किंग की समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक पार्किंग की जगह को खाली नहीं कराया जा सका है।

प्रदर्शन करेंगे
पश्चिम विहार, ए-6 एलएससी डीडीए कॉम्प्लेक्स के अध्यक्ष प्रेमचंद बंसल काै कहना है, 'डीडीए के सुस्त रवैये के बाद पहली मंजिल के मरम्मत का काम असोसिएशन ने 40 लाख रुपये की लागत से करवाया है। लेकिन बिल्डिंग के खंभे कमजोर होने और दरारें आने से अनहोनी का खतरा बना हुआ है। जल्द ही डीडीए अधिकारियों की ओर से कार्रवाई नहीं की गई तो बड़े पैमाने पर डीडीए अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।'

मरम्मत का काम डीडीए का नहीं
डीडीए, द्वारका में चीफ इंजिनियर एसएन सिंह ने कहा, 'डीडीए ने सभी दुकानें बेच दी हैं। दुकानें बेचने के बाद मरम्मत का काम डीडीए का नहीं, बल्कि मार्केट असोसिएशन का है। मार्केट असोसिएशन को इस काम के लिए खुद ही आगे आना चाहिए। बिल्डिंग के रख-रखाव की जिम्मेदारी डीडीए की नहीं है। कुछ दुकानें और कमर्शल ऑफिस हैं, जो डीडीए के अधीन हैं, इसपर कार्रवाई की जाएगी।'

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