नई दिल्ली
बवाना विधानसभा उपचुनाव में मिली शानदार जीत ने आम आदमी पार्टी को नई ऊर्जा दे दी है। बवाना उपचुनाव के लिए पार्टी ने जनता से सीधे जुड़ने का कम्यूनिकेशन फॉर्म्युला अपनाया और वह कारगर साबित हुआ। 4 महीने पहले पार्टी के स्टेट कन्वीनर की जिम्मेदारी संभालने वाले गोपाल राय ने संगठन बनाने से लेकर कामयाब चुनावी रणनीति बनाई। नतीजों के बाद दिल्ली सचिवालय में एनबीटी ने उनसे बातचीत की। तो उनके चेहरे की चमक बता रही थी कि वह कितनी राहत महसूस कर रहे हैं। राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले ढाई साल में आम लोगों के लिए काफी काम किए हैं और इन कामों के बारे में लोगों तक पूरी जानकारी पहुंचाना भी एक चुनौती था। उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर वह दबाव में जरूर थे, लेकिन भरोसा था कि अगर सरकार के कामकाज के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लोगों तक पहुंचाई गई तो निश्चित तौर पर लोगों का समर्थन मिलेगा।
लोगों के साथ सीधी बात
गोपाल राय ने बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया की बड़ी सभाओं की जगह पदयात्रा पर फोकस किया गया। सीएम और डेप्युटी सीएम ने लोगों से सीधी बात की। सीएम लोगों से मिले और उन्हें सरकार के कामों के बारे में बताया। लोगों की गलतफहमी भी दूर हुई और कम्यूनिकेशन के इस फॉर्म्युले ने दिल्ली सरकार और लोगों के बीच बेहतर संवाद स्थापित किया। लोगों को पता लगा कि केजरीवाल सरकार लोगों की भलाई के लिए कितनी मुश्किल परिस्थितियों में काम कर रही है। आप के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा था, लेकिन लोगों से सीधी बात ने इस दुष्प्रचार को काफी हद तक खत्म किया।
4 महीने पहले था नकारात्मक माहौल
गोपाल राय ने बताया कि एमसीडी चुनाव के बाद जब पहली बार वह बवाना में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे तो नकारात्मक माहौल था। वह कहते हैं कि उनके लिए भी यह चुनाव बहुत चनौतीपूर्ण था। यह चुनाव जीतना पार्टी के लिए बहुत जरूरी था, ताकि पार्टी के खिलाफ नेगेटिव कैंपेन करनेवालों को जवाब दिया जा सके। आप छोड़कर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले वेदप्रकाश के बारे में उन्होंने कहा कि जनता को धोखा देने वाले को सबक मिलना चाहिए।
गांवों में सीधी बात कार्यक्रम से फायदा
राय ने बताया कि उन्होंने बवाना के 26 गांवों में लोगों के साथ सीधी बात कार्यक्रम आयोजित करवाया। 40 से 50 सीधी बात कार्यक्रम हुए और स्मार्ट गांव कॉन्सेप्ट के बारे में लोगों को बताया गया। बवाना में पहली बार जेजे कॉलोनी से किसी शख्स को कैंडिडेट बनाया गया था और गांवों में लोगों के समर्थन का बड़ा सवाल था। लेकिन जैसे-जैसे गांवों के लोगों के साथ मीटिंग होती गई, वैसे-वैसे पार्टी का समर्थन बढ़ता गया।
बनाया संगठन
स्टेट कन्वीनर का पद संभालने के बाद उन्होंने संगठन बनाने पर फोकस किया। आम आदमी पार्टी की दिल्ली यूनिट ने संगठन को मजबूत बनाने के मकसद के साथ 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' कैंपेन शुरू किया। मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की गई। दिल्ली में सभी बूथों पर क्षेत्रीय अध्यक्षों की नियुक्ति हुई। अब सभी बूथ पर 25 घरों पर एक क्षेत्रीय प्रतिनिधि होगा। हर गली तक संगठन खड़ा करने का खाका तैयार किया जा रहा है। राय ने कहा कि कैंपेन की पहली चुनौती बवाना चुनाव ही थी।
बवाना विधानसभा उपचुनाव में मिली शानदार जीत ने आम आदमी पार्टी को नई ऊर्जा दे दी है। बवाना उपचुनाव के लिए पार्टी ने जनता से सीधे जुड़ने का कम्यूनिकेशन फॉर्म्युला अपनाया और वह कारगर साबित हुआ। 4 महीने पहले पार्टी के स्टेट कन्वीनर की जिम्मेदारी संभालने वाले गोपाल राय ने संगठन बनाने से लेकर कामयाब चुनावी रणनीति बनाई। नतीजों के बाद दिल्ली सचिवालय में एनबीटी ने उनसे बातचीत की। तो उनके चेहरे की चमक बता रही थी कि वह कितनी राहत महसूस कर रहे हैं। राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले ढाई साल में आम लोगों के लिए काफी काम किए हैं और इन कामों के बारे में लोगों तक पूरी जानकारी पहुंचाना भी एक चुनौती था। उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर वह दबाव में जरूर थे, लेकिन भरोसा था कि अगर सरकार के कामकाज के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लोगों तक पहुंचाई गई तो निश्चित तौर पर लोगों का समर्थन मिलेगा।
लोगों के साथ सीधी बात
गोपाल राय ने बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया की बड़ी सभाओं की जगह पदयात्रा पर फोकस किया गया। सीएम और डेप्युटी सीएम ने लोगों से सीधी बात की। सीएम लोगों से मिले और उन्हें सरकार के कामों के बारे में बताया। लोगों की गलतफहमी भी दूर हुई और कम्यूनिकेशन के इस फॉर्म्युले ने दिल्ली सरकार और लोगों के बीच बेहतर संवाद स्थापित किया। लोगों को पता लगा कि केजरीवाल सरकार लोगों की भलाई के लिए कितनी मुश्किल परिस्थितियों में काम कर रही है। आप के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा था, लेकिन लोगों से सीधी बात ने इस दुष्प्रचार को काफी हद तक खत्म किया।
4 महीने पहले था नकारात्मक माहौल
गोपाल राय ने बताया कि एमसीडी चुनाव के बाद जब पहली बार वह बवाना में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे तो नकारात्मक माहौल था। वह कहते हैं कि उनके लिए भी यह चुनाव बहुत चनौतीपूर्ण था। यह चुनाव जीतना पार्टी के लिए बहुत जरूरी था, ताकि पार्टी के खिलाफ नेगेटिव कैंपेन करनेवालों को जवाब दिया जा सके। आप छोड़कर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले वेदप्रकाश के बारे में उन्होंने कहा कि जनता को धोखा देने वाले को सबक मिलना चाहिए।
गांवों में सीधी बात कार्यक्रम से फायदा
राय ने बताया कि उन्होंने बवाना के 26 गांवों में लोगों के साथ सीधी बात कार्यक्रम आयोजित करवाया। 40 से 50 सीधी बात कार्यक्रम हुए और स्मार्ट गांव कॉन्सेप्ट के बारे में लोगों को बताया गया। बवाना में पहली बार जेजे कॉलोनी से किसी शख्स को कैंडिडेट बनाया गया था और गांवों में लोगों के समर्थन का बड़ा सवाल था। लेकिन जैसे-जैसे गांवों के लोगों के साथ मीटिंग होती गई, वैसे-वैसे पार्टी का समर्थन बढ़ता गया।
बनाया संगठन
स्टेट कन्वीनर का पद संभालने के बाद उन्होंने संगठन बनाने पर फोकस किया। आम आदमी पार्टी की दिल्ली यूनिट ने संगठन को मजबूत बनाने के मकसद के साथ 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' कैंपेन शुरू किया। मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की गई। दिल्ली में सभी बूथों पर क्षेत्रीय अध्यक्षों की नियुक्ति हुई। अब सभी बूथ पर 25 घरों पर एक क्षेत्रीय प्रतिनिधि होगा। हर गली तक संगठन खड़ा करने का खाका तैयार किया जा रहा है। राय ने कहा कि कैंपेन की पहली चुनौती बवाना चुनाव ही थी।
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