Wednesday, August 30, 2017

लुटेरों से भिडंत में लथपथ हुई पत्नी पर...

नई दिल्ली
राजधानी में क्राइम 'कंट्रोल' करने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है, पर अफसोस कि यह काम सिर्फ कागजों में किया जा रहा है, वह भी सच से आंखें फेरकर! अपराधियों पर लगाम कसने के बजाए दिल्ली पुलिस अपराध पीड़ितों के बयान पर ही 'लगाम' लगा रहे हैं। उनके बयान में हेर-फेर करके लूट जैसे संगीन अपराध को भी चोरी की धारा में दर्ज कर रहे हैं।
ऐसी ही सनसनीखेज वारदात करोल बाग में रानी झांसी रोड पर हुई, जहां एक महिला अपने पति से मोबाइल छीनकर भागने की कोशिश कर रहे बाइक सवार दो बदमाशों से भिड़ गई।

महिला ने एक बदमाश को पहले टी-शर्ट से पकड़ खींचा, फिर उनकी बाइक पकड़ ली। इस बीच बदमाशों ने उनके सिर पर किसी नुकीली चीज से वार किया, जिससे वह खून से लथपथ हो गईं। बावजूद इसके उन्होंने बाइक नहीं छोड़ी। ऐसे हालात में पति ने बदमाशों को छोड़ पत्नी को संभाला। बाइकर्स मौका मिलते ही भाग गए।

दिनदहाड़े हुई वारदात को देशबंधु गुप्ता रोड पुलिस ने चोरी की धारा 379/34 में दर्ज किया है। घायल महिला गीता कपूर ने बताया कि उन्होंने थाने जाकर पुलिस को पूरा घटनाक्रम साफ-साफ बताया था और रॉबरी का मुकदमा दर्ज करने की गुजारिश की थी, ताकि पुलिस संगीन अपराध में शामिल बदमाशों को पकड़ने के गंभीर प्रयास करे और उनके जुर्म की कड़ी से कड़ी सजा मिल सके, लेकिन चोरी का केस दर्ज होने से उन्हें हैरानी हो रही है।

गीता और उनके पति रजत कपूर(37) गोविंदपुरी एक्सटेंशन में रहते हैं। रजत कम्प्यूटर हार्डवेयर का काम करते हैं। 29 अगस्त की दोपहर 12:30 बजे पत्नी के साथ पहाड़ी धीरज इलाके में रिश्तेदार से मिलने गए थे। कार को रानी झांसी रोड पर पार्क किया था। रिक्शा लेने के लिए रोड पर खड़े थे, तभी बाइक सवार दो युवकों ने रजत के हाथ से आई-फोन छीन लिया और भागने लगे। उस समय गीता ने बाइक सवार एक बदमाश की टी-शर्ट पकड़ खींची और फिर बाइक का पिछला हिस्सा भी उनके हाथ आ गया। गीता का कहना है कि बदमाशों ने खींचतान के दौरान किसी चीज से उनके सिर पर वार किया, जिससे उन्हें बहुत खून बहने लगा। इस वजह से उनके पति को उन्हें संभालना पड़ा और बदमाश उनके चंगुल से छूट भागे।

इस तरह बदले बयान, बनाया चोरी का केस!
आरोप है कि पुलिस ने इस वारदात को चोरी का केस बनाने के लिए बयान में हेर-फेर किया। बयान में लिखा है कि बदमाशों ने रजत के हाथ से फोन ले लिया और भागने लगा। उस समय गीता ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो कोई नुकीली चीज उनके सिर में लग गई। इस बयान से जाहिर हो रहा है कि रजत ने अपना फोन खुद बदमाशों को दिया और गीता को भी अपने आप चोट लग गई। कानून के जानकारों का कहना है कि कल तक पुलिस लूट के मामलों को स्नैचिंग की धारा में दर्ज कर रही थी, लेकिन उससे भी आकड़ों में 'क्राइम कंट्रोल' होता नहीं दिख रहा है, तो रॉबरी के केस चोरी में दर्ज किए जा रहे हैं।

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