नई दिल्ली
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मानहानि के मामले में दिल्ली की एक स्पेशल कोर्ट ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत पार्टी के अन्य नेताओं को समन जारी किया है। मनोज तिवारी और बीजेपी के अन्य नेताओं ने उपमुख्यमंत्री सिसोदिया पर सरकारी स्कूलों के क्लासरूम में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। सिसोदिया ने इन नेताओं पर उनकी मानहानि करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
मनोज तिवारी के अलावा बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा, हंस राज हंस, विधायक वीजेंदर गुप्ता, मजिंदर सिंह सिरसा और पार्टी प्रवक्ता हरीश खुराना ने सिसोदिया पर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्लासरूम के निर्माण में 2000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
इस मामले में अडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (ACMM) विशाल पाहुजा ने तिवारी समते प्रवेश वर्मा, हंसराज हंस, वीजेंदर गुप्ता और हरीश खुराना को 18 दिसंबर से पहले इस मामले में आदलत के सामने पेश होने का निर्देश दिया है।
सिसोदिया ने इन सभी नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत झूठ और बदनाम करने के मकसद से मुकदमा दर्ज किया है। सिसोदिया ने कहा है कि बीजेपी नेताओं द्वारा उन पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और गलत हैं। इन नेताओं ने उनकी छवि खराब करने के मकसद से ये झूठे आरोप उन पर मढे हैं।
बता दें कि दिल्ली बीजेपी ने दिल्ली के स्कूलों में दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए नए क्लासरूमों में 2000 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर ये आरोप लगाए थे।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिवारी ने कहा था कि स्कूलों के ये नए क्लासरूम 892 करोड़ रुपये में बनाए जाने थे लेकिन दिल्ली सरकार ने अपने संबंधियों और पहचान वाले 34 ठेकदारों को ये कॉन्ट्रैक्ट बांटकर घोटाला किया है। मनोज तिवारी ने एक आरटीआई का हवाला देते हुए इस घोटाले का पर्दाफाश करने की बात कही थी।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मानहानि के मामले में दिल्ली की एक स्पेशल कोर्ट ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत पार्टी के अन्य नेताओं को समन जारी किया है। मनोज तिवारी और बीजेपी के अन्य नेताओं ने उपमुख्यमंत्री सिसोदिया पर सरकारी स्कूलों के क्लासरूम में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। सिसोदिया ने इन नेताओं पर उनकी मानहानि करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
मनोज तिवारी के अलावा बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा, हंस राज हंस, विधायक वीजेंदर गुप्ता, मजिंदर सिंह सिरसा और पार्टी प्रवक्ता हरीश खुराना ने सिसोदिया पर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्लासरूम के निर्माण में 2000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
इस मामले में अडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (ACMM) विशाल पाहुजा ने तिवारी समते प्रवेश वर्मा, हंसराज हंस, वीजेंदर गुप्ता और हरीश खुराना को 18 दिसंबर से पहले इस मामले में आदलत के सामने पेश होने का निर्देश दिया है।
सिसोदिया ने इन सभी नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत झूठ और बदनाम करने के मकसद से मुकदमा दर्ज किया है। सिसोदिया ने कहा है कि बीजेपी नेताओं द्वारा उन पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और गलत हैं। इन नेताओं ने उनकी छवि खराब करने के मकसद से ये झूठे आरोप उन पर मढे हैं।
बता दें कि दिल्ली बीजेपी ने दिल्ली के स्कूलों में दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए नए क्लासरूमों में 2000 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर ये आरोप लगाए थे।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिवारी ने कहा था कि स्कूलों के ये नए क्लासरूम 892 करोड़ रुपये में बनाए जाने थे लेकिन दिल्ली सरकार ने अपने संबंधियों और पहचान वाले 34 ठेकदारों को ये कॉन्ट्रैक्ट बांटकर घोटाला किया है। मनोज तिवारी ने एक आरटीआई का हवाला देते हुए इस घोटाले का पर्दाफाश करने की बात कही थी।
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