विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
‘हमें चाहिए कूलर’, देर रात जामिया मिल्लिया इस्लामिया में यह आवाज जमकर गूंजी। तेज गर्मी में कूलर ना लगाने की इजाजत पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एक बार फिर लड़कियां हॉस्टल से बाहर निकली आ गईं।
जामिया के जम्मू-कश्मीर हॉस्टल की लड़कियों ने हॉस्टल का गेट तोड़ा और रात 12 बजे नारे लगाते हुए प्रशासन के सामने अपनी मांगें दोहराईं। मामला रात करीब 2 बजे तक गर्म। नतीजा यह रहा कि प्रशासन ने मंगलवार को मीटिंग की जिसमें वीसी, वॉडर्न समेत तमाम अधिकारी और कुछ स्टूडेंट्स भी शामिल हुईं। लड़कियों की मांग मान ली गई। हालांकि, अभी एक पेच भी है।
स्टूडेंट्स ने बताया कि प्रशासन ने कहा कि हॉस्टल में कूलर लगाने से ट्रिप होने का खतरा है। पहले देखा जाएगा कि ट्रिपिंग तो नहीं हो रही। मगर लड़कियों का कहना है कि हॉस्टल पिछले साल ही शुरू हुआ है और कूलर, गीजर बेसिक सुविधाएं हैं, ट्रिप होने के लिए वे जिम्मेदार नहीं, इसलिए वायरिंग बदली जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ वहीं, तो प्रोटेस्ट और बड़े लेवल का होगा। हालांकि, जामिया प्रशासन के एक अधिकारी का कहना है कि मामला सुलझ गया है, जल्द ही वे कूलर लगा सकेंगी।
यह हॉस्टल 2018 में ही शुरू हुआ है। हॉस्टल में 7 मंजिलें हैं और 650 से ज्यादा लड़कियां यहां रहती हैं। जामिया की एक स्टूडेंट मिसबाह का कहना है, जब नया हॉस्टल बना है तो कूलर के लायक वायरिंग क्यों नहीं की गई/ गर्मी बहुत ज्यादा है और जल्द ही रमजान का महीना भी शुरू हो रहा है। ऐसे में, हम कैसे इतनी गर्मी को झेलेंगे और पढ़ाई कर पाएंगे/ एक और स्टूडेंट प्रगति कहती हैं, यह एग्जाम टाइम है और कूलर के बिना लड़कियां बीमार हो रही हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि प्रशासन को पहले तो कूलर लगाकर देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं कर सकते तो अपना कूलर लगाने तो दें। क्या वो बिना कूलर के घरों में रह सकते हैं/ स्टूडेंट्स का कहना है कि हमारा अहम मुद्दा कूलर है और हम प्रशासन को मौका दे रहे हैं कि वे चेक करवा लें।
‘हमें चाहिए कूलर’, देर रात जामिया मिल्लिया इस्लामिया में यह आवाज जमकर गूंजी। तेज गर्मी में कूलर ना लगाने की इजाजत पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एक बार फिर लड़कियां हॉस्टल से बाहर निकली आ गईं।
जामिया के जम्मू-कश्मीर हॉस्टल की लड़कियों ने हॉस्टल का गेट तोड़ा और रात 12 बजे नारे लगाते हुए प्रशासन के सामने अपनी मांगें दोहराईं। मामला रात करीब 2 बजे तक गर्म। नतीजा यह रहा कि प्रशासन ने मंगलवार को मीटिंग की जिसमें वीसी, वॉडर्न समेत तमाम अधिकारी और कुछ स्टूडेंट्स भी शामिल हुईं। लड़कियों की मांग मान ली गई। हालांकि, अभी एक पेच भी है।
स्टूडेंट्स ने बताया कि प्रशासन ने कहा कि हॉस्टल में कूलर लगाने से ट्रिप होने का खतरा है। पहले देखा जाएगा कि ट्रिपिंग तो नहीं हो रही। मगर लड़कियों का कहना है कि हॉस्टल पिछले साल ही शुरू हुआ है और कूलर, गीजर बेसिक सुविधाएं हैं, ट्रिप होने के लिए वे जिम्मेदार नहीं, इसलिए वायरिंग बदली जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ वहीं, तो प्रोटेस्ट और बड़े लेवल का होगा। हालांकि, जामिया प्रशासन के एक अधिकारी का कहना है कि मामला सुलझ गया है, जल्द ही वे कूलर लगा सकेंगी।
यह हॉस्टल 2018 में ही शुरू हुआ है। हॉस्टल में 7 मंजिलें हैं और 650 से ज्यादा लड़कियां यहां रहती हैं। जामिया की एक स्टूडेंट मिसबाह का कहना है, जब नया हॉस्टल बना है तो कूलर के लायक वायरिंग क्यों नहीं की गई/ गर्मी बहुत ज्यादा है और जल्द ही रमजान का महीना भी शुरू हो रहा है। ऐसे में, हम कैसे इतनी गर्मी को झेलेंगे और पढ़ाई कर पाएंगे/ एक और स्टूडेंट प्रगति कहती हैं, यह एग्जाम टाइम है और कूलर के बिना लड़कियां बीमार हो रही हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि प्रशासन को पहले तो कूलर लगाकर देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं कर सकते तो अपना कूलर लगाने तो दें। क्या वो बिना कूलर के घरों में रह सकते हैं/ स्टूडेंट्स का कहना है कि हमारा अहम मुद्दा कूलर है और हम प्रशासन को मौका दे रहे हैं कि वे चेक करवा लें।
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