Tuesday, April 30, 2019

यूं पकड़ा गया पायलट की पत्नी का शातिर हत्यारा

नई दिल्ली
मीडिया में सुर्खी बनने के बाद वायुसेना के रिटायर्ड विंग कमांडर की पत्नी मीनू जैन मर्डर केस सुलझाना द्वारका पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज बन गया था। पुलिस टीम पर प्रेशर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले के 50 पुलिसवालों को केस में लगाया गया। शुरुआत में पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था। हादसे वाली जगह को देखकर एक बार के लिए यह एक सामान्य मौत का केस भी लग रहा था लेकिन जब मीनू के 2 मोबाइल फोन्स के बारे में पता लगा और ढूंढने से भी फोन नहीं मिले तो पुलिस समझ गई कि यह सोच-समझकर किया गया कत्ल है। हत्यारा बहुत शातिर है। उसने किसी मोबाइल का भी इस्तेमाल नहीं किया है।

पढ़ेंः मोबाइल डेटिंग ऐप पर मीनू से मिला था उनका हत्यारा

कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सबसे पहले पुलिस के हाथ कुछ चीजें लगीं। पहली- एयरफोर्स ऐंड नेवल अपार्टमेंट सेक्टर-7 के एंट्री रजिस्टर में मीनू के फ्लैट नंबर के साथ दर्ज एक कार का नंबर। दूसरी- एक सीसीटीवी फुटेज, जिसमें वह नंबर दिखाई दे रहा था। हालांकि जांच में वह फर्जी निकला। कार को गौर से देखा तो उसकी ड्राइवर साइड में आगे-पीछे डेंट लगे थे। गार्ड से पूछताछ में कातिल के हुलिए के बारे में अंदाजा लगा। पुलिस के पास ये सुराग थे, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ पा रहा था। इसी बीच एक टीम ने बताया कि मीनू का एक मोबाइल 26 अप्रैल की सुबह करीब 5 बजे गुड़गांव से आगे बंद हुआ है। पुलिस को यहां से यह सुराग मिला।
पता लगा कि कातिल गुड़गांव की ओर गया था, मुमकिन है कि वह जयुपर की ओर ही गया हो। फिर दोनों टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक करके करीब तीन हजार कारों को देखा गया। उनमें से कुछ कारों को अलग किया गया जो जयपुर की ओर गई थीं। पुलिस उसी थिअरी पर आगे बढ़ती गई। एसीपी राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में चल रही तफ्तीश में तुरंत एक टीम इंस्पेक्टर नवीन कुमार और एसआई अरविंद के साथ जयपुर भेज दी गई। जयपुर अथॉरिटी से बात करके चार कारों के अड्रेस पता किए गए। सभी के बारे में पता लगाया गया। जांच के दौरान जयपुर के पास एक जगह घर के बाहर खड़ी कातिल की डेंट लगी कार मिल गई।


कातिल का घर छोटा था, इसलिए उसने कार को बाहर ही पार्क कर दिया था। पर हत्यारा नहीं मिला। क्राइम ब्रांच की एक टीम द्वारा उसके एक फोन पर कॉन्टैक्ट करने की कोशिश से वह अलर्ट होकर भाग गया था। फिर उसके बारे में क्लू मिला और पुलिस ने आरोपी दिनेश दीक्षित को धर-दबोचा। उसने पुलिस को बताया कि शादीशुदा महिलाओं से दोस्ती करने में ही उसकी दिलचस्पी है। उसने डेटिंग ऐप से कई महिलाओं से दोस्ती कर रखी है। 1997-98 में उसने आईजीआई एयरपोर्ट पर कैब चलाई थी। दुबई में सेल्स एग्जिक्युटिव की जॉब भी की थी।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: यूं पकड़ा गया पायलट की पत्नी का शातिर हत्यारा