Tuesday, April 30, 2019

रोहित मर्डर: मिटा दिया अपना दुख...अपूर्वा का कबूलनामा

राजशेखर झा, नई दिल्ली
पति रोहित शेखर तिवारी की हत्या के जुर्म में गिरफ्तार हुई अपूर्वा ने पूछताछ के दौरान कथित तौर पर स्वीकार किया है कि उसने हत्या की योजना इसलिए बनाई क्योंकि उसे शक था कि उसका पति का एक अन्य महिला के बेटे का 'असली' पिता है। अपूर्वा को शक था कि उसकी संपत्ति आखिरकार उस बच्चे की हो जाएगी।

सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि अपूर्वा ने अपनी 2 दिनों की रिमांड के दौरान पुलिस को बताया कि उसके पति का अन्य महिला के साथ 'अफेयर' उसके लिए बड़ा झटका था जो उसे 'अंदर से खाए' जा रहा था। जिस महिला के साथ रोहित का कथित तौर पर अफेयर था, उसका एक बेटा था जो उसकी शादी के 8 सालों बाद हुआ था। इसी को लेकर अपूर्वा और रोहित के रिश्ते खराब होते गए।

पुलिस के डिस्क्लोजर रिपोर्ट में अपूर्वा को उद्धृत किया गया है, 'महिला चाहती थी कि रोहित अपनी प्रॉपर्टी में उसके बेटे के लिए हिस्सा दे और वह अक्सर यह बात कहती थी कि आपके घर का ही तो बच्चा है। बच्चे के लिए रोहित का प्यार भी मेरे शक की पुष्टि कर रहा था।'

इंदौर के एक वकीलों के परिवार से आने वाली अपूर्वा 2012 से 2014 के बीच दिल्ली में रही और बाद में उसने लाजपत नगर 4 में एक किराये पर घर ले लिया। उसने इंदौर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस शुरू कर दी।

अपूर्वा ने पूछताछ में बताया कि उसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं। ऐसा लगता है कि जब उसने मैरेज साइट पर अपने भावी वर के लिए प्रोफाइलों को खंगाला तो रोहित शेखर तिवारी को सिर्फ इसलिए चुना क्योंकि उसे लगता था कि इससे उसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं पूरी हो सकेंगी। उसे पता चला कि वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व राज्यपाल एन. डी. तिवारी का बेटा है और उसने अदालत में पितृत्व केस को जीता है।

कुछ महीनों की डेटिंग के बाद वह शादी के लिए दबाव बनाने लगी। अपूर्वा की रोहित से शादी पिछले साल 11 मई 2018 को हुई लेकिन उसने पुलिस को बताया कि जल्द ही उसे 'महसूस हो गया कि यह शादी नहीं टिक पाएगी' और उसने 29 मई को अपनी ससुराल को छोड़ दिया। वह जुलाई में वापस आई और अपने वकील के जरिए रोहित के पास तलाक का नोटिस भेजा।

दोनों में फिर झगड़ा हुआ लेकिन आखिरकार अपूर्वा ने रोहित से माफी मांगकर अपनी शादी को एक और मौका देने को सहमत हुई। दोनों ने डिफेंस कॉलोनी स्थित घर में फिर साथ रहना शुरू कर दिया लेकिन उसे नियमित तौर पर इंदौर जाना पड़ता था क्योंकि उसके पिता अल्जाइमर के मरीज थे।

उसने बताया कि सुलह की कोशिशों के बावजूद रोहित और उसके परिवार के साथ रहने से वह बीमार हो गई। वह खासतौर पर अपनी सास उज्ज्वला शर्मा की 'डिमांडिंग, दखल देने वाली और डॉमिनेटिंग' नेचर से नाखुश थी। अपूर्वा के मुताबिक वह अपने बेडरूम के परदों को भी नहीं बदल सकती थी क्योंकि उज्ज्वला यह नहीं चाहती थी। उसक मुताबिक, उज्ज्वला ही परिवार के फाइनैंस को कंट्रोल करती थी और उसे घर चलाने के लिए पैसे तक नहीं देती थी और न ही एक बहू के नाते उसे परिवार में कोई इज्जत दी जाती थी।

अपूर्वा के मुताबिक, उज्ज्वला की वसीयत के अनुसार रोहित को घर की कीमत का 60 प्रतिशत मिलता जबकि बाकी उसके दूसरे बेटे सिद्धार्थ को मिलने वाला था। अगर दोनों भाइयों में से किसी की मौत होती तो प्रॉपर्टी अन्य भाई की होती। सिद्धार्थ अविवाहित है और उसने कह रखा था कि उसके हिस्से की संपत्ति उसके बाद उस बच्चे की होगी जिसका अपूर्वा को शक था कि वह उसके पति रोहित का है। अपूर्वा ने पुलिस को बताया, 'मैंने इस शादी से यह उम्मीद नहीं की थी।'

मर्डर की वारदात के बारे में अपूर्वा ने बताया कि 10 अप्रैल को तिवारी अपनी मां और दूसरे रिश्तेदारों के साथ उत्तराखंड के काठगोदाम गए थे। वे 15 अप्रैल को रात पौने 10 के करीब दिल्ली लौटे। अपूर्वा ने बताया, 'मैंने ध्यान दिया कि रोहित और वह महिला पिए हुए थे। मैंने रोहित को खाना परोसा और बाद में हम दोनों साथ में बेडरूम गए। करीब पौने 11 बजे उज्ज्वला और कुछ रिश्तेदार डिनर के लिए आए। इसलिए मैं और रोहत करीब साढ़े 11 बजे तक उनके जाने के तक उनके साथ रहे।'

अपूर्वा ने बताया कि करीब आधी रात को उसने डिनर खत्म किया और उसके बाद टीवी पर सावधान इंडिया देखा। करीब पौने एक बजे रात को उसने कपड़े बदले और वह रोहित के कमरे में दाखिल हुई। उसने बताया कि रोहित अभी सोया नहीं था और दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। अपूर्वा ने महिला के बारे में उससे सवाल किए। रोहित ने बताया कि महिला और उसने एक ही गिलास से शराब पी थी, जिससे वह नाराज हो गई। उसने कथित तौर पर पुलिस के सामने कबूल किया, 'मैंने उसे मारना शुरू कर दिया। मैंने उसका गला पकड़ लिया और उसे दबाना शुरू कर दिया। फिर मैंने एक तकिए से उसका गला घोंट दिया।'

उसने बताया कि जब वह निश्चिंत हो गई अब वह बेजान है तो वह कमरे से बाहर निकल गई। उसे उम्मीद थी कि उसके पति की मौत के लिए उसके हृदय की बीमारी को जिम्मेदार माना जाएगा। उसने पुलिस को बताया कि वह पूरी रात यह सोचकर सो नहीं सकी कि उसने यह क्या कर दिया। लेकिन साथ-साथ उसे खुशी भी महसूस हो रही थी। पूछताछ में उसने बताया, 'काफी लंबे वक्त बाद मैं खुद को आजाद महसूस कर रही थी। मैंने रोहित को अपनी जिंदगी से निकाल दिया था। वह मेरे दुख का प्रमुख कारण बन गया था।'

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