Friday, August 31, 2018

मजदूरों के वॉट्सऐप ग्रुप्स में शव के फोटो, सॉल्व हुआ मर्डर केस

नई दिल्ली
सराय रोहिल्ला में एक ब्लाइंड मर्डर केस को पुलिस ने वॉट्सऐप के जरिए सुलझाया। एक मजदूर की सरेराह हत्या हुई थी। हाथ पर नाम जरूर गुदा था, लेकिन जेब से ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला, जिससे उसका पता चल पाता। कपड़ों से इतना अंदाजा लग रहा था कि वह मजदूर हो सकता है। इसलिए पुलिस ने आसपास के फैक्ट्री एरिया में रहने वाले मजदूरों के वॉट्सऐप ग्रुप्स में शव को फोटोग्राफ्स अपलोड करवाए। कोशिशें रंग लाईं। मृतक का रूम पार्टनर पुलिस तक पहुंच गया। उसके बाद हत्या की गुत्थी सुलझने में टाइम नहीं लगा। हत्या के आरोप में तीन नाबालिग पकड़े गए हैं।

डीसीपी (नॉर्थ) नूपुर प्रसाद ने बताया कि 28 अगस्त को देर रात पुलिस को रोड किनारे शव मिला था। शरीर पर चाकू के कुछ घाव थे। कपड़ों से ऐसा कोई दस्तावेज या कार्ड नहीं मिला, जिससे शिनाख्त होती। हाथ पर शंभू नाम गुदा था। जेब से सिर्फ 220 रुपये और तंबाकू का एक पैकेट मिला। जेब में रुपये मिलने की वजह से शुरुआत में पुलिस को शक हुआ कि हत्या रंजिश या रोडरेज के चलते हो सकती है। ऐसे में शिनाख्त की कोशिशें तेज की गईं।

मृतक के कपड़ों से पुलिस को लगा कि वह आसपास के फैक्ट्री एरिया में मजदूरी करता होगा, इसलिए सराय रोहिल्ला थाने के इंस्पेक्टर साहिब सिंह लाकड़ा और इंद्रलोक चौकी इन्चार्ज पंकज तोमर ने शव के फोटोग्राफ्स फैक्ट्री एरिया के अन्य मजदूरों के वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर करवाए, जो मृतक के रूम पार्टनर तक पहुंच गई। उसने पुलिस को बताया कि मृतक शंभू कुमार उसके साथ ही मजदूरी करता था। उसके पास एक मोबाइल भी था, जो गायब है। इस तरह पुलिस के हाथ अहम सुराग लगा। उस मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया गया, जिसकी लास्ट लोकेशन बापा नगर की मिली। इस तरह पुलिस सीढ़ी-दर-सीढ़ी तीन जुवेनाइल आरोपियों तक पहुंच गई।

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