नई दिल्ली
अर्जेंटीना में फ्री में किताबें देने वाले 'वेपन ऑफ मास इंस्ट्रक्शन' टैंक की तस्वीर और विडियो जेएनयू स्टूडेंट्स शेयर कर रहे हैं। इसके साथ ही स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से हर कमरे में ऐसा टैंक रखवाने की मांग की है। पिछले दिनों जेएनयू के वीसी ने कैंपस में आर्मी के पुराने टैंक रखने की इच्छा जताई थी ताकि स्टूडेंट्स सैनिकों के बलिदान को याद रखें।
इसका जेएनयू स्टूडेंट्स और कई राजनीति दलों ने विरोध किया था। जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेजिडेंट मोहित पांडे ने मंगलवार को कहा, 'अगर हमारे वीसी किताबों वाले टैंक की बात कर रहे हैं, तो जेएनयू के हर कमरे में इसका स्वागत है। जेएनयू का हर स्टूडेंट और टीचर इसके लिए खुशी से तैयार है।'
जेएनयू के ही एक पीजी स्टूडेंट नीरज ने बताया, 'वेपन ऑफ मास इंस्ट्रक्शन' का आर्टवर्क पुराना है और आर्टिस्ट को अंदाजा भी नहीं होगा कि कहीं दूर भारत की नामी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के एक बयान को उनका यह टैंक जवाब दे रहा है।
अर्जेंटीना का यह टैंक गोले नहीं, ज्ञान बरसाता है
अर्जेंटीना के एक आर्टिस्ट राउल ने एक टैंक बनाया है। यह टैंक विनाश करने वाले गोले नहीं बरसाता, बल्कि किताबें बांटता फिरता है। 'वेपन ऑफ मास इंस्ट्रक्शन' नाम का यह टैंक संदेश देता है कि युद्ध को हमेशा टाला जाना चाहिए और ज्ञान का फैलाना चाहिए। राउल ने 1979 में इस्तेमाल होने वाले फोर्ड फॉल्कन टैंक को एक चलते-फिरते बुक स्टोर में तब्दील किया है। इसमें 900 किताबें रखी जा सकती हैं। राउल अक्सर टैंक लेकर शहर में निकल पड़ते हैं। वह लोगों की फ्री में किताबें बांटते है। यह करते हुए उनका एक विडियो खूब शेयर किया जा रहा है।
अर्जेंटीना में फ्री में किताबें देने वाले 'वेपन ऑफ मास इंस्ट्रक्शन' टैंक की तस्वीर और विडियो जेएनयू स्टूडेंट्स शेयर कर रहे हैं। इसके साथ ही स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से हर कमरे में ऐसा टैंक रखवाने की मांग की है। पिछले दिनों जेएनयू के वीसी ने कैंपस में आर्मी के पुराने टैंक रखने की इच्छा जताई थी ताकि स्टूडेंट्स सैनिकों के बलिदान को याद रखें।
इसका जेएनयू स्टूडेंट्स और कई राजनीति दलों ने विरोध किया था। जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेजिडेंट मोहित पांडे ने मंगलवार को कहा, 'अगर हमारे वीसी किताबों वाले टैंक की बात कर रहे हैं, तो जेएनयू के हर कमरे में इसका स्वागत है। जेएनयू का हर स्टूडेंट और टीचर इसके लिए खुशी से तैयार है।'
जेएनयू के ही एक पीजी स्टूडेंट नीरज ने बताया, 'वेपन ऑफ मास इंस्ट्रक्शन' का आर्टवर्क पुराना है और आर्टिस्ट को अंदाजा भी नहीं होगा कि कहीं दूर भारत की नामी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के एक बयान को उनका यह टैंक जवाब दे रहा है।
अर्जेंटीना का यह टैंक गोले नहीं, ज्ञान बरसाता है
अर्जेंटीना के एक आर्टिस्ट राउल ने एक टैंक बनाया है। यह टैंक विनाश करने वाले गोले नहीं बरसाता, बल्कि किताबें बांटता फिरता है। 'वेपन ऑफ मास इंस्ट्रक्शन' नाम का यह टैंक संदेश देता है कि युद्ध को हमेशा टाला जाना चाहिए और ज्ञान का फैलाना चाहिए। राउल ने 1979 में इस्तेमाल होने वाले फोर्ड फॉल्कन टैंक को एक चलते-फिरते बुक स्टोर में तब्दील किया है। इसमें 900 किताबें रखी जा सकती हैं। राउल अक्सर टैंक लेकर शहर में निकल पड़ते हैं। वह लोगों की फ्री में किताबें बांटते है। यह करते हुए उनका एक विडियो खूब शेयर किया जा रहा है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: JNU: स्टूडेंट्स बोले, हर कमरे में रखवा दो यह टैंक