नई दिल्ली
जमीन आवंटन नियमों के उल्लंघन और सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप में DAV पब्लिक स्कूल, श्रेष्ठ विहार पुलिस कार्रवाई के घेरे में आ गया है। DDA की शिकायत पर आनंद विहार पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, जमीन कब्जाने व साजिश रचने की दफाओं में केस दर्ज कर लिया है।
स्कूल पर आरोप है कि उन्हें डीडीए से प्ले-ग्राउंड के लिए जो जमीन अलॉट हुई, उसके एक बड़े हिस्से पर बिल्डिंग बना दी गई। दूसरी ओर नर्सरी स्कूल का दायरा बढ़ाने के लिए डीडीए की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया। इस बाबत डीडीए के डिप्टी डायरेक्टर अटल सिंह की शिकायत पर 8 अगस्त को एफआईआर दर्ज हुई है। स्कूल प्रबंधन का पक्ष लिया। फोन पर स्कूल प्रिंसिपल उपलब्ध नहीं हुईं, लेकिन खुद को स्कूल सुपरिटेंडेंट बताकर मनोज गुप्ता ने स्कूल का पक्ष सामने रखा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कोर्ट में पहले से केस विचाराधीन है। जिन आरोपों पर एफआईआर दर्ज हुई है, उन पर स्कूल को कोर्ट से स्टे मिला हुआ है। पुलिस ने किस आधार पर एफआईआर दर्ज की, यह समझ में नहीं आ रहा। प्रबंधन को कल शाम ही एफआईआर दर्ज होने का पता चला।
इस बाबत डीडीए के समक्ष योजना विहार निवासी मनीष अग्रवाल ने शिकायत दी हुई थी, जिसकी जांच के बाद डीडीए ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। इस शिकायत में डीएवी पब्लिक स्कूल और डीएवी नर्सरी स्कूल की प्रिंसिपल के साथ डीएवी कॉलेज ट्रस्ट ऐंड मैनेजिंग कमिटी के सेक्रेटरी को आरोपी बनाने की मांग की गई है। डीडीए का कहना है कि स्कूल को कुल 5450 वर्गर मीटर की भूमि अलॉट की गई थी, जिसमें 2180 वर्ग मीटर का हिस्सा बिल्डिंग बनाने के लिए अलॉट हुआ था, जबकि 3270 वर्ग मीटर जमीन प्ले-ग्राउंड के लिए अलॉट हुई थी। आरोप है कि स्कूल ने अपने लाभ के लिए प्ले ग्राउंड के लिए सिर्फ 700 वर्ग मीटर जमीन छोड़ी और प्ले ग्राउंड के बाकी हिस्से पर बिल्डिंग बना दी। इसके अलावा, आरोप है कि करोड़ों की जमीन पर कब्जा करके नर्सरी स्कूल का दायरा बढ़ा लिया।
जमीन आवंटन नियमों के उल्लंघन और सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप में DAV पब्लिक स्कूल, श्रेष्ठ विहार पुलिस कार्रवाई के घेरे में आ गया है। DDA की शिकायत पर आनंद विहार पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, जमीन कब्जाने व साजिश रचने की दफाओं में केस दर्ज कर लिया है।
स्कूल पर आरोप है कि उन्हें डीडीए से प्ले-ग्राउंड के लिए जो जमीन अलॉट हुई, उसके एक बड़े हिस्से पर बिल्डिंग बना दी गई। दूसरी ओर नर्सरी स्कूल का दायरा बढ़ाने के लिए डीडीए की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया। इस बाबत डीडीए के डिप्टी डायरेक्टर अटल सिंह की शिकायत पर 8 अगस्त को एफआईआर दर्ज हुई है। स्कूल प्रबंधन का पक्ष लिया। फोन पर स्कूल प्रिंसिपल उपलब्ध नहीं हुईं, लेकिन खुद को स्कूल सुपरिटेंडेंट बताकर मनोज गुप्ता ने स्कूल का पक्ष सामने रखा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कोर्ट में पहले से केस विचाराधीन है। जिन आरोपों पर एफआईआर दर्ज हुई है, उन पर स्कूल को कोर्ट से स्टे मिला हुआ है। पुलिस ने किस आधार पर एफआईआर दर्ज की, यह समझ में नहीं आ रहा। प्रबंधन को कल शाम ही एफआईआर दर्ज होने का पता चला।
इस बाबत डीडीए के समक्ष योजना विहार निवासी मनीष अग्रवाल ने शिकायत दी हुई थी, जिसकी जांच के बाद डीडीए ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। इस शिकायत में डीएवी पब्लिक स्कूल और डीएवी नर्सरी स्कूल की प्रिंसिपल के साथ डीएवी कॉलेज ट्रस्ट ऐंड मैनेजिंग कमिटी के सेक्रेटरी को आरोपी बनाने की मांग की गई है। डीडीए का कहना है कि स्कूल को कुल 5450 वर्गर मीटर की भूमि अलॉट की गई थी, जिसमें 2180 वर्ग मीटर का हिस्सा बिल्डिंग बनाने के लिए अलॉट हुआ था, जबकि 3270 वर्ग मीटर जमीन प्ले-ग्राउंड के लिए अलॉट हुई थी। आरोप है कि स्कूल ने अपने लाभ के लिए प्ले ग्राउंड के लिए सिर्फ 700 वर्ग मीटर जमीन छोड़ी और प्ले ग्राउंड के बाकी हिस्से पर बिल्डिंग बना दी। इसके अलावा, आरोप है कि करोड़ों की जमीन पर कब्जा करके नर्सरी स्कूल का दायरा बढ़ा लिया।
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Read more: DAV स्कूल पर DDA ने करवाई FIR दर्ज