Tuesday, March 28, 2017

BJP जॉइन करने वाले वेदप्रकाश का मान-मुनव्वल

रामेश्वर दयाल, नई दिल्ली
अपना इस्तीफा देकर बीजेपी में गए बवाना से आप विधायक वेदप्रकाश को अंतिम क्षणों में मनाने की खासी कोशिशें की गईं। उन्हें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से एक बार मिलने को कहा गया और यह भी आश्वासन दिया गया कि अगर वह इस्तीफा वापस ले लेते हैं तो उन्हें सरकार में मंत्री बना दिया जाएगा। इस्तीफे को लेकर विधानसभा में करीब डेढ़ घंटे तक खासा ड्रामा चला।

दोपहर को प्रदेश बीजेपी कार्यालय में आप से इस्तीफा देकर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद वेदप्रकाश जब त्यागपत्र देने के लिए विधानसभा सचिवालय की ओर चले तो सम्मान के लिए नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता को उनके साथ भेजा गया। विधानसभा पहुंचने पर विजेंद्र अपने कक्ष में चले गए और वेदप्रकाश सचिवालय में। सूत्र बताते हैं कि वहां विधानसभा सचिव कार्यालय में सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा, वरिष्ठ नेता आशुतोष, विधायक नितिन त्यागी, अमानतुल्लाह खां पहले से मौजूद थे। वेदप्रकाश पहले से ही अपना इस्तीफा लिखकर लाए थे। आप नेताओं ने उनके इस्तीफे को पढ़ा और गुजारिश की कि वह इस्तीफा न दें। उनसे यह भी पूछा गया कि वह किस आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं, कहीं इसके पीछे कोई दबाव तो नहीं है।

बताते हैं कि वेदप्रकाश ने कहा कि वह स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं और हर हाल में इस्तीफा देकर जाएंगे। काफी देर तक उन्हें मनाने की कोशिशें चलती रहीं और विधायक को यह भी आश्वासन दिया गया कि अगर वह मान जाएं तो उन्हें दलित कोटे से सरकार में मंत्री मनाया जा सकता है। लेकिन वह नहीं माने और इस्तीफा देकर चले गए। वेदप्रकाश उसके बाद बीजेपी कार्यालय पहुंचे, वहां विजेंद्र, राजीव बब्बर व अन्य नेता मौजूद थे। पता चला कि वेदप्रकाश इस्तीफे की रिसीविंग लेकर नहीं आए हैं, फिर उनके साथ बीजेपी नेता विधानसभा सचिव के कमरे में पहुंचे और इस्तीफे की रिसीविंग ली गई।

बिना मिले इस्तीफा स्वीकार नहीं करूंगा: अध्यक्ष
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल का कहना है उन्होंने आज दोपहर 3 बजे विधायक वेदप्रकाश को अपने कार्यालय में बुलाया है, क्योंकि इस्तीफा मंजूर करने से पहले कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। अध्यक्ष के अनुसार नियम के अनुसार उनसे पूछा जाएगा कि वह किसी दबाव में तो इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। जब हम पूरी तरह संतुष्ट हो जाएंगे तभी उनका इस्तीफा मंजूर होगा। उनके अनुसार जब तक वह मिलने नहीं आएंगे, तब तक उनका इस्तीफा पेंडिंग माना जाएगा।

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