नई दिल्ली
रहस्यमय तरीके से गायब हुए जेएनयू स्टूडेंट नजीब अहमद की तलाश के लिए सोमवार को भारी पुलिस बल ने जेएनयू कैंपस में चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। डॉग स्क्वॉड और माउंटेन पुलिस के साथ-साथ दूसरे खुफिया एजेंसियों ने सुबह से लेकर शाम 5:30 बजे तक कैंपस के लगभग 60 फीसदी हिस्से को खंगाला डाला, लेकिन उन्हें न तो नजीब मिले और न ही उनके बारे में कोई सुराग ही हाथ लगा। इतना ही नहीं ट्रेंड डॉग से भी पुलिस को कोई मदद नहीं मिली। ऑपरेशन में शामिल पुलिस अफसरों ने बताया कि कैंपस में सर्च ऑपरेशन मंगलवार को भी जारी रहेगा।
हाई कोर्ट के आदेश के बाद नजीब को ढूंढने के लिए भारी पुलिस बल जेएनयू कैंपस पहुंच गया। सर्च ऑपरेशन को लीड करने वाली टीम में शामिल सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि क्राइम ब्रांच के अलावा साउथ डिस्ट्रिक्ट, डॉग स्क्वॉड और माउंटेन पुलिस के करीब 600 पुलिसकर्मियों को सर्च ऑपरेशन में लगाया गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी से कैंपस छावनी में तब्दील हो गया। अलग-अलग टीमों ने कैंपस के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। नजीब को ढूंढने के लिए पुलिस टीम अपने साथ एक्सपर्ट डॉग को भी अपने साथ लेकर आई थी। पुलिस की एक टीम ने हॉस्टल के उस रूम का मुआयना किया, जिसमें नजीब रह रहे थे।
पुलिस टीम ने कमरे में रखे नजीब के कपड़ों को ट्रेंड डॉग को सुंघाया। कपड़े सूंघने के बाद डॉग कुछ दूर तक आने के बाद वहीं पर चक्कर लगाकर बैठ गया। नजीब को ढूंढने के लिए डॉग की मदद लेने के बारे में एक पुलिस अफसर ने बताया कि किसी तरह की अनहोनी को देखते हुए ऐसा किया गया, लेकिन उसने ने जिस तरह की प्रतिक्रिया दी, उससे ऐसा नहीं लगता कि नजीब के साथ जेएनयू कैंपस में किसी तरह की कोई अनहोनी हुई होगी। कैंपस में आधे से ज्यादा जंगल का इलाका लगता है। जंगल में तलाशी लेने के लिए घुड़सवार पुलिस वालों की मदद ली गई।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: JNU में तलाशीः न मिला नजीब, न सुराग