रिची वर्मा, नई दिल्ली
मुगलकालीन इमारत हुमायूं के मकबरे का ओहदा बढ़ गया है। 16वीं सदी के इस मकबरे के आसपास की दर्जनों इमारतों को भी यूनेस्को ने खास पाया है और उन्हें विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल कर लिया है।
इनमें से चार को पिछले साल कीमती धरोहर बताया गया और अन्य 7 को पिछले महीने एक नोटिफिकेशन जारी कर विश्व धरोहरों की लिस्ट में शामिल किया गया। अधिकारियों का कहना है कि विश्व धरोहर की लिस्ट का पहली बार ऐसा विस्तार किया गया है।
एक अधिकारी ने बताया, 'पिछले साल नालंदा और कंचनजुंगा को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किए जाने के लिए नमांकित किया गया था और हुमायूं के मकबरे की बाउंड्री में बदलाव के प्रस्ताव को इस वर्ष फरवरी में दाखिल किया गया था। इस साल दाखिल किए गए सभी नामांकन मंजूर कर लिए गए हैं और इस तरह यह साल राष्ट्रीय धरोहरों के लिए खास बन गया।'
मुगलकालीन इमारत हुमायूं के मकबरे का ओहदा बढ़ गया है। 16वीं सदी के इस मकबरे के आसपास की दर्जनों इमारतों को भी यूनेस्को ने खास पाया है और उन्हें विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल कर लिया है।
इनमें से चार को पिछले साल कीमती धरोहर बताया गया और अन्य 7 को पिछले महीने एक नोटिफिकेशन जारी कर विश्व धरोहरों की लिस्ट में शामिल किया गया। अधिकारियों का कहना है कि विश्व धरोहर की लिस्ट का पहली बार ऐसा विस्तार किया गया है।
एक अधिकारी ने बताया, 'पिछले साल नालंदा और कंचनजुंगा को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किए जाने के लिए नमांकित किया गया था और हुमायूं के मकबरे की बाउंड्री में बदलाव के प्रस्ताव को इस वर्ष फरवरी में दाखिल किया गया था। इस साल दाखिल किए गए सभी नामांकन मंजूर कर लिए गए हैं और इस तरह यह साल राष्ट्रीय धरोहरों के लिए खास बन गया।'
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