Monday, August 1, 2016

Make in India की तर्ज पर देशी पोतों के निर्माण पर जोर: लांबा

नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने सोमवार कहा कि भारत खुद एआइपी से युक्त पनडुब्बियां तैयार कर रहा है। नौसेना प्रमुख का पदभार संभालने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में एडमिरल लांबा ने कहा, ‘हम डीआरडीओ के साथ मिलकर खुद की एआइपी (एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्सन) देशज प्रणाली बना रहे हैं। फिलहाल, परियोजना की परिभाषा गढ़ी जा रही है।

प्रोटोटाइप आधारित संयंत्र तैयार किया जा रहा है और एक बार इसके तैयार हो जाने पर इसे कलवारी-क्लास पनडुब्बियों में लगाया जाएगा।’
ये पूछे जाने पर कि पाकिस्तान को चीन से मिली एआइपी प्रणाली युक्त पनडुब्बियों से क्या भारत को खतरा है, उन्होंने कहा, ‘इन पनडुब्बियों के पास क्षमताएं हैं। लेकिन हमारे पास अपनी प्रणाली है जिसकी हम देखरेख कर सकते हैं।’

नौसेना प्रमुख ने कहा ‘नौसेना मेक इन इंडिया पहल की तर्ज पर देश में ही पोतों का निर्माण करने को लेकर प्रतिबद्ध है और फिलहाल 46 पोतों और पनडुब्बियों का देश में निर्माण किया जा रहा है। नौसेना शुरू से ही देशीकरण पर ध्यान देती रही है। दशकों से भारत में पोत तैयार किए जाते रहे हैं और आज तक 200 नौसेना पोतों को भारत में तैयार किया गया है।’

उन्होंने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारे हथियारों और सेंसर्स का निर्माण भारत में हो, हम डीआरडीओ और अन्य निजी क्षेत्र के उद्योगों के साथ काम कर रहे हैं।’ दक्षिण चीन सागर के विवादित क्षेत्र पर अंतरराष्ट्रीय अधिकरण के फैसले को चीन की ओर से खारिज किए जाने पर भारत के रूख की चर्चा करते हुए लांबा ने कहा कि कानून का पालन किया जाना चाहिए।

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