नई दिल्ली
तिहाड़ जेल में हर महीने 30 हजार से अधिक रोटियां बर्बाद हो रही हैं। जेल में इस वक्त 14 हजार से अधिक कैदी बंद हैं। जेल के प्रवक्ता बिजेंद्र कुमार ने बताया कि रोटियां बर्बाद होने के दो अहम कारण हैं।
पहला, जेल मैन्युअल के हिसाब से हरेक कैदी को रोजाना कम से कम 10 रोटी देनी होती हैं। दूसरा, हर दिन शाम को विभिन्न अपराधों में पकड़े जाने वाले विचाराधीन कैदियों और पैरोल-फरलो काटकर आने वाले कैदियों के हिसाब से भी रोटी बनानी पड़ती हैं। इस वजह से यहां की सभी 10 जेलों में रोटियां बच जाती हैं। प्रवक्ता का दावा है कि बची हुईं रोटियों को बेचा जाता है। इससे मिलने वाले पैसे को कैदियों के कल्याण में ही लगाया जाता है।
तिहाड़ जेल में हर महीने 30 हजार से अधिक रोटियां बर्बाद हो रही हैं। जेल में इस वक्त 14 हजार से अधिक कैदी बंद हैं। जेल के प्रवक्ता बिजेंद्र कुमार ने बताया कि रोटियां बर्बाद होने के दो अहम कारण हैं।
पहला, जेल मैन्युअल के हिसाब से हरेक कैदी को रोजाना कम से कम 10 रोटी देनी होती हैं। दूसरा, हर दिन शाम को विभिन्न अपराधों में पकड़े जाने वाले विचाराधीन कैदियों और पैरोल-फरलो काटकर आने वाले कैदियों के हिसाब से भी रोटी बनानी पड़ती हैं। इस वजह से यहां की सभी 10 जेलों में रोटियां बच जाती हैं। प्रवक्ता का दावा है कि बची हुईं रोटियों को बेचा जाता है। इससे मिलने वाले पैसे को कैदियों के कल्याण में ही लगाया जाता है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: तिहाड़ में हर महीने 30 हजार रोटियां बर्बाद