नई दिल्ली
दिल्ली में जिस सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, उससे जुड़ी बहुत सारी भयावह कहानी एक-एक करके सामने आ रही है। दूरदराज के इलाकों में रहने वाली लड़कियों को दिल्ली में अच्छी जॉब, घुमाने या शादी करने का झांसा देकर उन्हें जीबी रोड के इन कोठों में ले जाकर बेच दिया जाता था। इन लड़कियों को दलालों से एक लाख रुपये से लेकर दो लाख रुपये में खरीदा जाता था। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि रैकेट में शामिल लोग यह कीमत खरीदी गई लड़कियों से 8 पर्सेंट से लेकर 10 पर्सेंट ब्याज के साथ वसूल करते हैं। कई लड़कियां देह व्यापार करते-करते बूढ़ी हो जाती है, लेकिन वह यह रकम नहीं चुका पाती। पुलिस मुख्य आरोपियों सहित चार लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। अधिकारियों को आशंका है कि इस रैकेट के तार सीमापार से भी जुड़े हो सकते हैं।
जॉइंट सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि जीबी रोड के इन कोठों से देह व्यापार का संगठित रैकेट चलाने वाली इस दंपती ने अपने एजेंट छोड़े हुए है। एजेंट नेपाल, आंध्र प्रदेश, हैदराबाद, बिहार और झारखंड के अलावा नॉर्थ ईस्ट के राज्यों से गरीब परिवारों की लड़कियों को दिल्ली में अच्छी जॉब, घुमाने या शादी करने का झांसा लेकर आते थे।
दिल्ली लाने के बाद दलाल उन्हें जीबी रोड पर इन कोठों पर बेचकर फरार हो जाते थे। इसके बाद उन लड़कियों को जबरन देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता था। जो लड़की उनकी बात नहीं मानती थी उसे न केवल नशीली दवाइयां दी जाती थी, बल्कि उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता था। लड़कियों को डराने और धमकाने के लिए यहां अलग से मसलमैन रखे हुए हैं। लड़की जब पूरी तरह से टूट जाती थी, तो वह देह व्यापार का धंधा करने में ही अपनी सलामती समझती थी।
लड़की देह व्यापार से जो पैसे कमाती थी, वह कोठों पर रखी गई मैनेजर अपने पास रख लेती है। लड़की को बताया जाता कि उन्होंने उसे एक लाख या दो लाख रुपये में खरीदा है। जब तक वह ब्याज सहित उनकी रकम नहीं लौटा देती, तब तक वह कोठे की सीढ़ियों से नीचे पैर भी नहीं रख सकती। इस तरह से कई लड़कियां अपनी पूरी जिंदगी इस धंधे में लगा देती है, लेकिन वह यह रकम नहीं लौटा पाती।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने इस बात का भी खुलासा किया कि दंपत्ति को लग्जरी कारों का शौक। पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापा मारकर फॉर्च्युनर, टोयटा इनोवास और होंडा की चार कार बरामद की। तफ्तीश में पुलिस को यह भी पता चला कि अफाक हुसैन (43) और सायरा बेगम (45) के तीन बच्चे हैं। इनमें से सबसे छोटी बेटी देहरादून स्थित स्कूल में छठी क्लास में पढ़ती है, जबकि बड़ी बेटी बेंगलुरु में 12वीं और बेटा 11वीं क्लास में पढ़ रहे हैं।
दिल्ली में जिस सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, उससे जुड़ी बहुत सारी भयावह कहानी एक-एक करके सामने आ रही है। दूरदराज के इलाकों में रहने वाली लड़कियों को दिल्ली में अच्छी जॉब, घुमाने या शादी करने का झांसा देकर उन्हें जीबी रोड के इन कोठों में ले जाकर बेच दिया जाता था। इन लड़कियों को दलालों से एक लाख रुपये से लेकर दो लाख रुपये में खरीदा जाता था। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि रैकेट में शामिल लोग यह कीमत खरीदी गई लड़कियों से 8 पर्सेंट से लेकर 10 पर्सेंट ब्याज के साथ वसूल करते हैं। कई लड़कियां देह व्यापार करते-करते बूढ़ी हो जाती है, लेकिन वह यह रकम नहीं चुका पाती। पुलिस मुख्य आरोपियों सहित चार लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। अधिकारियों को आशंका है कि इस रैकेट के तार सीमापार से भी जुड़े हो सकते हैं।
जॉइंट सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि जीबी रोड के इन कोठों से देह व्यापार का संगठित रैकेट चलाने वाली इस दंपती ने अपने एजेंट छोड़े हुए है। एजेंट नेपाल, आंध्र प्रदेश, हैदराबाद, बिहार और झारखंड के अलावा नॉर्थ ईस्ट के राज्यों से गरीब परिवारों की लड़कियों को दिल्ली में अच्छी जॉब, घुमाने या शादी करने का झांसा लेकर आते थे।
दिल्ली लाने के बाद दलाल उन्हें जीबी रोड पर इन कोठों पर बेचकर फरार हो जाते थे। इसके बाद उन लड़कियों को जबरन देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता था। जो लड़की उनकी बात नहीं मानती थी उसे न केवल नशीली दवाइयां दी जाती थी, बल्कि उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता था। लड़कियों को डराने और धमकाने के लिए यहां अलग से मसलमैन रखे हुए हैं। लड़की जब पूरी तरह से टूट जाती थी, तो वह देह व्यापार का धंधा करने में ही अपनी सलामती समझती थी।
लड़की देह व्यापार से जो पैसे कमाती थी, वह कोठों पर रखी गई मैनेजर अपने पास रख लेती है। लड़की को बताया जाता कि उन्होंने उसे एक लाख या दो लाख रुपये में खरीदा है। जब तक वह ब्याज सहित उनकी रकम नहीं लौटा देती, तब तक वह कोठे की सीढ़ियों से नीचे पैर भी नहीं रख सकती। इस तरह से कई लड़कियां अपनी पूरी जिंदगी इस धंधे में लगा देती है, लेकिन वह यह रकम नहीं लौटा पाती।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने इस बात का भी खुलासा किया कि दंपत्ति को लग्जरी कारों का शौक। पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापा मारकर फॉर्च्युनर, टोयटा इनोवास और होंडा की चार कार बरामद की। तफ्तीश में पुलिस को यह भी पता चला कि अफाक हुसैन (43) और सायरा बेगम (45) के तीन बच्चे हैं। इनमें से सबसे छोटी बेटी देहरादून स्थित स्कूल में छठी क्लास में पढ़ती है, जबकि बड़ी बेटी बेंगलुरु में 12वीं और बेटा 11वीं क्लास में पढ़ रहे हैं।
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