नई दिल्ली दिल्ली सरकार के स्कूलों में हर महीने पैरंट्स-टीचर्स मीटिंग के फैसले के बाद एमसीडी ने भी मीटिंग को साल में छह बार करने का फैसला लिया है। एमसीडी स्कूलों में अभी तक साल में सिर्फ तीन बार ही मीटिंग हुआ करती थी। साल में 6 बार पैरंट्स-टीचर्स मीटिंग करने के संबंध में नॉर्थ एमसीडी के एजुकेशन विभाग की ओर से सभी स्कूलों को आदेश जारी कर दिया गया है।
इन मीटिंग में अब टीचर्स के अलावा निगम पार्षद भी भाग लेंगे। एमसीडी की एजुकेशन कमिटी की चेयरमैन ममता नागपाल ने बताया कि हमारे स्कूलों में सालों से पैरंट्स-टीचर मीटिंग चल रही है। हालांकि यह साल में तीन बार हुआ करती थी। मीटिंग के दिन टीचर्स बच्चों के पेरंट्स से मिलकर उनके बारे में बात करते हैं।
नागपाल ने कहा कि सरकार ने पैरंट्स-टीचर्स मीटिंग के लिए विज्ञापन पर लाखों रुपये खर्च किए हैं। यानी अभी तक उनके स्कूलों में मीटिंग नहीं हो रही थी, यह अच्छा कदम है लेकिन विज्ञापन पर लाखों रुपये खर्च करने की क्या जरूरत है। साल में 6 मीटिंग होने से बच्चों के बारे में उनके पैरंट्स से ज्यादा बात हो सकेगी और इससे बच्चों को फायदा होगा।
इन मीटिंग में अब टीचर्स के अलावा निगम पार्षद भी भाग लेंगे। एमसीडी की एजुकेशन कमिटी की चेयरमैन ममता नागपाल ने बताया कि हमारे स्कूलों में सालों से पैरंट्स-टीचर मीटिंग चल रही है। हालांकि यह साल में तीन बार हुआ करती थी। मीटिंग के दिन टीचर्स बच्चों के पेरंट्स से मिलकर उनके बारे में बात करते हैं।
नागपाल ने कहा कि सरकार ने पैरंट्स-टीचर्स मीटिंग के लिए विज्ञापन पर लाखों रुपये खर्च किए हैं। यानी अभी तक उनके स्कूलों में मीटिंग नहीं हो रही थी, यह अच्छा कदम है लेकिन विज्ञापन पर लाखों रुपये खर्च करने की क्या जरूरत है। साल में 6 मीटिंग होने से बच्चों के बारे में उनके पैरंट्स से ज्यादा बात हो सकेगी और इससे बच्चों को फायदा होगा।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: MCD स्कूलों में साल में 6 बार होगी PTM