प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
जेएनयू में पिछले साल प्रदर्शन और कार्यक्रम के मामलों में जेएनयू प्रशासन ने छात्र नेताओं को नोटिस भेजे हैं। पूर्व जनरल सेक्रेटरी रामा नागा, जेएनयूएसयू के वाइस प्रेजिडेंट अमल, स्टूडेंट लीडर आशुतोष कुमार और दावा को प्रॉक्टर की ओर से 25 अगस्त 2015 और 6 नवंबर 2015 की शिकायतों के आधार पर 29 नवंबर 2016 को भेजे गए दो नोटिस जारी किए गए हैं।
पिछले साल नवंबर में मिली एक शिकायत के हवाले से नोटिस में रामा नागा, जेएनयूएसयू के वाइस प्रेजिडेंट अमल और दावा से प्रॉक्टर ने कहा है कि चीफ प्रॉक्टर को मिली एक शिकायत में कहा गया है कि 1 नवंबर 2015 को जेएनयू ऐडमिनिस्ट्रेशन की इजाजत के बगैर आपने डॉक्युमेंट्री फिल्म 'कास्ट ऑन द मेन्यू कार्ड' की स्क्रीनिंग की। नोटिस में कहा गया है कि 5 दिसंबर को वे अपना पक्ष प्रॉक्टर के आगे रखने के लिए ऐडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में पहुंचें।
दूसरे नोटिस में आशुतोष को कहा गया है कि लाइब्रेरी के आगे 11 अगस्त को आपको नारे लगाने में शामिल पाया गया है। इसके लिए प्रॉक्टर ने 7 दिसंबर को अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। दोनों नोटिस में कहा गया है कि अगर स्टूडेंट्स तय समय पर नहीं पहुंचे तो माना जाएगा कि उनके पास कहने लिए कुछ नहीं है और इसके आधार पर फैसला ले लिया जाएगा।
रामा नागा का कहना है कि हमारे वीसी पिछले साल के प्रोटेस्ट और प्रोग्राम के लिए भी नोटिस भेज रहे हैं। नजीब अहमद के लिए प्रोटेस्ट के लिए भी स्टूडेंट्स को नोटिस भेजे गए हैं और वीसी के घेराव के लिए 20 स्टूडेंट्स को नोटिस दिए गए हैं। हम इन नोटिस के खिलाफ अपने लड़ाई जारी रखेंगे।
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