Sunday, January 31, 2021

सुरक्षा एजेंसियों के हाथ ‘डिजिटल’ सुराग, खुल सकेंगी साजिश की परतें!

नई दिल्‍ली
इस्राइली दूतावास के पास ब्लास्ट की जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियों को अहम सुराग हाथ लगे हैं। सूत्रों का कहना है कि जो सुराग मिला है, वह एक ‘डिजिटल’ एविडेंस जैसा है, लेकिन अभी पिक्चर क्लियर होने में समय लग सकता है, क्योंकि यह एक शुरुआती कड़ी है, जिससे सभी लिंक जोड़कर देखे जा रहे हैं। इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने (FRRO) से पिछले एक महीने में दिल्ली आए सभी ईरानी नागरिकों के बारे में जानकारी मांगी है। साथ ही उन ईरानी नागरिकों की लिस्ट भी मांगी है, जो पिछले काफी दिनों से भारत में या तो रह रहे हैं, या आ जा रहे हैं। बाकी सभी एंगल के साथ टीमों का फोकस धमाके में ईरानी कनेक्शन पर ज्यादा टिका है। इसके संकेत हैं कि धमाके के पीछे तेहरान का हाथ हो सकता है।

साउथ इंडिया का लग रहा टेलिग्राम अकाउंट
सूत्रों की मानें, तो कुछ संदिग्ध नंबर से जुड़े ईमेल्स के ईरानी कनेक्शन की तहकीकात चल रही है। इसमें एनआईए के साथ ही इस्राइली इन्वेस्टिगेटिंग टीम और सेल की जॉइंट भागीदारी है। उधर, साइबर सेल उस टेलिग्राम अकाउंट को वेरिफाई कर रही है, जिससे जैश उल हिंद नाम के कथित संगठन ने दूतावास के पास धमाके की जिम्मेदारी ली थी। साइबर सेल वायरल स्क्रीन शॉर्ट की तहकीकात में लगी है। इस बारे में टेलिग्राम से जानकारी मांगी गई है। ऐसी जिम्मेदारी ‘VIKAR-UD-DEEN’ नाम के अकाउंट से भी शेयर की गई है। सूत्रों की मानें, यह अकाउंट दक्षिणी भारत का लगता है। मेसेज में लिखा है, ' खुदा की कृपा और मदद से, जैश उल हिंद के लड़ाके दिल्ली के एक हाई सिक्योरिटी इलाके में घुसकर IED हमले को अंजाम दे पाए। भारत के बड़े शहरों को निशाना बनाने की ये एक शुरुआत है'।

वहीं, रविवार को भी जांच एजेंसियों ने एक बार फिर क्राइम सीन पर जाकर इंस्पेक्शन किया। टीम को अंदेशा है कि धमाके में बॉल बेयरिंग के साथ ही एनर्जी ड्रिंक का इस्तेमाल किया गया है, क्योंकि कैन के कुछ टुकड़े मिले हैं। इन टुकड़ों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। शक है कि इसके जरिए विस्फोटक तैयार हुआ है। जिस वक्त ये धमाका हुआ है, तब तक इस्राइली दूतावास से सभी लोग जा चुके थे। जिस वक्त धमाका हुआ उस वक्त कोई मूवमेंट नहीं हुआ। धमाका जबर्दस्त प्रेशर से हुआ, इसलिए सड़क के दूसरी तरफ के कार के शीशे भी टूट गए थे।

ढाई घंटे में 200 लोग, निकाली जा रहीं डिटेल्स
जांच एजेंसियां ब्लास्ट से ढाई घंटे के दौरान आसपास मौजूद रहे 200 लोगों की जानकारी निकाल रही हैं। 29 जनवरी की शाम 5 बजे एंबेसी के बाहर धमाका हुआ था। इससे वहां खड़ी तीन कारों को नुकसान पहुंचा था। दोपहर 2.30 से 5.10 के बीच करीब 70 लोग डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड की ओर से गुजरे थे। 124 लोग साउथ दिल्ली से एंबेसी की ओर आए थे। पुलिस को शक है कि इन्हीं 182 लोगों में से किसी एक ने दूतावास के पास एक पेड़ के नीचे आईईडी फिट किया होगा। वहीं, सूत्रों का कहना है कि धमाके की पूरी जांच एनआईए के हवाले की जा सकती है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और साइबर सेल की टीमें साजिशकर्ताओं को ट्रेस करने में लगी है। अभी तक इस्राइल दूतावास के पास धमाके की साजिशों के तार बाहरी के इशारे पर लोकल से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं।

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