विशाल शर्मा/नई दिल्ली
दिल्ली में लोन ऐप्स के मेंटली टॉर्चर से युवक की खुदकुशी के बाद एक और बड़ी वारदात सामने आई है। हरि नगर के एक शख्स की पत्नी, बहनें, ससुराल की महिलाओं का वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर रिकवरी गुंडों ने पोर्न क्लिप्स और अश्लील ऑडियो भेज दिए, जबकि युवक ने लोन के लिए अप्लाई ही नहीं किया था। बस एक लिंक से ट्रैप में ऐसा फंसता चला गया कि स्यूसाइड की कंडीशन में पहुंच गया। इससे पहले लोन ऐप्स पर एनबीटी सीरीज ने ही पहली बार दिल्ली में एक युवक की स्यूसाइड खबर ब्रेक की थी। अब दिल्ली का ही यह दूसरा हैरतअंगेज केस है।
दरअसल, पीड़ित ने एनबीटी सीरीज पढ़कर संपर्क किया। उसने सभी सबूत शेयर किए। 30 साल के प्रमोद (बदला हुआ नाम) परिवार के साथ हरि नगर में रहते हैं। पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हैं। परिवार में ढाई साल की बेटी, 28 साल की पत्नी के अलावा पिता सरकारी विभाग में तैनात हैं। मां हाउस वाइफ हैं। दिसंबर के पहले सप्ताह में प्रमोद अपने ऑफिस में बैठे हुए थे। एक दिन मोबाइल पर मेसेज आया। गुड न्यूज आपका लोन अमाउंट 25 हजार रुपये अप्रूव्ड हो गया है, साथ ही एक लिंक भेजा, जबकि प्रमोद ने कोई लोन अप्लाई नहीं किया था।
यह मेसेज इंस्टेंट लोन ऐप से था। मोहित ने जिज्ञासावश उस लिंक को क्लिक किया। एक ऐप्लीकेशन फोन के अंदर डाउनलोड हो गई। उसके बाद कॉन्टैक्ट और मीडिया गैलरी एक्सेस मांगी। इसके अगले प्रोसेस में उन्होंने सेल्फी मांगी, साथ ही आधार कार्ड, पेन कार्ड का फोटो मांगा। अपलोड करते ही ओके का ऑप्शन आया। 5 मिनट के अंदर मेसेज आया कि 5 हजार का लोन अप्रूव्ड हो चुका है। अकाउंट में अमाउंट 3200 रुपये ही आया था। बाकी जीएसटी, प्रोसेसिंग फीस में कट गया। 7 दिन का रिपेमेंट पीरियड था। 7 वें दिन प्रमोद ने पांच हजार रुपये भर दिए।
बिना मांगे ही फिर मिला लोन और 'गालियां'
प्रमोद को दोबारा उसी ऐप से मेसेज आया कि आपका 7 हजार रुपये का लोन एप्रूव्ड हो गया है। प्रमोद ने चेक किया तो अकाउंट में 4900 रुपये शो कर रहा था। सातवें दिन प्रमोद के पास सुबह से ही अनजान नंबरों से लगातार कॉल आने लगीं। फोन पिक किया तो गाली गलौज, धमकी। अभी पेमेंट कर। प्रमोद ने कहा कि घर पहुंचकर करता हूं, आज तो सातवां दिन है। उसके बाद रिकवरी ऐजेंट ने फोन को होल्ड कराके प्रमोद की बहन को कॉल मिला कर लाइन पर ले लिया। उनसे बदतमीजी की। कहा तेरे भाई को कह कि लोन दे नहीं तो अंजाम भुगत। उसके बाद भाभी को गंदे लहजे में फोन किया। रिकवरी एजेंट ने धमकी दी कि अगर तूने पेमेंट नहीं की, तो तेरा वॉट्सऐप ग्रुप बना रहे हैं।
रिश्तेदार भी पीड़ित से खफा, कहा- तूने नंबर क्यों दिए
उसके बाद प्रमोद की बहनों, भाभियों, ससुराल पक्ष की महिलाओं और पत्नी के नंबर के साथ वॉट्सऐप ग्रुप बना दिया। उसमें पहले तो प्रमोद के बारे अश्लील बातें बोली गईं। फिर पोर्न फोटोज भेज दीं। प्रमोद के परिजन हक्के-बक्के रह गए। एक-एक करके सभी ग्रुप से एक्जिट हुए, तो फिर से उन्हें एड कर लिया। अब की बार गंदे ऑडियो बनाकर ग्रुप की सभी फीमेल को भेजे। परिवार, रिश्तेदार, जानकार- पोर्न फोटो-ऑडियो देखकर बुरी तरह भड़क गए। उन्होंने प्रमोद को फोन किया और कहा कि तूने हमारे नंबर इन लोगों को क्यों दिए, जबकि रिश्तेदारों को इस सबके पीछे की तकनीकी जानकारी और असलियत पता नहीं थी।
जान देने की स्थिति में पहुंच गए प्रमोद
प्रमोद बुरी तरह टूट गए। घर परिवार की बेइज्जती और गुस्सा, दूसरी तरफ रिकवरी एजेंटों की तरफ से मेंटली टॉर्चर का बढ़ता दुस्साहस। इसके बाद प्रमोद स्यूसाइड कंडिशन में पहुंच गए। रिकवरी एजेंट्स ने तीन बार घर, रिश्तेदार की महिलाओं के कॉन्टैक्ट लिस्ट के साथ ग्रुप बनाए। यहां तक कि जितनों को गंदे मेसेज भेजे, उसके स्क्रीन शॉर्ट प्रमोद को भी शेयर किए। उसी रात प्रमोद ने पीसीआर को कॉल कर दी। हरि नगर थाने की पुलिस ने संपर्क किया। प्रमोद ने लिखित कंप्लेंट दी। प्रमोद को स्यूसाइड के डिप्रेशन से पत्नी और परिवार ने बाहर निकाला। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दिल्ली में लोन ऐप्स के मेंटली टॉर्चर से युवक की खुदकुशी के बाद एक और बड़ी वारदात सामने आई है। हरि नगर के एक शख्स की पत्नी, बहनें, ससुराल की महिलाओं का वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर रिकवरी गुंडों ने पोर्न क्लिप्स और अश्लील ऑडियो भेज दिए, जबकि युवक ने लोन के लिए अप्लाई ही नहीं किया था। बस एक लिंक से ट्रैप में ऐसा फंसता चला गया कि स्यूसाइड की कंडीशन में पहुंच गया। इससे पहले लोन ऐप्स पर एनबीटी सीरीज ने ही पहली बार दिल्ली में एक युवक की स्यूसाइड खबर ब्रेक की थी। अब दिल्ली का ही यह दूसरा हैरतअंगेज केस है।
दरअसल, पीड़ित ने एनबीटी सीरीज पढ़कर संपर्क किया। उसने सभी सबूत शेयर किए। 30 साल के प्रमोद (बदला हुआ नाम) परिवार के साथ हरि नगर में रहते हैं। पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हैं। परिवार में ढाई साल की बेटी, 28 साल की पत्नी के अलावा पिता सरकारी विभाग में तैनात हैं। मां हाउस वाइफ हैं। दिसंबर के पहले सप्ताह में प्रमोद अपने ऑफिस में बैठे हुए थे। एक दिन मोबाइल पर मेसेज आया। गुड न्यूज आपका लोन अमाउंट 25 हजार रुपये अप्रूव्ड हो गया है, साथ ही एक लिंक भेजा, जबकि प्रमोद ने कोई लोन अप्लाई नहीं किया था।
यह मेसेज इंस्टेंट लोन ऐप से था। मोहित ने जिज्ञासावश उस लिंक को क्लिक किया। एक ऐप्लीकेशन फोन के अंदर डाउनलोड हो गई। उसके बाद कॉन्टैक्ट और मीडिया गैलरी एक्सेस मांगी। इसके अगले प्रोसेस में उन्होंने सेल्फी मांगी, साथ ही आधार कार्ड, पेन कार्ड का फोटो मांगा। अपलोड करते ही ओके का ऑप्शन आया। 5 मिनट के अंदर मेसेज आया कि 5 हजार का लोन अप्रूव्ड हो चुका है। अकाउंट में अमाउंट 3200 रुपये ही आया था। बाकी जीएसटी, प्रोसेसिंग फीस में कट गया। 7 दिन का रिपेमेंट पीरियड था। 7 वें दिन प्रमोद ने पांच हजार रुपये भर दिए।
बिना मांगे ही फिर मिला लोन और 'गालियां'
प्रमोद को दोबारा उसी ऐप से मेसेज आया कि आपका 7 हजार रुपये का लोन एप्रूव्ड हो गया है। प्रमोद ने चेक किया तो अकाउंट में 4900 रुपये शो कर रहा था। सातवें दिन प्रमोद के पास सुबह से ही अनजान नंबरों से लगातार कॉल आने लगीं। फोन पिक किया तो गाली गलौज, धमकी। अभी पेमेंट कर। प्रमोद ने कहा कि घर पहुंचकर करता हूं, आज तो सातवां दिन है। उसके बाद रिकवरी ऐजेंट ने फोन को होल्ड कराके प्रमोद की बहन को कॉल मिला कर लाइन पर ले लिया। उनसे बदतमीजी की। कहा तेरे भाई को कह कि लोन दे नहीं तो अंजाम भुगत। उसके बाद भाभी को गंदे लहजे में फोन किया। रिकवरी एजेंट ने धमकी दी कि अगर तूने पेमेंट नहीं की, तो तेरा वॉट्सऐप ग्रुप बना रहे हैं।
रिश्तेदार भी पीड़ित से खफा, कहा- तूने नंबर क्यों दिए
उसके बाद प्रमोद की बहनों, भाभियों, ससुराल पक्ष की महिलाओं और पत्नी के नंबर के साथ वॉट्सऐप ग्रुप बना दिया। उसमें पहले तो प्रमोद के बारे अश्लील बातें बोली गईं। फिर पोर्न फोटोज भेज दीं। प्रमोद के परिजन हक्के-बक्के रह गए। एक-एक करके सभी ग्रुप से एक्जिट हुए, तो फिर से उन्हें एड कर लिया। अब की बार गंदे ऑडियो बनाकर ग्रुप की सभी फीमेल को भेजे। परिवार, रिश्तेदार, जानकार- पोर्न फोटो-ऑडियो देखकर बुरी तरह भड़क गए। उन्होंने प्रमोद को फोन किया और कहा कि तूने हमारे नंबर इन लोगों को क्यों दिए, जबकि रिश्तेदारों को इस सबके पीछे की तकनीकी जानकारी और असलियत पता नहीं थी।
जान देने की स्थिति में पहुंच गए प्रमोद
प्रमोद बुरी तरह टूट गए। घर परिवार की बेइज्जती और गुस्सा, दूसरी तरफ रिकवरी एजेंटों की तरफ से मेंटली टॉर्चर का बढ़ता दुस्साहस। इसके बाद प्रमोद स्यूसाइड कंडिशन में पहुंच गए। रिकवरी एजेंट्स ने तीन बार घर, रिश्तेदार की महिलाओं के कॉन्टैक्ट लिस्ट के साथ ग्रुप बनाए। यहां तक कि जितनों को गंदे मेसेज भेजे, उसके स्क्रीन शॉर्ट प्रमोद को भी शेयर किए। उसी रात प्रमोद ने पीसीआर को कॉल कर दी। हरि नगर थाने की पुलिस ने संपर्क किया। प्रमोद ने लिखित कंप्लेंट दी। प्रमोद को स्यूसाइड के डिप्रेशन से पत्नी और परिवार ने बाहर निकाला। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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