नई दिल्ली: क्या राजधानी दिल्ली में दिसंबर अधिक ठंड होता जा रहा है? यह सवाल इसलिए क्योंकि लगातार तीसरे साल दिसंबर की ठंड रेकॉर्ड बना रही है। यह दिसंबर 28 साल की सबसे लंबी शीत लहर की बराबरी करने जा रहा है।
बुधवार को पूरे दिन राजधानी वालों की ठिठुरन महसूस हुई। बर्फीली हवाओं ने लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर किया। न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री रहा, तो अधिकतम तापमान महज 16.4 डिग्री पर सिमट गया। यह सामान्य से 4 डिग्री कम है। पालम का अधिकतम तापमान महज 15.2, आया नगर 15.8 और जाफरपुर में यह 13.8 डिग्री दर्ज हुआ। स्थानीय मौसम विभाग के डिप्टी डीजी डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार, इस बार बुधवार तक दिसंबर में राजधानी 7 दिन शीतलहर झेल चुकी है।
हमारे रिकॉर्ड के अनुसार 1992 में दिसंबर में 13 दिन शीतलहर रही थी। इसके बाद 2018 में शीतलहर का प्रकोप आठ दिन रहा था, जबकि 2020 में अबतक 7 दिन राजधानी शीत लहर का प्रकोप झेल चुकी है। डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार अनुमान है कि गुरुवार को भी शीतलहर का प्रकोप रहेगा। न्यूनतम तापमान 3 डिग्री और अधिकतम 17 डिग्री के आसपास रह सकता है।
संभावना है कि यह दिसंबर 28 साल के रेकॉर्ड की बराबरी कर ले। मौसम विभाग के अनुसार, तीसरी सबसे लंबी शीतलहर वाला दिसंबर 2011 में रहा था। इस साल 4 दिन राजधानी शीतलहर के प्रकोप में रही थी, जबकि 1992 से 2017 के बीच 17 साल ऐसे रहे हैं, जब एक दिन भी शीत लहर का प्रकोप राजधानी में नहीं रहा। मौसम विभाग के अनुसार, मैदानी इलाकों में शीतलहर की घोषणा तब होती है, जब न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे रहे और सामान्य से चार डिग्री तक कम हो। गंभीर शीतलहर तब होती है, जब न्यूनतम तापमान 2 डिग्री के नीचे पहुंच जाए।
बुधवार को पूरे दिन राजधानी वालों की ठिठुरन महसूस हुई। बर्फीली हवाओं ने लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर किया। न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री रहा, तो अधिकतम तापमान महज 16.4 डिग्री पर सिमट गया। यह सामान्य से 4 डिग्री कम है। पालम का अधिकतम तापमान महज 15.2, आया नगर 15.8 और जाफरपुर में यह 13.8 डिग्री दर्ज हुआ। स्थानीय मौसम विभाग के डिप्टी डीजी डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार, इस बार बुधवार तक दिसंबर में राजधानी 7 दिन शीतलहर झेल चुकी है।
हमारे रिकॉर्ड के अनुसार 1992 में दिसंबर में 13 दिन शीतलहर रही थी। इसके बाद 2018 में शीतलहर का प्रकोप आठ दिन रहा था, जबकि 2020 में अबतक 7 दिन राजधानी शीत लहर का प्रकोप झेल चुकी है। डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार अनुमान है कि गुरुवार को भी शीतलहर का प्रकोप रहेगा। न्यूनतम तापमान 3 डिग्री और अधिकतम 17 डिग्री के आसपास रह सकता है।
संभावना है कि यह दिसंबर 28 साल के रेकॉर्ड की बराबरी कर ले। मौसम विभाग के अनुसार, तीसरी सबसे लंबी शीतलहर वाला दिसंबर 2011 में रहा था। इस साल 4 दिन राजधानी शीतलहर के प्रकोप में रही थी, जबकि 1992 से 2017 के बीच 17 साल ऐसे रहे हैं, जब एक दिन भी शीत लहर का प्रकोप राजधानी में नहीं रहा। मौसम विभाग के अनुसार, मैदानी इलाकों में शीतलहर की घोषणा तब होती है, जब न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे रहे और सामान्य से चार डिग्री तक कम हो। गंभीर शीतलहर तब होती है, जब न्यूनतम तापमान 2 डिग्री के नीचे पहुंच जाए।
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