Thursday, December 17, 2020

4 साल का UG, स्किल से जुड़ेगा करिकुलम!

नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने नैशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के तहत अपने कोर्सेज के स्ट्रक्चर में बदलाव के लिए प्रक्रिया शुरुआत कर दी है। डीयू में NEP किस तरह से लागू हो, इस पर चर्चाएं जोरों पर हैं। नई पॉलिसी को लागू करने के लिए डीयू ने जो एक्सपर्ट कमिटी बनाई है, वो अगले एक महीने में अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है। 45 मेंबर्स की यह कमिटी डीयू के सभी कोर्स के स्ट्रक्चर को देखते हुए इसके करिकुलम में बदलाव पर विचार कर रही है। डीयू के अभी तीन साल अंडरग्रैजुएशन प्रोग्राम है और नई एजुकशन पॉलिसी ने चार साल के यूजी प्रोग्राम पर जोर दिया है। इस हिसाब से डीयू भी बदलाव के लिए कोर्स स्ट्रक्चर का जायजा ले रहा है। इसके अलावा, साइंस, कॉमर्स और ह्यूमैनिटीज सभी के यूजी कोर्स को स्किल पर आधारित कोर्स से जोड़ा जाएगा और करिकुलम स्ट्रक्चर में भी बदलाव होगा।

डीयू के एक्टिंग वीसी प्रो पी.सी. जोशी कहते हैं, NEP के सभी प्रावधानों पर चर्चा चल रही है, मगर अभी कमिटी की रिपोर्ट का इंतजार है। इस कमिटी में डीन, डिपार्टमेंट हेड, अकैडमिक काउंसिल (एसी), एग्जिक्यूटिव काउंसल (ईसी), प्रिंसिपल्स समेत करीब 45 एक्सपर्ट मेंबर शामिल हैं। कमिटी की रिपोर्ट आने के बाद इसे डीयू की एसी समेत सभी बॉडी में ले जाया जाएगा और वहां इस पर चर्चा होगी। एक महीने में जनवरी में यह रिपोर्ट आने की उम्मीद है।

नई पॉलिसी के तहत यूजी अब चार साल का होगा, जिसमें कोर्स को बीच में छोड़ने (सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री) का ऑप्शन भी होगा। चार साल का कोर्स पूरा करने पर बैचलर्स विद रिसर्च डिग्री मिलेगी। डीयू में 2013 में चार साल का ग्रैजुएशन प्रोग्राम लाया गया था मगर विवाद के बाद इसे 2014 में खत्म कर दिया गया। अब यूनिवर्सिटी में फिर से इसके स्ट्रक्चर पर काम चल रहा है। NEP पर एक्पर्ट कमिटी के मेंबर और श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्रिंसिपल डॉ जतिंदर बीर सिंह बताते हैं, अभी हम अपने सभी कोर्स के स्ट्रक्चर पर चर्चा कर रहे हैं कि कैसे इन्हें NEP के चार साल के स्ट्रक्चर में लाया जा सकता है।


डॉ सिंह बताते हैं, NEP में 'कॉम्प्रिहेंसिव इंप्रूवमेंट' की बात की गई है, यानी यूजी कोर्सेज के स्ट्रक्चर को इस तरह से स्किल से जोड़ते हुए डिजाइन करना होगा। यूजी प्रोग्राम के साथ स्किल पर आधरित कोर्स, इंटर्नशिप कोर्स, एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी, लैंग्वेज को लिंक किया जाएगा और इसके लिए स्टूडेंट को क्रेडिट भी मिलेंगे। यह NEP की ही लाइन पर है और इस पर अभी शुरुआती चर्चा चल रही है। NEP के तहत डीयू में यूजी लेवल में इंडियन लैंग्वेज सीखने की भी बात चल रही है, जो यूजी कोर्स से जुड़ेंगी। डॉ. सिंह कहते हैं, कम से कम दो रीजनल लैंग्वेज सीखने पर कमिटी में अभी बात चल रही है। इसके लिए भी क्रेडिट दिए जाएंगे। हालांकि, लचीलापन भी होगा। मसलन, कोई स्टूडेंट एनसीसी/एनएसएस ले सकता, कोई जर्मन लैँग्वेज या कोई भारतीय भाषा सीख सकता है, कोई आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का कोर्स सीख कर सकता है।


NEP लागू करने को लेकर अगले हफ्ते दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स असोसिएशन (डूटा) अपनी एग्जिक्यूटिव मीटिंग भी कर रहा है। डूटा प्रेजिडेंट राजीव रे का कहना है, बिना स्टेकहोल्डर्स से चर्चा कर एक बार फिर से कोर्स स्ट्रक्चर को बदलने से डीयू स्टूडेँट्स को नुकसान ही होगा।

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