नई दिल्ली
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए महर्षि वाल्मीकि अस्पताल प्रशासन ने बायोमीट्रिक अटेंडेंस पर रोक लगा दी है। दिल्ली सरकार के पुर्ठ खुर्द स्थित इस अस्पताल के प्रशासन ने ऑफिस ऑर्डर जारी कर बायोमीट्रिक अटेंडेंस को अगले आदेश तक इस्तेमाल नहीं करने की बात कही है। सभी को फिलहाल मैनुअली अटेंडेंस करने को कहा गया है।
अस्पताल प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए यह आदेश जारी करने की बात कही है। दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। आरएमएल में एडमिट कुल 42 लोगों में से 40 की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिसके बाद उन सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अभी अस्पताल में दो संदिग्ध मरीज एडमिट हैं, जिसके ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा जा चुका है।
कोरोना वायरस का संक्रमण एक से दूसरे में फैलता है, छूने और सांस के जरिए भी यह वायरस ट्रांसफर हो सकता है। ऐसे में अगर संक्रमित व्यक्ति बायोमीट्रिक मशीन को छूता है और उसी जगह पर कोई दूसरा स्वस्थ व्यक्ति अटेंडेंस लगाता है तो वायरस उस इंसान तक पहुंचने का खतरा है। लेकिन, अभी तक दूसरे किसी अस्पताल ने इस तरह का ऑर्डर जारी नहीं किया है। एक अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि अभी देश में कोरोना को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है। इस स्तर पर बचाव तो ठीक है, लेकिन जब संक्रमण ही नहीं है तो पैनिक वाली स्थिति बनाने से भी बचना चाहिए।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए महर्षि वाल्मीकि अस्पताल प्रशासन ने बायोमीट्रिक अटेंडेंस पर रोक लगा दी है। दिल्ली सरकार के पुर्ठ खुर्द स्थित इस अस्पताल के प्रशासन ने ऑफिस ऑर्डर जारी कर बायोमीट्रिक अटेंडेंस को अगले आदेश तक इस्तेमाल नहीं करने की बात कही है। सभी को फिलहाल मैनुअली अटेंडेंस करने को कहा गया है।
अस्पताल प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए यह आदेश जारी करने की बात कही है। दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। आरएमएल में एडमिट कुल 42 लोगों में से 40 की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिसके बाद उन सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अभी अस्पताल में दो संदिग्ध मरीज एडमिट हैं, जिसके ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा जा चुका है।
कोरोना वायरस का संक्रमण एक से दूसरे में फैलता है, छूने और सांस के जरिए भी यह वायरस ट्रांसफर हो सकता है। ऐसे में अगर संक्रमित व्यक्ति बायोमीट्रिक मशीन को छूता है और उसी जगह पर कोई दूसरा स्वस्थ व्यक्ति अटेंडेंस लगाता है तो वायरस उस इंसान तक पहुंचने का खतरा है। लेकिन, अभी तक दूसरे किसी अस्पताल ने इस तरह का ऑर्डर जारी नहीं किया है। एक अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि अभी देश में कोरोना को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है। इस स्तर पर बचाव तो ठीक है, लेकिन जब संक्रमण ही नहीं है तो पैनिक वाली स्थिति बनाने से भी बचना चाहिए।
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Read more: कोरोना का डर, अस्पताल में बायोमीट्रिक अटेंडेंस पर रोक