शंकर सिंह, नई दिल्ली
भजनपुरा के 'सी' ब्लॉक की गली नंबर 10 में परिवार के 5 लोगों की हत्या का आरोपी रिश्तेदार निकला और उसने मामूली विवाद में दिल दहलाने वाली घटना को अंजाम दिया। शंभूनाथ के बुआ के लड़के प्रभु चौधरी ने 30 हजार रुपये उधार लिए थे। काफी समय से वह पैसे लौटा नहीं रहा था। एक दिन शंभूनाथ की पत्नी ने उसे खरी-खोटी सुना दी। इससे गुस्साए प्रभु ने 3 फरवरी की दोपहर 3:30 बजे से रात 11 बजे तक पूरी फैमिली को खत्म कर दिया। टेक्निकल सर्विलांस, फुटेज और छानबीन के बाद पुलिस आरोपी प्रभु चौधरी (28) तक पहुंची। कई दौर की पूछताछ के बाद वह टूट गया और उसने जुर्म कबूल लिया। दिल्ली पुलिस ने भजनपुरा के एक मकान में गुरुवार को सामने आए हत्याकांड का खुलासा करते हुए यह दावा किया है।
जॉइंट सीपी (क्राइम) आलोक कुमार ने बताया कि भजनपुरा में रहने वाले शंभूनाथ चौधरी (43), उनकी पत्नी, दो बेटे और एक बेटी की हत्या की खबर गुरुवार दोपहर को मिली थी। घर के हालत देखने के बाद हत्याकांड लग रहा था। इसलिए तत्काल कई थानों की पुलिस और स्पेशल स्टाफ को एक्टिव कर दिया गया। बच्चों के स्कूल जाकर पता किया तो तीनों आखिरी बार 3 फरवरी को गए थे। इससे हत्या इसी दिन होने की आशंका लग रही थी। जांच टीमों ने इस दिन से अपनी तफ्तीश की शुरुआत की। छानबीन करने के बाद प्रभु का नाम सामने आया। उससे पूछताछ की गई तो वह इधर-उधर की बातें करने लगा। जब उसके सामने टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज से मिले क्लू रखे गए, तो वह टूट गया।
पहले घर की महिला, फिर बच्चों की ली जान
उसने बताया कि 3 फरवरी दोपहर 3:30 बजे उसने शंभू को कॉल कर पैसों की बातचीत करने के लिए लक्ष्मी नगर बुलाया। खुद भजनपुरा स्थित शंभू के घर पहुंच गया। वहां उसकी सुनीता से कहा-सुनी हो हुई। इसी गुस्से में प्रभु ने उनका गला घोंट दिया। बेहोश होने पर फिर सिर पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
प्रभु ने सुनीता की बॉडी को कमरे में छिपा दिया। इसके बाद बाहर से बेटी कोमल (12) आई तो उसकी हत्या की। थोड़ी देर में बेटा शिवम (17) आया तो उसे भी मौत के घाट उतार दिया। करीब एक घंटे बाद सचिन (14) आया तो उसका भी मर्डर कर दिया। प्रभु ने शाम 7:30 बजे शंभू को कॉल कर गामड़ी इलाके में बुलाया और उसके साथ शराब पी। रात करीब 11 बजे भजनपुरा स्थित उसके घर आया और उसकी भी हत्या कर दी। फिर बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया।
8 घंटे में किए 5 मर्डर
दिल्ली पुलिस का दावा है कि आरोपी पहली हत्या करने के बाद खुद भी गश खाकर गिर पड़ा था। करीब 8 घंटे के दौरान ये 5 हत्याएं की थीं। फिलहाल पुलिस पूरी तरह साफ नहीं कर पाई है कि आरोपी ने हत्याकांड को प्लानिंग के तहत अंजाम दिया या फिर आवेश में आकर किया। लेकिन जिस तरह से कॉल करके घर के मुखिया को लक्ष्मी नगर बुलाने की बात कही गई और खुद घर जाकर हत्या दर हत्या करता चला गया, इससे षड़यंत्र की बू आ रही है।
धोखेभाज और दलाल जैसे शब्द चुभे
जॉइंट सीपी (ईस्टर्न रेंज) आलोक कुमार ने बताया कि शंभू को लक्ष्मी नगर बुलाने के बाद उसकी बुआ का लड़का प्रभु उनके घर गया। यहां 30 हजार रुपये नहीं लौटाने पर शंभू की पत्नी सुनीता का विवाद होने पर उसने मर्डर कर दिया। जांच से जुड़े एक अफसर ने दावा कि पूछताछ में प्रभु ने बताया कि सुनीता ने प्रभु को दलाल, धोखेबाज और ठग जैसे शब्द बोले। इससे वह गुस्से में आ गया और सुनीता का गला घोंट दिया। वह बेहोश हुई तो उसने सिर पर वार कर उसे मार दिया।
खुद भी हो गया था बेहोश
मर्डर करने के बाद उसे चक्कर से आ गए और वहीं बैठ गया। कुछ देर जमीन पर बैठे रहकर उसने खुद को संभाला। इतनी देर में बेटी कोमल बाहर आकर गेट खटखटाने लगी तो प्रभु दरवाजा खोलकर उसे भीतर ले गया। इससे वह घबरा गया और सिर पर वार कर उसे भी मार दिया। दोनों को मारने के बाद वह उसी मकान में बैठा रहा। करीब एक घंटे बाद बड़ा बेटा शिवम आया तो उसे भी कमरे में ले गया और उसकी भी हत्या कर दी। वह दोनों बच्चों की बॉडी को भीतर के कमरे में छुपाने लगा।
पूरी परिवार को ही कर दिया खत्म
इसी दौरान तीसरा बेटा सचिन ने गेट पर दस्तक दी तो वह दोनों बच्चों की बॉडी को भीतर के कमरे में छुपाने के चक्कर में दरवाजा नहीं खोल पाया। सचिन थोड़ी देर इधर-उधर घूमकर आया तो उसने फिर गेट खटखटाया तो प्रभु उसे अंदर ले आया और उसकी भी हत्या कर दी। चार हत्या को अंजाम देने के बाद उसने 7:30 बजे शंभू को गामड़ी बुलाया। यहां उसके साथ शराब। फिर 11:30 बजे उसके साथ घर आया और उसकी भी हत्या कर फरार हो गया।
भजनपुरा के 'सी' ब्लॉक की गली नंबर 10 में परिवार के 5 लोगों की हत्या का आरोपी रिश्तेदार निकला और उसने मामूली विवाद में दिल दहलाने वाली घटना को अंजाम दिया। शंभूनाथ के बुआ के लड़के प्रभु चौधरी ने 30 हजार रुपये उधार लिए थे। काफी समय से वह पैसे लौटा नहीं रहा था। एक दिन शंभूनाथ की पत्नी ने उसे खरी-खोटी सुना दी। इससे गुस्साए प्रभु ने 3 फरवरी की दोपहर 3:30 बजे से रात 11 बजे तक पूरी फैमिली को खत्म कर दिया। टेक्निकल सर्विलांस, फुटेज और छानबीन के बाद पुलिस आरोपी प्रभु चौधरी (28) तक पहुंची। कई दौर की पूछताछ के बाद वह टूट गया और उसने जुर्म कबूल लिया। दिल्ली पुलिस ने भजनपुरा के एक मकान में गुरुवार को सामने आए हत्याकांड का खुलासा करते हुए यह दावा किया है।
जॉइंट सीपी (क्राइम) आलोक कुमार ने बताया कि भजनपुरा में रहने वाले शंभूनाथ चौधरी (43), उनकी पत्नी, दो बेटे और एक बेटी की हत्या की खबर गुरुवार दोपहर को मिली थी। घर के हालत देखने के बाद हत्याकांड लग रहा था। इसलिए तत्काल कई थानों की पुलिस और स्पेशल स्टाफ को एक्टिव कर दिया गया। बच्चों के स्कूल जाकर पता किया तो तीनों आखिरी बार 3 फरवरी को गए थे। इससे हत्या इसी दिन होने की आशंका लग रही थी। जांच टीमों ने इस दिन से अपनी तफ्तीश की शुरुआत की। छानबीन करने के बाद प्रभु का नाम सामने आया। उससे पूछताछ की गई तो वह इधर-उधर की बातें करने लगा। जब उसके सामने टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज से मिले क्लू रखे गए, तो वह टूट गया।
पहले घर की महिला, फिर बच्चों की ली जान
उसने बताया कि 3 फरवरी दोपहर 3:30 बजे उसने शंभू को कॉल कर पैसों की बातचीत करने के लिए लक्ष्मी नगर बुलाया। खुद भजनपुरा स्थित शंभू के घर पहुंच गया। वहां उसकी सुनीता से कहा-सुनी हो हुई। इसी गुस्से में प्रभु ने उनका गला घोंट दिया। बेहोश होने पर फिर सिर पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
प्रभु ने सुनीता की बॉडी को कमरे में छिपा दिया। इसके बाद बाहर से बेटी कोमल (12) आई तो उसकी हत्या की। थोड़ी देर में बेटा शिवम (17) आया तो उसे भी मौत के घाट उतार दिया। करीब एक घंटे बाद सचिन (14) आया तो उसका भी मर्डर कर दिया। प्रभु ने शाम 7:30 बजे शंभू को कॉल कर गामड़ी इलाके में बुलाया और उसके साथ शराब पी। रात करीब 11 बजे भजनपुरा स्थित उसके घर आया और उसकी भी हत्या कर दी। फिर बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया।
8 घंटे में किए 5 मर्डर
दिल्ली पुलिस का दावा है कि आरोपी पहली हत्या करने के बाद खुद भी गश खाकर गिर पड़ा था। करीब 8 घंटे के दौरान ये 5 हत्याएं की थीं। फिलहाल पुलिस पूरी तरह साफ नहीं कर पाई है कि आरोपी ने हत्याकांड को प्लानिंग के तहत अंजाम दिया या फिर आवेश में आकर किया। लेकिन जिस तरह से कॉल करके घर के मुखिया को लक्ष्मी नगर बुलाने की बात कही गई और खुद घर जाकर हत्या दर हत्या करता चला गया, इससे षड़यंत्र की बू आ रही है।
धोखेभाज और दलाल जैसे शब्द चुभे
जॉइंट सीपी (ईस्टर्न रेंज) आलोक कुमार ने बताया कि शंभू को लक्ष्मी नगर बुलाने के बाद उसकी बुआ का लड़का प्रभु उनके घर गया। यहां 30 हजार रुपये नहीं लौटाने पर शंभू की पत्नी सुनीता का विवाद होने पर उसने मर्डर कर दिया। जांच से जुड़े एक अफसर ने दावा कि पूछताछ में प्रभु ने बताया कि सुनीता ने प्रभु को दलाल, धोखेबाज और ठग जैसे शब्द बोले। इससे वह गुस्से में आ गया और सुनीता का गला घोंट दिया। वह बेहोश हुई तो उसने सिर पर वार कर उसे मार दिया।
खुद भी हो गया था बेहोश
मर्डर करने के बाद उसे चक्कर से आ गए और वहीं बैठ गया। कुछ देर जमीन पर बैठे रहकर उसने खुद को संभाला। इतनी देर में बेटी कोमल बाहर आकर गेट खटखटाने लगी तो प्रभु दरवाजा खोलकर उसे भीतर ले गया। इससे वह घबरा गया और सिर पर वार कर उसे भी मार दिया। दोनों को मारने के बाद वह उसी मकान में बैठा रहा। करीब एक घंटे बाद बड़ा बेटा शिवम आया तो उसे भी कमरे में ले गया और उसकी भी हत्या कर दी। वह दोनों बच्चों की बॉडी को भीतर के कमरे में छुपाने लगा।
पूरी परिवार को ही कर दिया खत्म
इसी दौरान तीसरा बेटा सचिन ने गेट पर दस्तक दी तो वह दोनों बच्चों की बॉडी को भीतर के कमरे में छुपाने के चक्कर में दरवाजा नहीं खोल पाया। सचिन थोड़ी देर इधर-उधर घूमकर आया तो उसने फिर गेट खटखटाया तो प्रभु उसे अंदर ले आया और उसकी भी हत्या कर दी। चार हत्या को अंजाम देने के बाद उसने 7:30 बजे शंभू को गामड़ी बुलाया। यहां उसके साथ शराब। फिर 11:30 बजे उसके साथ घर आया और उसकी भी हत्या कर फरार हो गया।
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