नई दिल्ली
ठंड हर रोज नए रेकॉर्ड तोड़ रही है। शनिवार को न सिर्फ इस सीजन की सबसे अधिक सर्दी रही, बल्कि 1992 के बाद पारा इतना नीचे गया। दिल्ली का न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री पर पहुंच गया, जोकि सामान्य से 5 डिग्री कम है। ऐसे में आपके मन में भी सवाल होगा कि इस शीत लहर से राहत कब मिलेगी? तो जान लीजिए कि 8 जनवरी तक कोई उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि 8 जनवरी तक तापमान सामान्य से 3 से 7 डिग्री तक कम बना रहेगा। ठंड से बाकी जगहों का भी ऐसा ही हाल है। श्रीनगर में तापमान -5.8 डिग्री था। वहीं राजस्थान के सीकर में पारा -4 तक गिर गया था।
आज क्या रहा तापमान
रेड अलर्ट जारी, रविवार सुबह कोहरा भी
रविवार को भी दिल्ली-एनसीआर में ठंड का कहर बना रहा। तापमान 6 बजे सुबह 5 डिग्री के करीब बना हुआ था। शीत लहर को देखते हुए मौसम विभाग ने शनिवार को ही रेड अलर्ट घोषित किया है। 8 जनवरी तक उत्तर और मध्य भारत में ऐसी ही ठंड बनी रहेगी। वहीं उससे अगले हफ्ते (9-15 जनवरी) की बात करें तो तापमान सामान्य से कम ही रहेगा। हालांकि, इतने आगे की मौसम विभाग की भविष्यवाणी कितनी सटीक होगी, इसपर संशय बना रहता है।
पढ़ें- दिल्ली में ठंड की मार, 1.4 डिग्री रहा तापमान
टूटेगा 118 साल का रेकॉर्ड?
राजधानी में ठंड 118 साल का रेकॉर्ड तोड़ पाती है या नहीं यह देखना होगा। फिलहाल 28 दिसंबर तक अधिकतम औसत तापमान 19.2 डिग्री रहा है। यह 1901 से अबतक का दूसरा सबसे ठंडा दिसंबर होगा। सबसे ठंडा दिसंबर 1997 में हुआ था। तब औसत तापमान 17.3 डिग्री रहा था। दिल्ली में पिछले 15 दिनों से (14 दिसंबर से) शीतलहर का कहर जारी है। इसने 1997 के रेकॉर्ड को तोड़ दिया है। जब 13 दिन शीतलहर रही थी।
मौसम पर बात करते हुए विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि भविष्यवाणी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर का तापमान अगले दो हफ्तों तक सामान्य से कम रहेगा। महापात्रा ने कहा कि उत्तरी मैदानी इलाकों में 31 दिसंबर से 3 जनवरी के बीच बारिश का भी अनुमान है। इस दौरान राजधानी में भी बारिश हो सकती है।
शीत लहर ने कैसे बनाया रेकॉर्ड?
इसपर महापात्रा कहते हैं कि यह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के आभाव की वजह से हुआ है। उन्होंने बताया, '11-12 जनवरी के बाद से कोई बड़ा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस नहीं हुआ है। इसकी वजह से तापमान ज्यादा बदला नहीं है। इस वजह से शीतलहर इतना लंबे वक्त तक चल रही है।'
जानलेवा ठंड: जानें, किस शहर में कितना पारा
185 ट्रेनें लेट
दिल्ली के आसपास के इलाकों में कोहरे का असर यातायात पर भी है। रविवार को कोहरे की वजह से 185 ट्रेन लेट हैं। वहीं शनिवार को कोहरे के कारण IGI पर 150 से ज्यादा फ्लाइट्स लेट हुईं, 2 कैंसल करनी पड़ीं ,10 लैंड ही नहीं कर पाईं। दिल्ली-जयपुर हाइवे पर रेवाड़ी के पास 15 गाड़ियां टकरा गईं, इन हादसों में 12 लोग घायल हुए हैं। 24 ट्रेनें कोहरे के कारण 2 से 5 घंटे लेट रहीं।
ठंड हर रोज नए रेकॉर्ड तोड़ रही है। शनिवार को न सिर्फ इस सीजन की सबसे अधिक सर्दी रही, बल्कि 1992 के बाद पारा इतना नीचे गया। दिल्ली का न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री पर पहुंच गया, जोकि सामान्य से 5 डिग्री कम है। ऐसे में आपके मन में भी सवाल होगा कि इस शीत लहर से राहत कब मिलेगी? तो जान लीजिए कि 8 जनवरी तक कोई उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि 8 जनवरी तक तापमान सामान्य से 3 से 7 डिग्री तक कम बना रहेगा। ठंड से बाकी जगहों का भी ऐसा ही हाल है। श्रीनगर में तापमान -5.8 डिग्री था। वहीं राजस्थान के सीकर में पारा -4 तक गिर गया था।
आज क्या रहा तापमान
जगह | न्यूनतम | अधिकतम |
सफदरजंग | 3.4 | 13.3 |
पालम | 3.2 | 11.0 |
लोधी रोड | 2.8 | 13.9 |
आयानगर | 2.5 | 12.2 |
रेड अलर्ट जारी, रविवार सुबह कोहरा भी
रविवार को भी दिल्ली-एनसीआर में ठंड का कहर बना रहा। तापमान 6 बजे सुबह 5 डिग्री के करीब बना हुआ था। शीत लहर को देखते हुए मौसम विभाग ने शनिवार को ही रेड अलर्ट घोषित किया है। 8 जनवरी तक उत्तर और मध्य भारत में ऐसी ही ठंड बनी रहेगी। वहीं उससे अगले हफ्ते (9-15 जनवरी) की बात करें तो तापमान सामान्य से कम ही रहेगा। हालांकि, इतने आगे की मौसम विभाग की भविष्यवाणी कितनी सटीक होगी, इसपर संशय बना रहता है।
पढ़ें- दिल्ली में ठंड की मार, 1.4 डिग्री रहा तापमान
टूटेगा 118 साल का रेकॉर्ड?
राजधानी में ठंड 118 साल का रेकॉर्ड तोड़ पाती है या नहीं यह देखना होगा। फिलहाल 28 दिसंबर तक अधिकतम औसत तापमान 19.2 डिग्री रहा है। यह 1901 से अबतक का दूसरा सबसे ठंडा दिसंबर होगा। सबसे ठंडा दिसंबर 1997 में हुआ था। तब औसत तापमान 17.3 डिग्री रहा था। दिल्ली में पिछले 15 दिनों से (14 दिसंबर से) शीतलहर का कहर जारी है। इसने 1997 के रेकॉर्ड को तोड़ दिया है। जब 13 दिन शीतलहर रही थी।
मौसम पर बात करते हुए विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि भविष्यवाणी के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर का तापमान अगले दो हफ्तों तक सामान्य से कम रहेगा। महापात्रा ने कहा कि उत्तरी मैदानी इलाकों में 31 दिसंबर से 3 जनवरी के बीच बारिश का भी अनुमान है। इस दौरान राजधानी में भी बारिश हो सकती है।
शीत लहर ने कैसे बनाया रेकॉर्ड?
इसपर महापात्रा कहते हैं कि यह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के आभाव की वजह से हुआ है। उन्होंने बताया, '11-12 जनवरी के बाद से कोई बड़ा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस नहीं हुआ है। इसकी वजह से तापमान ज्यादा बदला नहीं है। इस वजह से शीतलहर इतना लंबे वक्त तक चल रही है।'
जानलेवा ठंड: जानें, किस शहर में कितना पारा
185 ट्रेनें लेट
दिल्ली के आसपास के इलाकों में कोहरे का असर यातायात पर भी है। रविवार को कोहरे की वजह से 185 ट्रेन लेट हैं। वहीं शनिवार को कोहरे के कारण IGI पर 150 से ज्यादा फ्लाइट्स लेट हुईं, 2 कैंसल करनी पड़ीं ,10 लैंड ही नहीं कर पाईं। दिल्ली-जयपुर हाइवे पर रेवाड़ी के पास 15 गाड़ियां टकरा गईं, इन हादसों में 12 लोग घायल हुए हैं। 24 ट्रेनें कोहरे के कारण 2 से 5 घंटे लेट रहीं।
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