Wednesday, November 27, 2019

हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार, सर्दी के अभी आसार नहीं

नई दिल्ली
राजधानी में प्रदूषण का स्तर कम होता नजर नहीं आ रहा है। आज एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 158 पर था, जिसे मध्यम की श्रेणी में रखा जाता है। जो हालात चल रहे हैं, उससे लग रहा है कि राजधानी में अब हलकी बारिश की संभावना नहीं है। इसलिए प्रदूषण में और इजाफा हो सकता है। खास बात यह है कि तापमान में भी प्रभावी गिरावट नजर नहीं आ रही है और वह सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा चल रहा है। मौसम विभाग ने अपने आंकड़ों और सैटेलाइट पिक्चरों के आधार पर कहा है कि दिल्ली के लोग नवंबर में सर्दी की उम्मीद न पालें।

आज न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा
राजधानी में आज सुबह न्यूनतम तापमान 15 डिग्री पर गया। यह तापमान सामान्य से 5 डिग्री अधिक है। आज अधिकतम तापमान के 27 डिग्री जाने की संभावना है। यह भी सामान्य से दो डिग्री ज्यादा होगा। पिछले कई दिनों से दिल्ली में तापमान कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब तो मौसम विभाग ने कह दिया है कि इस माह सर्दी के दर्शन होने की संभावना कम नजर आ रही है। एक दिसंबर को न्यूनतम तापमान 10 डिग्री पर आ जाएगा। संभव है तब दिल्ली के लोगों को सर्दी का अहसास हो। इन सबसे अलग राजधानी के प्रदूषण का स्तर कम होने के बजाय बढ़ता दिखाई दे रहा है। आज सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 262 पर था। कल सुबह दिल्ली का इंडेक्स 242 पर था। चूंकि अब हलकी बारिश पड़ने की संभावना नजर नहीं आ रही है, इसलिए संभव है कि प्रदूषण में और इजाफा हो जाए।

अब बारिश की संभावना नहीं

दूसरी ओर स्काईमेट का कहना है कि बीते 24 घंटों में हवा की रफ्तार कम हुई है। हवा की दिशा भी बदल कर पूर्वी हो गई है, जिसके कारण दिल्ली-एनसीआर में नमी बढ़ गई है। जब भी हवा की रफ्तार में कमी आती है और हवा में नमी बढ़ जाती है तब दिल्ली का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचने लगता है। यही स्थिति दिल्ली के लोगों को देखने को मिल रही है। अब बारिश की भी संभावना नहीं है। अगर छिटपुट जगहों पर देखने को मिलेंगी तो उसके कारण प्रदूषण को साफ करने में नहीं बल्कि प्रदूषण को बढ़ाने में अपनी भूमिका अदा कर सकती हैं।


एयर क्वॉलिटी इंडेक्स हो सकता है खराब
आशंका इस बात की है कि आज और कल कई इलाकों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स काफी खराब हो सकता है। कुछ स्थानों पर यह बेहद खराब स्थिति में पहुंच सकता है। स्काईमेट का आकलन है कि 28 नवंबर के बाद फिर से मौसमी परिदृश्य बदलेगा। जम्मू कश्मीर और लद्दाख के पास से पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल जाएगा, मैदानी राज्यों में भी बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र निष्प्रभावी हो जाएगा। बारिश की गतिविधियां बंद हो जाएंगी।

28-29 नवंबर के बाद राहत से उम्मीद
अनुमान है कि 28 नवंबर की रात या 29 नवंबर की सुबह से फिर से तेज उत्तरी और उत्तर पश्चिमी बर्फीली हवाएं दिल्ली का रुख करेंगी, जिसके चलते एक तरफ न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी और प्रदूषण से कुछ राहत मिलेगी। लेकिन इस बदलाव के साथ-साथ अब सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा भी कुछ इलाकों में देखने को मिल सकता है।

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