नई दिल्ली
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमिटी (डीपीसीसी) और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने धुआं छोड़ने वाली गाड़ियों के खिलाफ स्पेशल ड्राइव शुरू की है। 20 से ज्यादा गाड़ियों को जब्त किया जा चुका है। जिन गाड़ियों से धुआं निकलता दिखाई देता है, उनको जब्त कर भारी चालान भी किया जा रहा है। 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक का चालान किया जा रहा है। गुरुवार को दिलशाद गार्डन टोल पॉइंट के पास एक बस का एक लाख रुपये का चालान किया गया है, इस बस से बहुत ज्यादा धुआं आ रहा था। यह बस मेरठ से आईएसबीटी कश्मीरी गेट के बीच चलती है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि यूपी नंबर की इस बस से इतना ज्यादा धुआं आ रहा था कि वहां पर खड़े रहना भी मुश्किल हो रहा था। दिल्ली में प्रमुख जगहों पर ये टीमें मौजूद हैं और बसों, कमर्शल गाड़ियों पर खास नजर रखी जा रही है। यह स्पेशल ड्राइव मुख्य तौर पर विजिबल पलूशन के खिलाफ ही शुरू की गई है।
50 से ज्यादा टीमें
दिल्ली के मुख्य सचिव ने 16 नवंबर को ट्रांसपोर्ट, ट्रैफिक पुलिस, एनडीएमसी, एमसीडी, रेवेन्यू, पीडब्ल्यूडी, डीएसआईआईडीसी समेत कई विभागों के अधिकारियों के साथ मीटिंग की और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक विजिबल पलूशन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का प्लान बनाया गया। मुख्य सचिव ने ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को 50 टीमें बनाने का निर्देश दिया और कहा कि धुआं छोड़ने वाली गाड़ियों को जब्त किया जाए और भारी जुर्माना वसूला जाए। दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाली कर्मशल गाड़ियों के चालान तो किए ही जा रहे हैं, साथ ही इन गाड़ियों के ईंधन की जांच भी करवाई जा रही है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट, ट्रैफिक पुलिस और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की टीमें दिल्ली में अलग- अलग जगहों पर कमर्शल गाड़ियों से पेट्रोल और डीजल के सैंपल जुटा रही हैं और उन सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा जा रहा है। आनंद विहार, लोनी, गाजीपुर, भलस्वा, टिकरी बॉर्डर, कापसहेड़ा, सिंघु बॉर्डर समेत करीब 12 जगहों पर ये टीमें तैनात की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ये टीमें कमर्शल गाड़ियों से ईंधन के सैंपल जुटा रही हैं। लैब की जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि ईंधन में मिलावट है या नहीं?
केरोसीन के पुराने डिपो की भी हो रही है चेकिंग
इस मीटिंग में केरोसीन के पुराने डिपो की चेकिंग करने के भी निर्देश दिए गए। दिल्ली में केरोसीन की बिक्री पर प्रतिबंध है। निर्देश दिये गए हैं कि यह चेक किया जाए कि पुराने डिपो में कहीं केरोसीन को स्टोरेज तो नहीं किया जा रहा है। दिल्ली में प्रमुख चौराहों पर वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है. एमसीडी को साफ- सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमिटी (डीपीसीसी) और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने धुआं छोड़ने वाली गाड़ियों के खिलाफ स्पेशल ड्राइव शुरू की है। 20 से ज्यादा गाड़ियों को जब्त किया जा चुका है। जिन गाड़ियों से धुआं निकलता दिखाई देता है, उनको जब्त कर भारी चालान भी किया जा रहा है। 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक का चालान किया जा रहा है। गुरुवार को दिलशाद गार्डन टोल पॉइंट के पास एक बस का एक लाख रुपये का चालान किया गया है, इस बस से बहुत ज्यादा धुआं आ रहा था। यह बस मेरठ से आईएसबीटी कश्मीरी गेट के बीच चलती है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि यूपी नंबर की इस बस से इतना ज्यादा धुआं आ रहा था कि वहां पर खड़े रहना भी मुश्किल हो रहा था। दिल्ली में प्रमुख जगहों पर ये टीमें मौजूद हैं और बसों, कमर्शल गाड़ियों पर खास नजर रखी जा रही है। यह स्पेशल ड्राइव मुख्य तौर पर विजिबल पलूशन के खिलाफ ही शुरू की गई है।
50 से ज्यादा टीमें
दिल्ली के मुख्य सचिव ने 16 नवंबर को ट्रांसपोर्ट, ट्रैफिक पुलिस, एनडीएमसी, एमसीडी, रेवेन्यू, पीडब्ल्यूडी, डीएसआईआईडीसी समेत कई विभागों के अधिकारियों के साथ मीटिंग की और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक विजिबल पलूशन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का प्लान बनाया गया। मुख्य सचिव ने ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को 50 टीमें बनाने का निर्देश दिया और कहा कि धुआं छोड़ने वाली गाड़ियों को जब्त किया जाए और भारी जुर्माना वसूला जाए। दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाली कर्मशल गाड़ियों के चालान तो किए ही जा रहे हैं, साथ ही इन गाड़ियों के ईंधन की जांच भी करवाई जा रही है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट, ट्रैफिक पुलिस और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की टीमें दिल्ली में अलग- अलग जगहों पर कमर्शल गाड़ियों से पेट्रोल और डीजल के सैंपल जुटा रही हैं और उन सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा जा रहा है। आनंद विहार, लोनी, गाजीपुर, भलस्वा, टिकरी बॉर्डर, कापसहेड़ा, सिंघु बॉर्डर समेत करीब 12 जगहों पर ये टीमें तैनात की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ये टीमें कमर्शल गाड़ियों से ईंधन के सैंपल जुटा रही हैं। लैब की जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि ईंधन में मिलावट है या नहीं?
केरोसीन के पुराने डिपो की भी हो रही है चेकिंग
इस मीटिंग में केरोसीन के पुराने डिपो की चेकिंग करने के भी निर्देश दिए गए। दिल्ली में केरोसीन की बिक्री पर प्रतिबंध है। निर्देश दिये गए हैं कि यह चेक किया जाए कि पुराने डिपो में कहीं केरोसीन को स्टोरेज तो नहीं किया जा रहा है। दिल्ली में प्रमुख चौराहों पर वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है. एमसीडी को साफ- सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
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