नई दिल्ली
मेट्रो से आने-जाने वाले यात्रियों की लास्ट माइल कनेक्टिविटी की समस्या को दूर करने के लिए डीएमआरसी ने ऊबर के साथ करार किया है। इसके तहत दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो नेटवर्क के 210 स्टेशनों के बाहर ऊबर कैब्स के रुकने और यात्रियों को पिक या ड्रॉप करने के लिए जगह रिजर्व की जाएगी। साथ ही स्टेशन के अंदर ऊबर के कियॉस्क भी लगाए जाएंगे।
स्टेशन पर जगह-जगह साइनेज लगाकर यात्रियों को बताया जाएगा कि अगर उन्हें कैब लेनी है, तो वे स्टेशन के किस गेट से या किस रास्ते से बाहर निकलें। इस सुविधा को शुरू करने के लिए ऊबर ने भी अपने ऐप को अपग्रेड किया है। इसके तहत अब उबर ऐप में यात्रियों को ऊबर गो, ऊबर प्राइम, ऊबर पूल जैसे कैब्स बुकिंग के ऑप्शंस और उबर ऑटो के साथ-साथ अब एक नया पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ऑप्शन भी नजर आएगा। इसके जरिए लोग एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचने की अपनी पूरी यात्रा ऊबर ऐप के जरिए ही प्लान कर सकेंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के ऑप्शन में केवल दिल्ली मेट्रो ही नजर आएगी, लेकिन ऊबर की प्लानिंग आने वाले समय में बस, ई-रिक्शा, ऊबर मोटो आदि को भी इसमें शामिल करने की है।
ऊबर के ग्लोबल सीईओ दारा खोसरोशाही और डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह ने मंगलवार को इस नई सुविधा की औपचारिक तौर पर शुरुआत की। दिल्ली-एनसीआर में 210 मेट्रो स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से यह सुविधा शुरू की जाएगी। इसके तहत पहले चरण में करीब 47 स्टेशनों पर यात्रियों को यह सुविधा मिलेगी। तीन स्टेशनों राजीव चौक, सिकंदरपुर और द्वारका सेक्टर-21 पर पहले से ही यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन के अंदर ऊबर को कियॉस्क लगाने की जगह दी गई है। अब इन स्टेशनों पर ऊबर की कैब्स के खड़े होने और यात्रियों को स्टेशन पर पिक ऐंड ड्रॉप करने के लिए रिजर्व लेन भी बनाई जाएगी, ताकि लोग आसानी से कैब्स लेकर आगे की यात्रा कर सकें।
मंगू सिंह ने यह भी साफ किया कि हमारी यह स्कीम सभी के लिए ओपन है और कोई भी ऐसी कंपनी, जो मेट्रो के यात्रियों को बेहतर लास्ट माइल कनेक्टिविटी उपलब्ध करा सकती है, उसका स्वागत है। उन्होंने यह भी बताया कि उबर को अपने स्टेशन परिसर में जगह देने के बदले में डीएमआरसी कुछ चार्ज भी लेगी, जिससे रेवेन्यू भी बढ़ेगा। भविष्य में ऐसी व्यवस्था भी की जाएगी कि लोग मेट्रो स्मार्ट कार्ड से ही उबर का किराया भी दे सकेंगे।
दारा खोसरोशाही ने बताया कि गुड़गांव में ऊबर कैब लेने वाले 25 प्रतिशत लोगों की यात्रा मेट्रो स्टेशन से शुरू या खत्म होती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस नई सुविधा के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को कितना बड़ा फायदा मिलेगा।
मेट्रो से आने-जाने वाले यात्रियों की लास्ट माइल कनेक्टिविटी की समस्या को दूर करने के लिए डीएमआरसी ने ऊबर के साथ करार किया है। इसके तहत दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो नेटवर्क के 210 स्टेशनों के बाहर ऊबर कैब्स के रुकने और यात्रियों को पिक या ड्रॉप करने के लिए जगह रिजर्व की जाएगी। साथ ही स्टेशन के अंदर ऊबर के कियॉस्क भी लगाए जाएंगे।
स्टेशन पर जगह-जगह साइनेज लगाकर यात्रियों को बताया जाएगा कि अगर उन्हें कैब लेनी है, तो वे स्टेशन के किस गेट से या किस रास्ते से बाहर निकलें। इस सुविधा को शुरू करने के लिए ऊबर ने भी अपने ऐप को अपग्रेड किया है। इसके तहत अब उबर ऐप में यात्रियों को ऊबर गो, ऊबर प्राइम, ऊबर पूल जैसे कैब्स बुकिंग के ऑप्शंस और उबर ऑटो के साथ-साथ अब एक नया पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ऑप्शन भी नजर आएगा। इसके जरिए लोग एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचने की अपनी पूरी यात्रा ऊबर ऐप के जरिए ही प्लान कर सकेंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के ऑप्शन में केवल दिल्ली मेट्रो ही नजर आएगी, लेकिन ऊबर की प्लानिंग आने वाले समय में बस, ई-रिक्शा, ऊबर मोटो आदि को भी इसमें शामिल करने की है।
ऊबर के ग्लोबल सीईओ दारा खोसरोशाही और डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह ने मंगलवार को इस नई सुविधा की औपचारिक तौर पर शुरुआत की। दिल्ली-एनसीआर में 210 मेट्रो स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से यह सुविधा शुरू की जाएगी। इसके तहत पहले चरण में करीब 47 स्टेशनों पर यात्रियों को यह सुविधा मिलेगी। तीन स्टेशनों राजीव चौक, सिकंदरपुर और द्वारका सेक्टर-21 पर पहले से ही यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन के अंदर ऊबर को कियॉस्क लगाने की जगह दी गई है। अब इन स्टेशनों पर ऊबर की कैब्स के खड़े होने और यात्रियों को स्टेशन पर पिक ऐंड ड्रॉप करने के लिए रिजर्व लेन भी बनाई जाएगी, ताकि लोग आसानी से कैब्स लेकर आगे की यात्रा कर सकें।
मंगू सिंह ने यह भी साफ किया कि हमारी यह स्कीम सभी के लिए ओपन है और कोई भी ऐसी कंपनी, जो मेट्रो के यात्रियों को बेहतर लास्ट माइल कनेक्टिविटी उपलब्ध करा सकती है, उसका स्वागत है। उन्होंने यह भी बताया कि उबर को अपने स्टेशन परिसर में जगह देने के बदले में डीएमआरसी कुछ चार्ज भी लेगी, जिससे रेवेन्यू भी बढ़ेगा। भविष्य में ऐसी व्यवस्था भी की जाएगी कि लोग मेट्रो स्मार्ट कार्ड से ही उबर का किराया भी दे सकेंगे।
दारा खोसरोशाही ने बताया कि गुड़गांव में ऊबर कैब लेने वाले 25 प्रतिशत लोगों की यात्रा मेट्रो स्टेशन से शुरू या खत्म होती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस नई सुविधा के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को कितना बड़ा फायदा मिलेगा।
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