नई दिल्ली
दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना का दायरा बढ़ाते हुए बुजुर्गों को सात और तीर्थ स्थलों पर भेजने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता मे हुई दिल्ली कैबिनेट राजस्व विभाग के सात नए रूट्स के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अभी इस योजना में पांच तीर्थस्थलों पर बुजुर्गों को जाने का मौका मिल रहा है। मौजूदा अजमेर-पुष्कर रूट में हल्दीघाटी की यात्रा को भी जोड़ दिया गया है। एसी ट्रेन में बुजुर्गों को यात्रा करवाई जा रही है। वहीं अब बुजुर्गों को ठहरने की व्यवस्था भी एसी रूम में की जाएगी।
सरकार का कहना है जहां-जहां संभव होगा, वहां पर एसी रूम में बुजुर्गों को ठहराया जाएगा। साथ ही ट्रेन से उतरने के बाद एसी बस में उन्हें लेकर जाया जाएगा। अगली ट्रेन पांच अगस्त को अमृतसर के लिए रवाना होगी।
मौजूदा 5 रूट और सुविधाएं
अमृतसर-बाघा-आनंदपुर साहिब और वैष्णो देवी-जम्मू की यात्रा 4 से 5 दिनों की है। मथुरा-वृंदावन, हरिद्वार-ऋषिकेश-नीलकंठ और पुष्कर-अजमेर की यात्रा 4-4 दिनों की है। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत एक हजार श्रद्धालुओं का पहला जत्था 12 जुलाई को दिल्ली से वाघा बॉर्डर रवाना हुआ था। श्रद्धालु इस यात्रा में श्रद्धालु अमृतसर-वाघा सीमा-आनंदपुर साहिब होते हुए दिल्ली लौटे। उसके बाद 20 जुलाई को दूसरी ट्रेन वैष्णो देवी यात्रा पर बुजुर्गों को लेकर गई थी।
यात्रा में ठहरने और खाने-पीने का खर्च भी दिल्ली सरकार उठाती है। सरकार के टूरिज्म डिपार्टमेंट ने इस यात्रा के लिए आईआरसीटीसी के साथ टाईअप किया है। चार से पांच दिनों की तीर्थ यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को ले जाने से लेकर रहने, खाने- पीने का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाती है।
दिल्ली सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना का दायरा बढ़ाते हुए बुजुर्गों को सात और तीर्थ स्थलों पर भेजने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता मे हुई दिल्ली कैबिनेट राजस्व विभाग के सात नए रूट्स के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अभी इस योजना में पांच तीर्थस्थलों पर बुजुर्गों को जाने का मौका मिल रहा है। मौजूदा अजमेर-पुष्कर रूट में हल्दीघाटी की यात्रा को भी जोड़ दिया गया है। एसी ट्रेन में बुजुर्गों को यात्रा करवाई जा रही है। वहीं अब बुजुर्गों को ठहरने की व्यवस्था भी एसी रूम में की जाएगी।
सरकार का कहना है जहां-जहां संभव होगा, वहां पर एसी रूम में बुजुर्गों को ठहराया जाएगा। साथ ही ट्रेन से उतरने के बाद एसी बस में उन्हें लेकर जाया जाएगा। अगली ट्रेन पांच अगस्त को अमृतसर के लिए रवाना होगी।
मौजूदा 5 रूट और सुविधाएं
अमृतसर-बाघा-आनंदपुर साहिब और वैष्णो देवी-जम्मू की यात्रा 4 से 5 दिनों की है। मथुरा-वृंदावन, हरिद्वार-ऋषिकेश-नीलकंठ और पुष्कर-अजमेर की यात्रा 4-4 दिनों की है। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत एक हजार श्रद्धालुओं का पहला जत्था 12 जुलाई को दिल्ली से वाघा बॉर्डर रवाना हुआ था। श्रद्धालु इस यात्रा में श्रद्धालु अमृतसर-वाघा सीमा-आनंदपुर साहिब होते हुए दिल्ली लौटे। उसके बाद 20 जुलाई को दूसरी ट्रेन वैष्णो देवी यात्रा पर बुजुर्गों को लेकर गई थी।
यात्रा में ठहरने और खाने-पीने का खर्च भी दिल्ली सरकार उठाती है। सरकार के टूरिज्म डिपार्टमेंट ने इस यात्रा के लिए आईआरसीटीसी के साथ टाईअप किया है। चार से पांच दिनों की तीर्थ यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को ले जाने से लेकर रहने, खाने- पीने का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाती है।
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