नई दिल्ली
गांधी नगर से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अनिल वाजपेयी ने शुक्रवार को अचानक बीजेपी का दामन थामा तो आप में हलचल तेज हो गई। लोकसभा चुनाव से केवल 8 दिन पहले हुए इस सियासी घटनाक्रम से 'आप' के शीर्ष नेतृत्व ने नाराज विधायकों के पाला बदलने से होने वाले डैमेज को कंट्रोल करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। वे मानते हैं कि ऐसा नहीं करने पर जनता के बीच 'आप' की छवि को ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है। विधायकों के पाला बदलने की आशंका सबसे पहले मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जताई थी।
उनका आरोप था कि बीजेपी आप के 7 विधायकों को खरीदने के लिए 10-10 करोड़ रुपये का ऑफर दे रही है। बाद में बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने जवाब दिया था कि 'आप' के 7 नहीं, बल्कि 14 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। विधायकों को खरीदे जाने की बात करके 'आप' नेता बीजेपी पर तो आरोप लगा ही रहे हैं, एक तरह से अपने लोगों की कमजोरी भी स्वीकार कर रहे हैं। विधायकों की खरीद-फरोख्त के मुद्दे पर शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल और विजय गोयल के बीच ट्विटर पर बहस हुई थी।
6 अन्य विधायकों पर डोरे डाल रही बीजेपी: गोपाल राय
बीजेपी में अनिल वाजपेयी के शामिल होने के बाद 'आप' के प्रदेश संयोजक गोपाल राय कह रहे हैं कि 6 अन्य विधायकों पर डोरे डाले जा रहे हैं। हम पहले ही इसकी आशंका जता चुके थे। बीजेपी के पास जनता को बताने के लिए अपनी उपलब्धियां नहीं हैं, यही वजह है कि दिल्ली में विधायकों की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी।
अन्य साथी जल्द बीजेपी में आएंगे: अनिल वाजपेयी
'सान्ध्य टाइम्स' को अनिल वाजपेयी ने बताया कि 'आप' में कई साथी विधायक शीर्ष नेतृत्व से नाराज हैं। आने वाले दिनों में वे बीजेपी की ओर रुख करेंगे। सभी विधायकों को शिकायत है कि संगठन में उन्हें तरजीह नहीं दी जाती। सार्वजनिक जगहों पर बेइज्जत किया जाता है।
'आप' के बागी विधायक
- कपिल मिश्रा
- संदीप कुमार
- अलका लांबा
- पंकज पुष्कर (बाद में मनाए गए)
- देवेंद्र सहरावत (बाद में मनाए गए)
- असीम अहमद (बाद में मनाए गए)
- वेद प्रकाश (बीजेपी में चले गए)
- अनिल वाजपेयी (बीजेपी में चले गए)
गांधी नगर से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अनिल वाजपेयी ने शुक्रवार को अचानक बीजेपी का दामन थामा तो आप में हलचल तेज हो गई। लोकसभा चुनाव से केवल 8 दिन पहले हुए इस सियासी घटनाक्रम से 'आप' के शीर्ष नेतृत्व ने नाराज विधायकों के पाला बदलने से होने वाले डैमेज को कंट्रोल करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। वे मानते हैं कि ऐसा नहीं करने पर जनता के बीच 'आप' की छवि को ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है। विधायकों के पाला बदलने की आशंका सबसे पहले मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जताई थी।
उनका आरोप था कि बीजेपी आप के 7 विधायकों को खरीदने के लिए 10-10 करोड़ रुपये का ऑफर दे रही है। बाद में बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने जवाब दिया था कि 'आप' के 7 नहीं, बल्कि 14 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। विधायकों को खरीदे जाने की बात करके 'आप' नेता बीजेपी पर तो आरोप लगा ही रहे हैं, एक तरह से अपने लोगों की कमजोरी भी स्वीकार कर रहे हैं। विधायकों की खरीद-फरोख्त के मुद्दे पर शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल और विजय गोयल के बीच ट्विटर पर बहस हुई थी।
6 अन्य विधायकों पर डोरे डाल रही बीजेपी: गोपाल राय
बीजेपी में अनिल वाजपेयी के शामिल होने के बाद 'आप' के प्रदेश संयोजक गोपाल राय कह रहे हैं कि 6 अन्य विधायकों पर डोरे डाले जा रहे हैं। हम पहले ही इसकी आशंका जता चुके थे। बीजेपी के पास जनता को बताने के लिए अपनी उपलब्धियां नहीं हैं, यही वजह है कि दिल्ली में विधायकों की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी।
अन्य साथी जल्द बीजेपी में आएंगे: अनिल वाजपेयी
'सान्ध्य टाइम्स' को अनिल वाजपेयी ने बताया कि 'आप' में कई साथी विधायक शीर्ष नेतृत्व से नाराज हैं। आने वाले दिनों में वे बीजेपी की ओर रुख करेंगे। सभी विधायकों को शिकायत है कि संगठन में उन्हें तरजीह नहीं दी जाती। सार्वजनिक जगहों पर बेइज्जत किया जाता है।
'आप' के बागी विधायक
- कपिल मिश्रा
- संदीप कुमार
- अलका लांबा
- पंकज पुष्कर (बाद में मनाए गए)
- देवेंद्र सहरावत (बाद में मनाए गए)
- असीम अहमद (बाद में मनाए गए)
- वेद प्रकाश (बीजेपी में चले गए)
- अनिल वाजपेयी (बीजेपी में चले गए)
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Read more: चुनाव से पहले विधायकों को संभालने में जुटी 'आप'