नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में सातों लोकसभा सीट पर अपना कब्जा जमाने के बाद, बीजेपी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। शनिवार को दिल्ली बीजेपी ने ऐसी ही परफॉर्मेंस दोहराने का भरोसा जताया। दिल्ली बीजेपी प्रमुख और उत्तर पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट जीतने वाले मनोज तिवारी ने विश्वास जताया कि पार्टी राजधानी आम आदमी पार्टी (AAP) को सत्ता से बेदखल कर देगी।
सातों सीटों से बीजेपी के प्रत्याशियों की एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिवारी ने कहा, 'इस बार उत्तर पूर्व दिल्ली से मैं 3,67,650 वोटों के अंतर से जीता हूं, यह आंकड़ा 2014 से कहीं ज्यादा है। मुझे यह विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला है। लेकिन यह अंत नहीं है। अगली परीक्षा अगले साल होने वाले दिल्ली चुनाव हैं।'
दिल्लीवासियों से बीजेपी के 22 साल की अनुपस्थिति को खत्म करने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर हमें लोगों का विश्वास प्राप्त हुआ है, तो हमें भरोसा है कि दिल्ली में भी हमें यह हासिल होगा।'
गायक से नेता बने मनोज तिवारी ने कहा लोकसभा चुनाव में मिला जनादेश ऐतिहासिक है। उन्होंने आगे कहा, 'मैं पहले दिन से यह कह रहा हूं कि 2014 में नरेंद्र मोदी उम्मीद थए और 2019 में मोदी भरोसा हैं।' चुनाव में अपने प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि मेरा मुकाबला 3 बार दिल्ली की सीएम रह चुकीं शीला दीक्षित से था, मैं थोड़ा डरा हुआ था लेकिन लोगों ने जनादेश देकर उनमें भरोसा जताया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए चांदनी चौक लोकसभा सीट जीतने वाले केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में देश की सबसे बड़ी पार्टी ने मजबूत उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन वह एक सिंगल सीट भी नहीं जीत पाई। उन्होंने बताया कि सत्ता में मौजूद आम आदमी पार्टी सातों सीटों पर तीसरे नंबर पर फिसल गई और उनके कई उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
उन्होंने कहा, 'यह फैसला बताता है कि दिल्ली, कांग्रेस और आप से निराश हो चुकी है। यह आप के खात्मे की शुरुआत है। आप के लिए अपनी पहचान बचा पाना भी अब मुश्किल होगा।' 2015 के विधानसभा चुनाव में आप को भारी जीत हासिल हुई थी, पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतीं थीं।
जाने-माने क्रिकेट और अब राजनीति में अपनी पारी का धमाकेदार आगाज करने वाले गौतम गंभीर ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की है। उन्होंने भी आप नेता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'जब आप ने मेरे खिलाफ आरोप मढ़े, तब मैं राजनीति में सिर्फ 15 दिन पुराना थआ। हालांकि, अब मैं सीएम से पूछना चाहता हूं कि अब अपना जमीर खोने पर आप शीशे में खुद को किस तरह देखते हैं।' गंभीर ने आगे कहा, 'विपक्ष द्वारा डर्टी पॉलिटिक्स अपनाने के बावजूद, मैंने अपने समर्थकों से हा कि हम ईमानदार और साफ-सुथरी राजनीति के साथ लड़ेगें। नकारात्मक राजनीति कभी काम नहीं करती, लोग विकास के लिए वोट रेंगे। अब असली चुनौती शुरू होती है और मैं इस मौके को अपने पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र को सबसे बेहतर बनाने में इस्तेमाल करूंगा।'
प्रवेश वर्मा ने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से सबसे ज्यादा 5,78,487 वोटों से जीतने वाले प्रवेश वर्मा ने कहा, 'हम कई बार सुनते हैं कि दिल्ली, देश के मूड का फैसला करती है, ऐसा ही कुछ इन आम चुनावों में देखने को मिला।' उन्होंने लोगों से अपील की दिल्ली में आगे होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को वोट दें ताकि राजधानी में सुचारू विकास हो सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली का विकास तभी सफल होगा जब तीनों सरकारें- केंद्र, राज्य और निगम सरकार बीजेपी की हों।
राजधानी दिल्ली में सातों लोकसभा सीट पर अपना कब्जा जमाने के बाद, बीजेपी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। शनिवार को दिल्ली बीजेपी ने ऐसी ही परफॉर्मेंस दोहराने का भरोसा जताया। दिल्ली बीजेपी प्रमुख और उत्तर पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट जीतने वाले मनोज तिवारी ने विश्वास जताया कि पार्टी राजधानी आम आदमी पार्टी (AAP) को सत्ता से बेदखल कर देगी।
सातों सीटों से बीजेपी के प्रत्याशियों की एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिवारी ने कहा, 'इस बार उत्तर पूर्व दिल्ली से मैं 3,67,650 वोटों के अंतर से जीता हूं, यह आंकड़ा 2014 से कहीं ज्यादा है। मुझे यह विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला है। लेकिन यह अंत नहीं है। अगली परीक्षा अगले साल होने वाले दिल्ली चुनाव हैं।'
दिल्लीवासियों से बीजेपी के 22 साल की अनुपस्थिति को खत्म करने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर हमें लोगों का विश्वास प्राप्त हुआ है, तो हमें भरोसा है कि दिल्ली में भी हमें यह हासिल होगा।'
गायक से नेता बने मनोज तिवारी ने कहा लोकसभा चुनाव में मिला जनादेश ऐतिहासिक है। उन्होंने आगे कहा, 'मैं पहले दिन से यह कह रहा हूं कि 2014 में नरेंद्र मोदी उम्मीद थए और 2019 में मोदी भरोसा हैं।' चुनाव में अपने प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि मेरा मुकाबला 3 बार दिल्ली की सीएम रह चुकीं शीला दीक्षित से था, मैं थोड़ा डरा हुआ था लेकिन लोगों ने जनादेश देकर उनमें भरोसा जताया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए चांदनी चौक लोकसभा सीट जीतने वाले केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में देश की सबसे बड़ी पार्टी ने मजबूत उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन वह एक सिंगल सीट भी नहीं जीत पाई। उन्होंने बताया कि सत्ता में मौजूद आम आदमी पार्टी सातों सीटों पर तीसरे नंबर पर फिसल गई और उनके कई उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
उन्होंने कहा, 'यह फैसला बताता है कि दिल्ली, कांग्रेस और आप से निराश हो चुकी है। यह आप के खात्मे की शुरुआत है। आप के लिए अपनी पहचान बचा पाना भी अब मुश्किल होगा।' 2015 के विधानसभा चुनाव में आप को भारी जीत हासिल हुई थी, पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतीं थीं।
जाने-माने क्रिकेट और अब राजनीति में अपनी पारी का धमाकेदार आगाज करने वाले गौतम गंभीर ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की है। उन्होंने भी आप नेता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'जब आप ने मेरे खिलाफ आरोप मढ़े, तब मैं राजनीति में सिर्फ 15 दिन पुराना थआ। हालांकि, अब मैं सीएम से पूछना चाहता हूं कि अब अपना जमीर खोने पर आप शीशे में खुद को किस तरह देखते हैं।' गंभीर ने आगे कहा, 'विपक्ष द्वारा डर्टी पॉलिटिक्स अपनाने के बावजूद, मैंने अपने समर्थकों से हा कि हम ईमानदार और साफ-सुथरी राजनीति के साथ लड़ेगें। नकारात्मक राजनीति कभी काम नहीं करती, लोग विकास के लिए वोट रेंगे। अब असली चुनौती शुरू होती है और मैं इस मौके को अपने पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र को सबसे बेहतर बनाने में इस्तेमाल करूंगा।'
प्रवेश वर्मा ने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से सबसे ज्यादा 5,78,487 वोटों से जीतने वाले प्रवेश वर्मा ने कहा, 'हम कई बार सुनते हैं कि दिल्ली, देश के मूड का फैसला करती है, ऐसा ही कुछ इन आम चुनावों में देखने को मिला।' उन्होंने लोगों से अपील की दिल्ली में आगे होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को वोट दें ताकि राजधानी में सुचारू विकास हो सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली का विकास तभी सफल होगा जब तीनों सरकारें- केंद्र, राज्य और निगम सरकार बीजेपी की हों।
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