नई दिल्ली
आपने एक प्रचलित मुहावरा जरूर सुना होगा- ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’। कुछ ऐसा ही गोविंदपुरी इलाके में शनिवार/रविवार की आधी रात को दिल्ली पुलिस के साथ हुआ। रात को साढ़े बारह बजे पीसीआर को कॉल मिली कि ‘कई दिन से ग्राउंड फ्लोर के एक बंद कमरे से बहुत तेज बदबू आ रही है। किराएदार भी गायब है। बाहर से ताला लगा हुआ है’। महज 10 मिनट में सायरन बजाती पीसीआर और लोकल पुलिस पहुंच गई।
पड़ोसियों से नंबर का पता लगाकर पुलिस ने मकान मालिक को कॉल किया। वो भी स्विच ऑफ। अब तो पुलिस को किसी संगीन वारदात की आशंका होने लगी। मकान मालिक और लापता किराएदार की शुरू हुई खोजबीन। रात भर के लिए चार पुलिस वाले उस मकान के बाहर पहरेदारी पर बिठा दिए गए। संदिग्धों पर नजर रखने और अंदर से डेडबॉडी को निकालकर कोई ठिकाने न लगा आए। सुबह होने तक मकान मालिक का इंतजार, वरना कमरे का ताला सबके सामने तोड़े जाने की तैयारी। 10 घंटे तक कमरे की पुलिस घेराबंदी और पहरेदारी ने पूरे इलाके में खलबली पैदा कर दी।
उसके बाद... जो हुआ, हर कोई लोटपोट हो गया। पुलिस अफसरों के मुताबिक, दरअसल ये दिलचस्प वाकया गोविंदपुरी के गली नंबर 9 में एक दो मंजिला मकान का है। फर्स्ट फ्लोर पर कुसुम परिवार समेत रहती हैं। मूल रूप से बरेली की हैं। जॉब करती हैं। ग्राउंड फ्लोर मकान जिस शख्स का है, उसने किराए पर दिया हुआ है। किराएदार कभी दिखाई देता है, कभी कई दिन उसका अता पता नहीं रहता। ना हीं उसका आस-पड़ोस में किसी से ज्यादा मेलजोल रहता है। कई दिनों से ग्राउंड फ्लोर में बंद कमरे से बदबू महसूस हो रही थी। आसपास के लोग भी त्रस्त थे। मगर शनिवार को यह बदबू फैलने लगी। बदबू किसी को भी बर्दाश्त नहीं हो रही थी।
आधी रात को करीब 12:30 बजे 100 नंबर पर पीसीआर कॉल कर दी। कुछ ही मिनटों में पीसीआर पहुंची। कॉलर से पता किया कि माजरा क्या है। लोकल पुलिस की टीम भी पहुंच गई। रूमाल से मुंह ढककर आधा दर्जन पुलिस वालों ने कमरे की बाहर से तहकीकात की। पड़ोसियों ने मकान मालिक व किराएदार की जानकारी ली। सबको वहां से हटाया और कमरे को एक उचित दूरी पर बाहर से दिल्ली पुलिस की टेप से कवर दिया। पैनी निगरानी के लिए रात भर चार पुलिस वाले बिठा दिए। इस बीच किराएदार व मकान मालिक से संपर्क साधने की भरसक कोशिश पुलिस करती रही।
लोकल पुलिस ने फरेंसिक टीम को बुलाने की तैयारी कर ली। सुबह 8 बजे जैसे-तैसे मकान मालिक संपर्क में आया। उसने बताया कि जो किराएदार था वो खाली करके चला गया। पुलिस ने मकान मालिक को चाबी लेकर बुलाया। ताला खुला। पुलिस टीम अंदर घुसी। कुछ पुराना सामान व कूड़ा दिखाई दिया। चारों तरफ से छानबीन के बाद अंत में एक मोटा मरा और सड़ा हुआ चूहा पड़ा मिला। चूहे की डेडबॉडी को देख पुलिस ने राहत की सांस ली, वहीं लोग ठहाके लगाने लगे। पिछले 10 घंटे की एक्सरसाइज के बाद पुलिस ने मालिक को साफ सफाई कराने की हिदायत दी और वहां से रवाना हुई।
आपने एक प्रचलित मुहावरा जरूर सुना होगा- ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’। कुछ ऐसा ही गोविंदपुरी इलाके में शनिवार/रविवार की आधी रात को दिल्ली पुलिस के साथ हुआ। रात को साढ़े बारह बजे पीसीआर को कॉल मिली कि ‘कई दिन से ग्राउंड फ्लोर के एक बंद कमरे से बहुत तेज बदबू आ रही है। किराएदार भी गायब है। बाहर से ताला लगा हुआ है’। महज 10 मिनट में सायरन बजाती पीसीआर और लोकल पुलिस पहुंच गई।
पड़ोसियों से नंबर का पता लगाकर पुलिस ने मकान मालिक को कॉल किया। वो भी स्विच ऑफ। अब तो पुलिस को किसी संगीन वारदात की आशंका होने लगी। मकान मालिक और लापता किराएदार की शुरू हुई खोजबीन। रात भर के लिए चार पुलिस वाले उस मकान के बाहर पहरेदारी पर बिठा दिए गए। संदिग्धों पर नजर रखने और अंदर से डेडबॉडी को निकालकर कोई ठिकाने न लगा आए। सुबह होने तक मकान मालिक का इंतजार, वरना कमरे का ताला सबके सामने तोड़े जाने की तैयारी। 10 घंटे तक कमरे की पुलिस घेराबंदी और पहरेदारी ने पूरे इलाके में खलबली पैदा कर दी।
उसके बाद... जो हुआ, हर कोई लोटपोट हो गया। पुलिस अफसरों के मुताबिक, दरअसल ये दिलचस्प वाकया गोविंदपुरी के गली नंबर 9 में एक दो मंजिला मकान का है। फर्स्ट फ्लोर पर कुसुम परिवार समेत रहती हैं। मूल रूप से बरेली की हैं। जॉब करती हैं। ग्राउंड फ्लोर मकान जिस शख्स का है, उसने किराए पर दिया हुआ है। किराएदार कभी दिखाई देता है, कभी कई दिन उसका अता पता नहीं रहता। ना हीं उसका आस-पड़ोस में किसी से ज्यादा मेलजोल रहता है। कई दिनों से ग्राउंड फ्लोर में बंद कमरे से बदबू महसूस हो रही थी। आसपास के लोग भी त्रस्त थे। मगर शनिवार को यह बदबू फैलने लगी। बदबू किसी को भी बर्दाश्त नहीं हो रही थी।
आधी रात को करीब 12:30 बजे 100 नंबर पर पीसीआर कॉल कर दी। कुछ ही मिनटों में पीसीआर पहुंची। कॉलर से पता किया कि माजरा क्या है। लोकल पुलिस की टीम भी पहुंच गई। रूमाल से मुंह ढककर आधा दर्जन पुलिस वालों ने कमरे की बाहर से तहकीकात की। पड़ोसियों ने मकान मालिक व किराएदार की जानकारी ली। सबको वहां से हटाया और कमरे को एक उचित दूरी पर बाहर से दिल्ली पुलिस की टेप से कवर दिया। पैनी निगरानी के लिए रात भर चार पुलिस वाले बिठा दिए। इस बीच किराएदार व मकान मालिक से संपर्क साधने की भरसक कोशिश पुलिस करती रही।
लोकल पुलिस ने फरेंसिक टीम को बुलाने की तैयारी कर ली। सुबह 8 बजे जैसे-तैसे मकान मालिक संपर्क में आया। उसने बताया कि जो किराएदार था वो खाली करके चला गया। पुलिस ने मकान मालिक को चाबी लेकर बुलाया। ताला खुला। पुलिस टीम अंदर घुसी। कुछ पुराना सामान व कूड़ा दिखाई दिया। चारों तरफ से छानबीन के बाद अंत में एक मोटा मरा और सड़ा हुआ चूहा पड़ा मिला। चूहे की डेडबॉडी को देख पुलिस ने राहत की सांस ली, वहीं लोग ठहाके लगाने लगे। पिछले 10 घंटे की एक्सरसाइज के बाद पुलिस ने मालिक को साफ सफाई कराने की हिदायत दी और वहां से रवाना हुई।
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