Wednesday, December 26, 2018

दूसरों के लिए दी जान, परिवार को जिंदा होने का भरोसा

नई दिल्ली
मीठापुर नहर में डूबने से एक महिला और उसके बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान देने वाले पवन शाह के परिवार ने हार नहीं मानी है और उन्हें लगता है कि पवन अब भी जिंदा हैं। जांच में यह जानकारी सामने आई है कि पवन इसलिए डूब गए क्योंकि उनकी मांसपेशियों ने जवाब दे दिया था और पानी की धार उन्हें बहा ले गई। उन्होंने अपनी दोनों बाहों को इस तरह रखा था ताकि महिला और उनके बच्चे का सिर पानी से ऊपर रहे।

खुदकुशी के लिए पानी में डूबी इस महिला को तैराकी नहीं आती थी। शाह का शव बरामद नहीं हुआ है और उन्हें लगता है कि वह अब भी जिंदा हैं। परिवार की मदद के लिए पवन ने 9वीं के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी थी। वह अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे थे और उनका परिवार उनकी शादी कराने की सोच रहा था। उनके बुजुर्ग पिता ई-रिक्शा चलाते हैं, जबकि दो भाई रिक्शा चलाते हैं।

उनका परिवार छह महीने पहले ही मदनपुर खादर गांव के एक फ्लैट में शिफ्ट हुआ था। वे अपनी प्रॉपर्टी खरीदने के लिए पैसे जमा कर रहे थे। उधर, पवन के शव की तलाश के लिए टीमें नहर के विभिन्न हिस्सों में भेजी गई हैं। बचाव टीम का कहना है कि उन्होंने पवन द्वारा पहने गए कपड़े की जानकारी फैलाई है और वे अब स्पीडबोट के जरिये तलाश तेज करने की सोच रहे हैं।

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