नई दिल्ली
साउथ दिल्ली के नजदीक बेगमपुर गांव में गुरुवार को एक आठ वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। आरोप है कि इस मौत के मामले में 10 से 12 वर्षीय चार लड़के शामिल हैं। पुलिस को इस घटना की सूचना शाम तकरीबन 6 बजे मिली कि एक बच्चे की प्राइवेट अस्पताल में चोटिल होने की वजह से मौत हो गई है।
जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि बच्चे की मौत सिर में अंदरूनी चोट लगने की वजह से हुई। यही नहीं, इस मामले में एक और बात सामने आई है कि बच्चे का एक खाली प्लॉट में खेलने के दौरान लड़कों से झगड़ा हो गया था। डीसीपी (साउथ) विजय कुमार ने बताया, 'यह घटना तकरीबन सुबह 10 बजे घटित हुई। मृतक बच्चा अजीम दारुल उलूम फरीदिया मदरसा का छात्र था। आरोपी लड़के भी आसपास के ही रहने वाले हैं।'
स्थानीय लोगों ने बताया कि अजीम और स्कूल के अन्य बच्चे मदरसा से क्रिकेट खेलने गए थे तभी आरोप है कि कुछ लड़के आए और उनसे वहां से चले जाने के लिए कहने लगे। जब इस बात से अजीम और उसके साथियों ने इनकार कर दिया तो हाथापाई होने लगी। इस पर किसी ने अजीम को जमीन पर धक्का दे दिया और वह बेहोश हो गया। साथ में क्रिकेट खेलने पहुंचे अन्य छात्र आनन-फानन में मदरसा पहुंचे और वहां मौजूद मौलवी को इस बात की सूचना दी। अजीम को तुरंत प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। इसके बाद गुरुवार शाम बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया।
डीसीपी विजय कुमार ने कहा, 'हमें एक मौलवी ने शव को अटॉप्सी के लिए भेजे जाने के बाद फोन किया।' प्राथमिक जांच में पता चला है कि बच्चे को बाहरी चोटें नहीं आई हैं लेकिन पुलिस को इस बात का शक है कि उसकी मौत अंदरूनी चोट की वजह से हुई है। मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अजीम हरियाणा के मेवात का रहने वाला था और वह मदरसे में पिछले दो वर्षों से रहकर अपने ही गांव के पांच-छह अन्य बच्चों के साथ पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता गांव की मस्जिद में मौलवी हैं। आरोपी बच्चों को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया।
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साउथ दिल्ली के नजदीक बेगमपुर गांव में गुरुवार को एक आठ वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। आरोप है कि इस मौत के मामले में 10 से 12 वर्षीय चार लड़के शामिल हैं। पुलिस को इस घटना की सूचना शाम तकरीबन 6 बजे मिली कि एक बच्चे की प्राइवेट अस्पताल में चोटिल होने की वजह से मौत हो गई है।
जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि बच्चे की मौत सिर में अंदरूनी चोट लगने की वजह से हुई। यही नहीं, इस मामले में एक और बात सामने आई है कि बच्चे का एक खाली प्लॉट में खेलने के दौरान लड़कों से झगड़ा हो गया था। डीसीपी (साउथ) विजय कुमार ने बताया, 'यह घटना तकरीबन सुबह 10 बजे घटित हुई। मृतक बच्चा अजीम दारुल उलूम फरीदिया मदरसा का छात्र था। आरोपी लड़के भी आसपास के ही रहने वाले हैं।'
स्थानीय लोगों ने बताया कि अजीम और स्कूल के अन्य बच्चे मदरसा से क्रिकेट खेलने गए थे तभी आरोप है कि कुछ लड़के आए और उनसे वहां से चले जाने के लिए कहने लगे। जब इस बात से अजीम और उसके साथियों ने इनकार कर दिया तो हाथापाई होने लगी। इस पर किसी ने अजीम को जमीन पर धक्का दे दिया और वह बेहोश हो गया। साथ में क्रिकेट खेलने पहुंचे अन्य छात्र आनन-फानन में मदरसा पहुंचे और वहां मौजूद मौलवी को इस बात की सूचना दी। अजीम को तुरंत प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया। इसके बाद गुरुवार शाम बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया।
डीसीपी विजय कुमार ने कहा, 'हमें एक मौलवी ने शव को अटॉप्सी के लिए भेजे जाने के बाद फोन किया।' प्राथमिक जांच में पता चला है कि बच्चे को बाहरी चोटें नहीं आई हैं लेकिन पुलिस को इस बात का शक है कि उसकी मौत अंदरूनी चोट की वजह से हुई है। मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अजीम हरियाणा के मेवात का रहने वाला था और वह मदरसे में पिछले दो वर्षों से रहकर अपने ही गांव के पांच-छह अन्य बच्चों के साथ पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता गांव की मस्जिद में मौलवी हैं। आरोपी बच्चों को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया।
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