नई दिल्ली
मध्य दिल्ली के वेस्ट पटेल नगर इलाके में एटीएम में कैश डालने आई एक कैश वैन को लूटने की कोशिश करने के आरोप में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान रोहिणी के रहने वाले जतिन वर्मा (24) के रूप में हुई है। उसके पास से पुलिस को एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है, जिसका इस्तेमाल वारदात के दौरान किया गया था। यही नहीं, वारदात वाले दिन उसने जो शर्ट पहनी थी, वह भी बरामद की गई। पुलिस के पास इसके सबूत के रूप में सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद हैं।
डीसीपी (सेंट्रल) एमएस रंधावा ने बताया कि जतिन बेखौफ क्रिमिनल है। 12वीं पास करने के बाद वह टॉप का रेसलर बनना चाहता था, लेकिन जब वह इसमें नाकाम रहा, तो उसने नीरज बवानिया जैसा कुख्यात अपराधी बनने की ठान ली। वह इससे पहले भी किडनैपिंग और रॉबरी के तीन मामलों में शामिल रह चुका है। उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर 15 अक्टूबर को वेस्ट पटेल नगर इलाके में कैश वैन को लूटने की कोशिश की थी।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस को सीसीटीवी कैमरों के जरिए कुछ अहम सुराग हाथ लगे थे, जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस लगाया और उसे गिरफ्तार करने में कामयाब रही। जांच में पता चला कि इसी साल जुलाई में भी पहाड़गंज थाने में दर्ज कपड़ों से भरी वैन की लूट के केस में भी पुलिस ने उसे टेक्निकल सर्विलांस के जरिए ही पकड़ा था। उस केस में जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद ही उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। जेल में उसकी दोस्ती राजेश उर्फ मैडी नाम के एक शख्स से हुई थी। उसी के साथ मिलकर जतिन ने कैश वैन लूटने का प्लान बनाया था।
पूछताछ में पता चला कि जतिन और राजेश के अलावा उमेश और मिंटू नाम के दो अन्य लड़के भी इस वारदात में शामिल थे। इन लोगों ने वैन में बैठे ड्राइवर और गार्ड को गन पॉइंट पर लेकर वारदात को अंजाम दे ही दिया था, लेकिन ऐन मौके पर वैन स्टार्ट नहीं हुई और ये लोग पैसों से भरा बॉक्स लेकर फरार होने में कामयाब नहीं हो पाए। पुलिस अब इस मामले में फरार अन्य आरोपियों को तलाश रही है।
मध्य दिल्ली के वेस्ट पटेल नगर इलाके में एटीएम में कैश डालने आई एक कैश वैन को लूटने की कोशिश करने के आरोप में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान रोहिणी के रहने वाले जतिन वर्मा (24) के रूप में हुई है। उसके पास से पुलिस को एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है, जिसका इस्तेमाल वारदात के दौरान किया गया था। यही नहीं, वारदात वाले दिन उसने जो शर्ट पहनी थी, वह भी बरामद की गई। पुलिस के पास इसके सबूत के रूप में सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद हैं।
डीसीपी (सेंट्रल) एमएस रंधावा ने बताया कि जतिन बेखौफ क्रिमिनल है। 12वीं पास करने के बाद वह टॉप का रेसलर बनना चाहता था, लेकिन जब वह इसमें नाकाम रहा, तो उसने नीरज बवानिया जैसा कुख्यात अपराधी बनने की ठान ली। वह इससे पहले भी किडनैपिंग और रॉबरी के तीन मामलों में शामिल रह चुका है। उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर 15 अक्टूबर को वेस्ट पटेल नगर इलाके में कैश वैन को लूटने की कोशिश की थी।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस को सीसीटीवी कैमरों के जरिए कुछ अहम सुराग हाथ लगे थे, जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस लगाया और उसे गिरफ्तार करने में कामयाब रही। जांच में पता चला कि इसी साल जुलाई में भी पहाड़गंज थाने में दर्ज कपड़ों से भरी वैन की लूट के केस में भी पुलिस ने उसे टेक्निकल सर्विलांस के जरिए ही पकड़ा था। उस केस में जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद ही उसने इस वारदात को अंजाम दिया था। उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। जेल में उसकी दोस्ती राजेश उर्फ मैडी नाम के एक शख्स से हुई थी। उसी के साथ मिलकर जतिन ने कैश वैन लूटने का प्लान बनाया था।
पूछताछ में पता चला कि जतिन और राजेश के अलावा उमेश और मिंटू नाम के दो अन्य लड़के भी इस वारदात में शामिल थे। इन लोगों ने वैन में बैठे ड्राइवर और गार्ड को गन पॉइंट पर लेकर वारदात को अंजाम दे ही दिया था, लेकिन ऐन मौके पर वैन स्टार्ट नहीं हुई और ये लोग पैसों से भरा बॉक्स लेकर फरार होने में कामयाब नहीं हो पाए। पुलिस अब इस मामले में फरार अन्य आरोपियों को तलाश रही है।
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