Sunday, September 2, 2018

वॉटर लॉगिंग की राजधानी बनी दिल्ली: कांग्रेस

प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
रविवार को हुई जोरदार बारिश की वजह से राजधानी के अलग-अलग इलाकों में पानी भरने पर प्रदेश कांग्रेस ने एमसीडी और दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि वर्तमान में ऐसे हालात हैं कि दिल्ली वॉटर लॉगिंग की राजधानी बन चुकी है।

माकन ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार और निगम की बीजेपी सरकार एक-दूसरे पर छींटाकशी करते दिखाई देते हैं, जबकि दोनों ने दिल्ली में बारिश के दिनों में वॉटर लॉगिंग की समस्या का स्थायी हल निकाला होता तो आज दिल्ली पानी में डूबी दिखाई नहीं देती। उन्होंने कहा कि दिल्ली के हालात ऐसे बने हुए हैं कि पानी न सिर्फ सड़कों पर भरा हुआ है बल्कि गलियों, पार्कों और लोगों के घरों तक में घुस गया है। पानी जमा होने के कारण न सिर्फ जाम की समस्या के कारण लोगों को घंटों सड़कों पर ट्रैफिक में अपना समय बर्बाद करना पड़ रहा है, बल्कि करोड़ों रुपये का ईंधन भी बर्बाद हो रहा है।


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कांग्रेस नेता नेकहा कि दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के अनुसार दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले पीडब्लूडी विभाग द्वारा नालों की गाद निकालने का काम 15 जून 2018 तक हो जाना चाहिए था। मगर, केवल 17 प्रतिशत सड़कों के साथ लगे नालों की गाद निकालने का काम ही पूरा हो पाया। इसके बाद दिल्ली सरकार ने 30 जून 2018 तक की समय सीमा बढ़ाई, लेकिन 29 जून 2018 तक सिर्फ 37 प्रतिशत ही गाद निकालने का काम पूरा हो सका। 27 जुलाई 2018 तक केवल 39 प्रतिशत सड़कों से सटे नालों की गाद निकाली गई।


माकन ने कहा कि दिल्ली में 96 जगह सरकार ने ऐसी चिन्हित की है, जहां पर बारिश के समय पानी जमा होता है। दिल्ली सरकार ने ऐसी जगहों जहां पर बारिश के कारण लगातार ज्यादा जलभराव होता वहां होने वाली समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला। इसके लिए AAP और बीजेपी दोनों जिम्मेदार हैं।

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