Monday, September 3, 2018

2020 तक जाम से मुक्त होगी दिल्ली, जानें- प्लान

अमित आनंद चौधरी, नई दिल्ली
ऐसा हो सकता है कि आपको दिल्ली पुलिस के इस दावे पर यकीन न हो, लेकिन उसका कहना है कि वह राजधानी को 2020 तक जाम से पूरी तरह मुक्त कर देगी। शहर की सड़कों पर लगने वाले भीषण जाम को लेकर आलोचना झेल रही दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि इसके लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस ने शीर्ष अदालत को बताया कि शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सड़कों को चौड़ा करने, अतिक्रमण हटाने, रुकावटें दूर करने, एलिवेटेड रोड, फ्लाईओवर और फुटओवर ब्रिज बनाने जैसे काम किए जा रहे हैं।

शहर की पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर यह बताया कि उसका दिल्ली को जाम मुक्त करने का प्लान क्या है, जिससे एयर पलूशन भी फैलता है। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि सबसे पहले उसे 28 सबसे ज्यादा जाम वाले कॉरिडोर्स की समस्या हल करने का लक्ष्य तय किया है और दिसंबर 2020 तक इस प्रॉजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि उसने डीडीए और नगर निकायों समेत सभी संबंधित एजेंसियों से बात करने के बाद यह टाइमलाइन दी है।
इससे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल की ओर से गठित टास्क फोस ने शहर के 77 ऐसे इलाकों की पहचान की थी, जहां जाम की समस्या है। इन्हें तीन कैटिगरीज में बांटा गया था- 28 भीषण जाम वाले इलाके, 30 जाम वाले इलाके और 19 मामूली जाम वाले क्षेत्र। हालांकि बीते डेढ़ साल में सरकार इन इलाकों को जाम से मुक्ति दिलाने में कामयाब नहीं हो सकी है।

जानें, क्या है दिल्ली की स्पीड: दिल्ली की औसत ऑफ-पीक ट्रैफिक स्पीड 2010 से 2017 के बीच 9.1 फीसदी गिरकर 26 किमी प्रति घंटा हो गई है। यह एक हाथी की औसत गति से बहुत अधिक नहीं है, जो 25 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चलता है। वहीं, रेसर उसेन बोल्ट की स्पीड
37.6 किमी प्रति घंटा है।

दिल्ली के बाद अन्य शहर भी होंगे जाम मुक्त: जाम से मुक्ति के लिए दिल्ली की ओर से उठाए गए कदमों का अनुसरण अन्य शहरों में भी किया जा सकता है। केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी प्रॉजेक्ट के तहत इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट भी है। इस स्कीम के तहत देश के 100 शहरों को कवर किया गया है।

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