दोनों किताबों पर सितंबर में होने वाली अकादमिक परिषद की बैठक में फैसला होगा और इसके बाद मामला कार्यकारी परिषद के पास जाएगा। इसके बाद ही इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
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