नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी की ईस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की प्रभारी और उम्मीदवार आतिशी मार्लेना ने अपने नाम से मार्लेना शब्द हटा दिया है। उनके करीबियों के मुताबिक इस तरह की अफवाहें फैल रही थी कि आतिशी विदेशी हैं या ईसाई हैं, जिससे लोगों के बीच काम की चर्चा न होकर इस पर ही चर्चा फोकस होने की आशंका थी। इस वजह से आतिशी ने यह फैसला लिया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अपना सेकंड नेम मार्लेना हटाने का फैसला खुद आतिशी का है।
आतिशी के करीबियों का कहना है कि जब से आतिशी को पार्टी ने ईस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया तब से बीजेपी के लोगों की तरफ से यह अफवाह उड़ाई जाने लगी कि आतिशी मार्लेना विदेशी हैं। आतिशी की कोशिश है कि क्षेत्र में विकास कामों पर बात हो, एजुकेशन पर बात हो और आम आदमी पार्टी सरकार के कामकाज पर बात हो। लेकिन जब इस तरह की अफवाहें उड़ने लगीं तो लोगों के बीच चर्चा मार्लेना शब्द पर ज्यादा फोकस होने लगी। इसलिए आतिशी ने यह फैसला लिया।
आतिशी के करीबियों का कहना है कि मार्लेना आतिशी का सरनेम नहीं है यह एक तरह से उनका सेकंड नेम है जो उनके लेफ्टिस्ट पैरंट्स ने उन्हें मार्क्स और लेनिन शब्द जोड़कर दिया। आतिशी के पिता का नाम विजय सिंह और मां का नाम त्रिपता वाही है। क्या नाम चेंज कर आम आदमी पार्टी भी जाति और धर्म की राजनीति नहीं कर रही? इस सवाल पर आप के एक नेता ने कहा कि आतिशी का सरनेम सिंह है जिसे आतिशी ने कभी इस्तेमाल नहीं किया। अगर जाति-धर्म की राजनीति करनी होती तो आतिशी अपना सरनेम सिंह लगाती। लेकिन उन्होंने कभी लोगों के बीच जाकर यह नहीं कहा है कि वह पंजाबी राजपूत हैं या वह सिंह हैं इसलिए उनका साथ दें। वह हमेशा एजुकेशन फील्ड में हुए काम की बात करती हैं।
आम आदमी पार्टी की ईस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की प्रभारी और उम्मीदवार आतिशी मार्लेना ने अपने नाम से मार्लेना शब्द हटा दिया है। उनके करीबियों के मुताबिक इस तरह की अफवाहें फैल रही थी कि आतिशी विदेशी हैं या ईसाई हैं, जिससे लोगों के बीच काम की चर्चा न होकर इस पर ही चर्चा फोकस होने की आशंका थी। इस वजह से आतिशी ने यह फैसला लिया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अपना सेकंड नेम मार्लेना हटाने का फैसला खुद आतिशी का है।
आतिशी के करीबियों का कहना है कि जब से आतिशी को पार्टी ने ईस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया तब से बीजेपी के लोगों की तरफ से यह अफवाह उड़ाई जाने लगी कि आतिशी मार्लेना विदेशी हैं। आतिशी की कोशिश है कि क्षेत्र में विकास कामों पर बात हो, एजुकेशन पर बात हो और आम आदमी पार्टी सरकार के कामकाज पर बात हो। लेकिन जब इस तरह की अफवाहें उड़ने लगीं तो लोगों के बीच चर्चा मार्लेना शब्द पर ज्यादा फोकस होने लगी। इसलिए आतिशी ने यह फैसला लिया।
आतिशी के करीबियों का कहना है कि मार्लेना आतिशी का सरनेम नहीं है यह एक तरह से उनका सेकंड नेम है जो उनके लेफ्टिस्ट पैरंट्स ने उन्हें मार्क्स और लेनिन शब्द जोड़कर दिया। आतिशी के पिता का नाम विजय सिंह और मां का नाम त्रिपता वाही है। क्या नाम चेंज कर आम आदमी पार्टी भी जाति और धर्म की राजनीति नहीं कर रही? इस सवाल पर आप के एक नेता ने कहा कि आतिशी का सरनेम सिंह है जिसे आतिशी ने कभी इस्तेमाल नहीं किया। अगर जाति-धर्म की राजनीति करनी होती तो आतिशी अपना सरनेम सिंह लगाती। लेकिन उन्होंने कभी लोगों के बीच जाकर यह नहीं कहा है कि वह पंजाबी राजपूत हैं या वह सिंह हैं इसलिए उनका साथ दें। वह हमेशा एजुकेशन फील्ड में हुए काम की बात करती हैं।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: आतिशी मारलेना ने इसलिए हटाया लास्ट नेम