नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रविवार को एक घर में 11 लोगों के शव मिलने की घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। जो शव मिले थे उनमें से दो बच्चों समेत परिवार के 10 लोग छत की ग्रिल से चुन्नियों के जरिए लटके मिले, जबकि घर की 78 वर्षीय बुजुर्ग महिला नारायणी देवी का शव दूसरे कमरे के फ्लोर पर मिला था। नारायणी देवी के गले पर कुछ निशान मिले थे, जो उनका गला दबाए जाने की ओर इशारा कर रहे थे। इसी को देखते हुए पुलिस ने गला घुटने से महिला की हत्या का मामला दर्ज किया। मृतकों के साथ किसी प्रकार की जोर-जबर्दस्ती की बात भी सामने नहीं आई है। इसके अलावा पुलिस इस मामले में तंत्र-मंत्र के ऐंगल से भी जांच कर रही है।
मृतकों के घर से मिले दो रजिस्टरों में लिखी बातें तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास की तरफ ही इशारा कर रही हैं। इन रजिस्टरों के पन्नों के साथ मृतकों की अंतिम स्थिति का मिलान किया जाए तो ऐसा लग रहा है कि शायद परिवार टोटकों में यकीन करता था। इस बीच संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम ब्रांच) आलोक कुमार ने बताया कि 11 मृतकों में 8 लोगों का पोस्टमॉर्टम पूरा हो गया है। दो लड़के, दो लड़कियों और उनकी माताओं के पोस्टमॉर्टम हो गए हैं। उन्होंने कहा, 'पोस्टमॉर्टम से पता चलता है कि मौत लटककर हुई है न कि गला घोटने से।' उन्होंने कहा कि गला घोटने या हाथापाई के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
ऐसे में कई उलझे सवालों के साथ इस घटना और घटना से जुड़े परिवार की गतिविधियों पर एक नजर:
17 जून: नारायणी देवी की नातिन की सगाई के मौके पर परिवार के लोग जमा हुए।
पढ़ें: पोस्टमॉर्टम में नहीं मिला कुछ खास, बाबा तक पहुंची जांच?
30 जून:
शाम के 8 बजे: अपनी प्लाइवुड की दुकान बंद करके इस परिवार के सदस्य भवनेश घर लौटे।
रात के 10 बजे: परिवार का दूसरे सदस्य अपना जनरल स्टोर बंद करके घर लौटे
रात के 11 बजे: नारायणी के छोटे बेटे ललित ने अपनी बहन सुजाता का हालचाल जानने के लिए उन्हें फोन किया।
1 जुलाई:
सुबह 7:15 बजे: पड़ोसी गुरुचरण सिंह इस परिवार की दोनों दुकानों को बंद देखकर उनके घर पर गए। गुरुचरण ने जब इस परिवार के कई लोगों को लटका हुआ देखा तो पुलिस को उस बारे में सूचना दी।
सुबह 7:30 बजे
पुलिस को PCR कॉल मिली और पुलिस मौके पर रवाना हुई
पढ़ें, बुराड़ी कांडः बहन बोलीं- तंत्र-मंत्र नहीं, हत्या है
दोपहर 12 बजे: सीएम अरविंद केजरीवाल और सांसद मनोज तिवारी ने मौके पर पहुंचे।
दोपहर 1 बजे: पुलिस और फरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा मौके के मुआयने के बाद सभी शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए।
इन 12 सवालों के जवाब का इंतजार:
सवाल नंबर 1: ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर का दरवाजा खुला था। सामने के घर के CCTV में शनिवार रात 11:30 से सुबह के बीच घर में कोई आता-जाता नहीं दिखा?
सवाल नंबर 2: अगर सभी ने एक जगह खुदकुशी की, तो पहले वाले को मरता देख किसी अन्य को डर नहीं लगा?
सवाल नंबर 3: कुत्ता क्यों नहीं भौंका? घर का कुत्ता छत पर ठीक उसी ग्रिल में चेन से बंधा था, जिसके नीचे शव मिले।
सवाल नंबर 4: घर की सबसे बुजुर्ग महिला के गले पर निशान थे, अगर यह सामूहिक सूइसाइड का मामला है तो उनकी हत्या क्यों क्यों की गई?
सवाल नंबर 5: अगर यह सामूहिक सूइसाइड का मामला है तो घर के किसी सदस्य ने सूइसाइड नोट क्यों नहीं छोड़ा?
सवाल नंबर 6: रिश्तेदारों का कहना है कि परिवार में कुछ गड़बड़ नहीं थी। सबकुछ अच्छा था। फिर सूइसाइड की क्या वजह हो सकती है?
सवाल नंबर 7: मरने वालों में ज्यादातर के गले में चुन्नी बंधी हुई थी, जिनमें धार्मिक संदेश लिखे हुए थे, ऐसा क्यों?
सवाल नंबर 8: पुलिस का कहना है कि घर में कैश के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई, लिहाजा लूट के इरादे से हत्या की शंका नहीं होती। अगर हत्यारा बाहर से आया था तो वह पैसे साथ क्यों नहीं ले गया?
सवाल नंबर 9: अगर यह सूइसाइड का मामला है तो मृतकों के हाथ-पैर बंधे क्यों थे?
सवाल नंबर 10: बच्चों के शव भी लटके मिले, क्या बच्चे भी बिना आवाज किए सूइसाइड के लिए तैयार थे?
सवाल नंबर 11: बच्चों के शव जमीन को टच कर रहे थे। क्या उन्हें मारकर लटकाया गया था?
सवाल नंबर 12: आखिर बच्चों के चेहरे ढके क्यों थे?
उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रविवार को एक घर में 11 लोगों के शव मिलने की घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। जो शव मिले थे उनमें से दो बच्चों समेत परिवार के 10 लोग छत की ग्रिल से चुन्नियों के जरिए लटके मिले, जबकि घर की 78 वर्षीय बुजुर्ग महिला नारायणी देवी का शव दूसरे कमरे के फ्लोर पर मिला था। नारायणी देवी के गले पर कुछ निशान मिले थे, जो उनका गला दबाए जाने की ओर इशारा कर रहे थे। इसी को देखते हुए पुलिस ने गला घुटने से महिला की हत्या का मामला दर्ज किया। मृतकों के साथ किसी प्रकार की जोर-जबर्दस्ती की बात भी सामने नहीं आई है। इसके अलावा पुलिस इस मामले में तंत्र-मंत्र के ऐंगल से भी जांच कर रही है।
मृतकों के घर से मिले दो रजिस्टरों में लिखी बातें तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास की तरफ ही इशारा कर रही हैं। इन रजिस्टरों के पन्नों के साथ मृतकों की अंतिम स्थिति का मिलान किया जाए तो ऐसा लग रहा है कि शायद परिवार टोटकों में यकीन करता था। इस बीच संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम ब्रांच) आलोक कुमार ने बताया कि 11 मृतकों में 8 लोगों का पोस्टमॉर्टम पूरा हो गया है। दो लड़के, दो लड़कियों और उनकी माताओं के पोस्टमॉर्टम हो गए हैं। उन्होंने कहा, 'पोस्टमॉर्टम से पता चलता है कि मौत लटककर हुई है न कि गला घोटने से।' उन्होंने कहा कि गला घोटने या हाथापाई के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
ऐसे में कई उलझे सवालों के साथ इस घटना और घटना से जुड़े परिवार की गतिविधियों पर एक नजर:
17 जून: नारायणी देवी की नातिन की सगाई के मौके पर परिवार के लोग जमा हुए।
पढ़ें: पोस्टमॉर्टम में नहीं मिला कुछ खास, बाबा तक पहुंची जांच?
30 जून:
शाम के 8 बजे: अपनी प्लाइवुड की दुकान बंद करके इस परिवार के सदस्य भवनेश घर लौटे।
रात के 10 बजे: परिवार का दूसरे सदस्य अपना जनरल स्टोर बंद करके घर लौटे
रात के 11 बजे: नारायणी के छोटे बेटे ललित ने अपनी बहन सुजाता का हालचाल जानने के लिए उन्हें फोन किया।
1 जुलाई:
सुबह 7:15 बजे: पड़ोसी गुरुचरण सिंह इस परिवार की दोनों दुकानों को बंद देखकर उनके घर पर गए। गुरुचरण ने जब इस परिवार के कई लोगों को लटका हुआ देखा तो पुलिस को उस बारे में सूचना दी।
सुबह 7:30 बजे
पुलिस को PCR कॉल मिली और पुलिस मौके पर रवाना हुई
पढ़ें, बुराड़ी कांडः बहन बोलीं- तंत्र-मंत्र नहीं, हत्या है
दोपहर 12 बजे: सीएम अरविंद केजरीवाल और सांसद मनोज तिवारी ने मौके पर पहुंचे।
दोपहर 1 बजे: पुलिस और फरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा मौके के मुआयने के बाद सभी शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए।
इन 12 सवालों के जवाब का इंतजार:
सवाल नंबर 1: ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर का दरवाजा खुला था। सामने के घर के CCTV में शनिवार रात 11:30 से सुबह के बीच घर में कोई आता-जाता नहीं दिखा?
सवाल नंबर 2: अगर सभी ने एक जगह खुदकुशी की, तो पहले वाले को मरता देख किसी अन्य को डर नहीं लगा?
सवाल नंबर 3: कुत्ता क्यों नहीं भौंका? घर का कुत्ता छत पर ठीक उसी ग्रिल में चेन से बंधा था, जिसके नीचे शव मिले।
सवाल नंबर 4: घर की सबसे बुजुर्ग महिला के गले पर निशान थे, अगर यह सामूहिक सूइसाइड का मामला है तो उनकी हत्या क्यों क्यों की गई?
सवाल नंबर 5: अगर यह सामूहिक सूइसाइड का मामला है तो घर के किसी सदस्य ने सूइसाइड नोट क्यों नहीं छोड़ा?
सवाल नंबर 6: रिश्तेदारों का कहना है कि परिवार में कुछ गड़बड़ नहीं थी। सबकुछ अच्छा था। फिर सूइसाइड की क्या वजह हो सकती है?
सवाल नंबर 7: मरने वालों में ज्यादातर के गले में चुन्नी बंधी हुई थी, जिनमें धार्मिक संदेश लिखे हुए थे, ऐसा क्यों?
सवाल नंबर 8: पुलिस का कहना है कि घर में कैश के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई, लिहाजा लूट के इरादे से हत्या की शंका नहीं होती। अगर हत्यारा बाहर से आया था तो वह पैसे साथ क्यों नहीं ले गया?
सवाल नंबर 9: अगर यह सूइसाइड का मामला है तो मृतकों के हाथ-पैर बंधे क्यों थे?
सवाल नंबर 10: बच्चों के शव भी लटके मिले, क्या बच्चे भी बिना आवाज किए सूइसाइड के लिए तैयार थे?
सवाल नंबर 11: बच्चों के शव जमीन को टच कर रहे थे। क्या उन्हें मारकर लटकाया गया था?
सवाल नंबर 12: आखिर बच्चों के चेहरे ढके क्यों थे?
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