नई दिल्ली
नॉर्थ दिल्ली के बुराड़ी के संत नगर इलाके में एक ही परिवार के 11 लोगों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। पुलिस सामूहिक सूइसाइड या सामूहिक मर्डर, दोनों के ही ऐंगल से इस मामले की जांच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह परिवार मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला था। यह परिवार संत नगर में ग्रॉसरी शॉप और प्लाइवुड का बिजनस करता था। रविवार को रोज की तरह सुबह 6 बजे जब ग्रॉसरी की दुकान नहीं खुली तो शायद ही किसी को अंदाजा रहा होगा कि इस परिवार के 11 लोग कभी न जगने वाली नींद सो चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुबह करीब 7:30 बजे एक पड़ोसी परिवार को देखने के लिए गया। दरवाजा खुला पड़ा था और अंदर का मंजर भयानक था। पड़ोसी ने तत्काल पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस की तहकीकात जारी है और वारदात की सुराग के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। पुलिस के मुताबिक एक बुजुर्ग महिला अपने दो बेटों के 11 लोगों के परिवार के साथ करीब दो दशकों से यहीं रह रहीं थीं।
उनका एक तीसरा बेटा चित्तौड़गढ़ में रहता है। बुजुर्ग महिला की एक विधवा बेटी (58 साल) भी उनके साथ रहती थी। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा हुआ मिला, जबकि बाकी 10 मृतकों की आंखों पर पट्टी बंधी मिली और वे रेलिंग से लटके मिले। दिल्ली पुलिस के जॉइंट सीपी राजेश खुराना ने कहा कि मृतकों में 3 नाबालिग भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस हर ऐंगल से इस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने पूरे घर को सील कर दिया है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। बुजुर्ग महिला के परिवार में उनके दो बेटें, उनकी पत्नियां समेत कुल 11 लोग थे। दोनों लड़कों के नाम ललित और भुपी भाटिया हैं। बुजुर्ग महिला की बहुओं का नाम टीना और सविता भाटिया बताया जा रहा है। मृतकों में महिला की तीन नतिनी और और दो नाती भी शामिल हैं। बुजुर्ग महिला की बेटी का नाम बेबी बताया जा रहा है। इस पूरे परिवार ने अचानक मौत का रास्ता क्यों चुना या कहीं पूरे परिवार की हत्या तो नहीं कर दी गई? अभी इस मामले से पर्दा उठना बाकी है।
नॉर्थ दिल्ली के बुराड़ी के संत नगर इलाके में एक ही परिवार के 11 लोगों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। पुलिस सामूहिक सूइसाइड या सामूहिक मर्डर, दोनों के ही ऐंगल से इस मामले की जांच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह परिवार मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला था। यह परिवार संत नगर में ग्रॉसरी शॉप और प्लाइवुड का बिजनस करता था। रविवार को रोज की तरह सुबह 6 बजे जब ग्रॉसरी की दुकान नहीं खुली तो शायद ही किसी को अंदाजा रहा होगा कि इस परिवार के 11 लोग कभी न जगने वाली नींद सो चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुबह करीब 7:30 बजे एक पड़ोसी परिवार को देखने के लिए गया। दरवाजा खुला पड़ा था और अंदर का मंजर भयानक था। पड़ोसी ने तत्काल पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस की तहकीकात जारी है और वारदात की सुराग के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। पुलिस के मुताबिक एक बुजुर्ग महिला अपने दो बेटों के 11 लोगों के परिवार के साथ करीब दो दशकों से यहीं रह रहीं थीं।
उनका एक तीसरा बेटा चित्तौड़गढ़ में रहता है। बुजुर्ग महिला की एक विधवा बेटी (58 साल) भी उनके साथ रहती थी। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा हुआ मिला, जबकि बाकी 10 मृतकों की आंखों पर पट्टी बंधी मिली और वे रेलिंग से लटके मिले। दिल्ली पुलिस के जॉइंट सीपी राजेश खुराना ने कहा कि मृतकों में 3 नाबालिग भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस हर ऐंगल से इस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने पूरे घर को सील कर दिया है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। बुजुर्ग महिला के परिवार में उनके दो बेटें, उनकी पत्नियां समेत कुल 11 लोग थे। दोनों लड़कों के नाम ललित और भुपी भाटिया हैं। बुजुर्ग महिला की बहुओं का नाम टीना और सविता भाटिया बताया जा रहा है। मृतकों में महिला की तीन नतिनी और और दो नाती भी शामिल हैं। बुजुर्ग महिला की बेटी का नाम बेबी बताया जा रहा है। इस पूरे परिवार ने अचानक मौत का रास्ता क्यों चुना या कहीं पूरे परिवार की हत्या तो नहीं कर दी गई? अभी इस मामले से पर्दा उठना बाकी है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: एक ही घर में 11 शव: पड़ोसी ने देखा वह भयावह मंजर