Thursday, May 31, 2018

भाई की किडनैपिंग, फिरौती और 'M' का इशारा

नई दिल्ली
दिल्ली के नंदनगरी इलाके में एक 17 साल के किशोर को किडनैप करके उसके पिता से एक करोड़ की फिरौती मांगी गई और उसके बाद उसे नींद की गोलियां देकर हमेशा के लिए सुला दिया गया। लाश मुरादनगर की नहर में बहा दी। उसके बाद उसके घरवालों से फिरौती वसूलने की कोशिश करने लगे। उधर, किडनैपिंग की सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें सरगर्मी से (लेकिन पूरी गोपनियता के साथ) आरोपियों की तलाश में जुट गई। दिल्ली-यूपी में कई जगहों पर दिन-रात दबिश देकर चार आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। पूरी साजिश से पर्दा उठा, तो हर कोई दंग रह गया।

पूरी साजिश किशोर के चचेरे भाई ने रची थी। वह भी तब, जब चाचा उसकी कई बार फाइनैंशल मदद कर चुके थे। उसकी शादी के बाद काम-धंधा जमाने में भी सहायता करने को तैयार थे, लेकिन भतीजा उनका अहसानमंद होने के बजाए उनकी तरक्की से बैचेन रहने लगा। उसे लगता था कि चाचा के पास बहुत रुपये हैं। इसलिए साथियों की मदद से भाई का अपहरण करवाया। पहचाने जाने की वजह से उसी रात हत्या करवा दी।

मंगलवार शाम को हुआ अपहरण
अपहरण मंगलवार की शाम को हुआ था। खबर लिखे जाने तक मृत किशोर की नहर से लाश नहर से नहीं मिली थी। गोताखोर काम पर लगे हुए थे। किशोर 9वीं में पढ़ता था। परिवार में माता-पिता के अलावा एक भाई और एक बहन हैं। पिता का मनी एक्सचेंज और मोबाइल का बिजनस है। नंदनगरी बी-1 ब्लॉक में उसके पिता अपने तीन भाइयों के साथ एक ही बिल्डिंग में अलग-अलग फ्लोर पर रहते हैं। उनके परिवारों के बच्चे आपस में खेलते-कूदते बड़े हुए हैं। साजिशकर्ता उनके बड़े भाई का बेटा पंकज उर्फ बबलू है। उम्र लगभग 25 साल है। उसकी हाल में शादी हुई। बाकी आरोपी उसके दोस्त बताए जा रहे हैं, जिनमें एक मकैनिक है, बाकी आवारागर्द किस्म के हैं।

सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने मर्डर की साजिश को प्रफेशनल किडनैपर्स की तरह अंजाम दिया। पंकज के साथी (अन्य आरोपी) किशोर को मंगलवार शाम दिल्ली से बाहर मौज-मस्ती कराने के बहाने ले गए। हापुड़ में उसे बंधक बना लिया। उसके पिता से एक करोड़ की फिरौती मांगी। उनकी बेटे से फोन पर बात भी करवाई। इधर, पंकज घर में रहकर सारी गतिविधियों पर नजर रख रहा था। अपने साथियों से मोबाइल एसएमएस के जरिए कोडवर्ड में बात कर रहा था। जब फिरौती की कॉल से घर में तनाव पसर गया, तो रात में पंकज ने मोबाइल पर M लिखकर मेसेज किया, जिसके बाद किशोर को बंधक बनाकर रखने वाले अन्य आरोपियों ने उसे कोल्डड्रिंक पीने को दी। उसमें नींद की कई गोलियां मिली थीं। किशोर के बेसुध होने पर रात के समय नहर में डाल आए।

चूंकि, साजिश करने वाला घर का ही सदस्य था, इसलिए आरोपियों को घर से होने वाली हर गतिविधि की जानकारी मिल रही थी। पुलिस टीमों ने 24 घंटे के भीतर सभी आरोपियों को अरेस्ट तो कर लिया, लेकिन जब उनसे पूछताछ में पता चला कि उन्होंने किशोर की उसी रात हत्या करके शव नहर में बहा दिया, तो पुलिस को भी अफसोस रह गया। इस मामले में किसी पुलिस अधिकारी ने फिलहाल आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी देने से इनकार किया है।

रिश्ते का कत्ल हुआ है

घटना से नंदनगरी बी-1 ब्लॉक के लोग सन्न हैं। लोगों का कहना है कि इस केस में रिश्ते और विश्वास का भी कत्ल हुआ है। कॉलोनी में चर्चा थी कि आरोपी पंकज को कुछ दिन पहले ईस्ट दिल्ली में पुलिस ने सार्वजनिक स्थान पर शराब पीते पकड़ा था। तब उसके चाचा (मृतक के पिता) ही उसे पुलिस से छुड़ाकर लाए थे। तब चाचा ने लगभग 10 हजार रुपये खर्च किए थे। उससे पहले वह कई बार पंकज की फाइनैंशल मदद कर चुके थे। कॉलोनी में चर्चा थी कि पंकज शादी के बाद अलग फ्लैट लेना चाहता था। उसकी शादी आर्थिक तौर पर मजबूत परिवार में हुई थी, लेकिन वह खुद किसी काम-धंधे में जमा नहीं था।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: भाई की किडनैपिंग, फिरौती और 'M' का इशारा