नई दिल्ली
राजधानी की 1000 जगहों पर लोगों को मुफ्त वाई-फाई की सुविधा देने की दिल्ली सरकार की योजना खटाई में दिख रही है। ढाई महीने पहले ही आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने तीसरी सालगिरह पर सीएम अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में फ्री वाई-फाई और सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रॉजेक्ट को शुरू करने की घोषणा की थी। दोनों ही प्रॉजेक्ट का जिम्मा पीडब्ल्यूडी के पास है, लेकिन स्टाफ और एक्सपर्ट्स की कमी के चलते यह अभी लटका हुआ है। मौजूदा हालात देखकर लगता है कि इस प्रॉजेक्ट के शुरू होने में अभी और वक्त लगेगा।
बीते कुछ दिनों से ऐसी खबरें भी आ रही थीं कि पीडब्ल्यूडी ने वाई-फाई प्रॉजेक्ट से हाथ खींच लिए हैं, लेकिन अब अधिकारी कह रहे हैं कि उन्होंने किसी भी प्रॉजेक्ट को पूरा करने से इनकार नहीं किया है। अगर सरकार ही प्रॉजेक्ट को किसी और एजेंसी को देना चाहती है, तो यह फैसला भी सरकार को ही लेना होगा। पीडब्ल्यूडी के पास यह पावर नहीं है कि वह सरकार के किसी प्रॉजेक्ट पर काम करने से इनकार कर दे।
हालांकि, पीडब्ल्यूडी सूत्रों का कहना है कि विभाग के पास स्टाफ की भारी कमी है। वाई-फाई जैसे तकनीकी प्रॉजेक्ट पर पीडब्ल्यूडी ने कभी काम किया भी नहीं है। ऐसे में स्टाफ के साथ-साथ एक्सपर्ट्स की कमी भी आड़े आ रही है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि वाई-फाई प्रॉजेक्ट अब भी बहुत शुरुआती स्तर पर है। उसे आगे बढ़ाने में कोई खास काम नहीं हो पाया है।
राजधानी की 1000 जगहों पर लोगों को मुफ्त वाई-फाई की सुविधा देने की दिल्ली सरकार की योजना खटाई में दिख रही है। ढाई महीने पहले ही आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने तीसरी सालगिरह पर सीएम अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में फ्री वाई-फाई और सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रॉजेक्ट को शुरू करने की घोषणा की थी। दोनों ही प्रॉजेक्ट का जिम्मा पीडब्ल्यूडी के पास है, लेकिन स्टाफ और एक्सपर्ट्स की कमी के चलते यह अभी लटका हुआ है। मौजूदा हालात देखकर लगता है कि इस प्रॉजेक्ट के शुरू होने में अभी और वक्त लगेगा।
बीते कुछ दिनों से ऐसी खबरें भी आ रही थीं कि पीडब्ल्यूडी ने वाई-फाई प्रॉजेक्ट से हाथ खींच लिए हैं, लेकिन अब अधिकारी कह रहे हैं कि उन्होंने किसी भी प्रॉजेक्ट को पूरा करने से इनकार नहीं किया है। अगर सरकार ही प्रॉजेक्ट को किसी और एजेंसी को देना चाहती है, तो यह फैसला भी सरकार को ही लेना होगा। पीडब्ल्यूडी के पास यह पावर नहीं है कि वह सरकार के किसी प्रॉजेक्ट पर काम करने से इनकार कर दे।
हालांकि, पीडब्ल्यूडी सूत्रों का कहना है कि विभाग के पास स्टाफ की भारी कमी है। वाई-फाई जैसे तकनीकी प्रॉजेक्ट पर पीडब्ल्यूडी ने कभी काम किया भी नहीं है। ऐसे में स्टाफ के साथ-साथ एक्सपर्ट्स की कमी भी आड़े आ रही है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि वाई-फाई प्रॉजेक्ट अब भी बहुत शुरुआती स्तर पर है। उसे आगे बढ़ाने में कोई खास काम नहीं हो पाया है।
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