Sunday, February 4, 2018

बंद हुआ तिहाड़ जेल का रेस्तरां, जानें वजह

नई दिल्ली
तिहाड़ जेल के उस रेस्तरां को बंद कर दिया गया है, जिसमें लोगों को कैदियों द्वारा बनाया गया खाना खाने को मिलता था। यह रेस्तरां जेल रोड पर तिहाड़ हाट की एक साइड में था। बताया जाता है कि रेस्तरां को कैदियों को खाना बनाने की ट्रेनिंग दिलाए जाने के नाम पर चलाया जा रहा था, लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं हो रहा था। नियमों को ताक पर रखकर चलाए जाने की वजह से ही इसे बंद कर दिया गया।

तिहाड़ जेल के अडिशनल आईजी राजकुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि हमने इस रेस्तरां को बंद करा दिया है, लेकिन उन्होंने इसके कारणों का खुलासा नहीं किया। सूत्रों का कहना है कि असल में शुरू से ही यह रेस्तरां नियमों को ताक पर रखकर खोला गया। बताया जाता है कि रेस्तरां खोलने के लिए जिन संबंधित विभागों से जरूरी एनओसी लेनी होती हैं, इनमें से अधिकतर एनओसी इस रेस्तरां के पास नहीं थी।

दूसरे, बाद में रेस्तरां खोलने का यह आधार दिया गया कि यहां स्किल डिवेलपमेंट प्रोग्राम के तहत कैदियों को खाना बनाना सिखाया जाएगा ताकि जब वे जेल से रिहा हों तो बेरोजगार न रहें। लेकिन जेल के ही एक अधिकारी ने बताया कि इस रेस्तरां में वेज और नॉनवेज दोनों ही तरह का खाना बनाया जा रहा था। शुरुआत में जेल के कुछ अधिकारियों ने यहां नॉनवेज परोसे जाने का विरोध भी किया था, लेकिन उनकी नहीं मानी गई ओर रेस्तरां शुरू कर दिया गया।

तर्क यह भी दिया गया था कि यहां कैदियों को स्वादिष्ट खाना बनाए जाने की अच्छे शेफ से ट्रेनिंग दिलाई जाएगी, लेकिन यह तर्क भी बेतुका साबित हुआ। जेल अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में यह भी तय हुआ था कि रेस्तरां के प्रॉफिट का कुछ हिस्सा जेल में कैदियों के वेलफेयर के लिए जाएगा, लेकिन इस तरह का कोई प्रॉफिट जेल के खाते में जमा नहीं कराया जा रहा था। बताया जाता है कि इन तमाम बातों के संज्ञान में आने के बाद इस रेस्तरां को बंद करना ही उचित समझा गया।

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