नई दिल्ली
सीएम हाउस में दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ कथित बदसलूकी और मारपीट के मामले को लेकर पहले ही केजरीवाल सरकार और अफसरशाही के बीच ठनी हुई है और इसी बीच आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान का ऐसा बयान आया है जिससे मामला और तूल पकड़ सकता है। दिल्ली के उत्तमनगर इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए बालियान ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ किए गए सलूक को सही ठहराते हुए अधिकारियों को 'ठोकने' की बात कही।
भीड़ को संबोधित करते हुए नरेश बालियान ने कहा, 'जो चीफ सेक्रटरी के साथ हुआ, जो उन्होंने झूठा आरोप लगाया, मैं तो कह रहा हूं कि ऐसे अधिकारियों को ठोकना चाहिए। जो आम आदमी के काम रोक कर बैठे हैं, ऐसे अधिकारियों के साथ यही सलूक होना चाहिए।'
उधर, मारपीट के इस मामले में दो विधायकों की गिरफ्तारी के बाद जांच आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास को खंगाला गया। इस दौरान कई सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जब्त किए गए।
पढ़ें: मारपीट मामले में पुलिस ने खंगाला AK का आवास , क्या मिला?
पुलिस जांच में जो सबसे अहम बात सामने आई है वह है सीसीटीवी कैमरों का 40 मिनट पीछे होना। सीएम हाउस में मौजूद 21 में से महज 14 कैमरे चल रहे थे।
उधर, दिल्ली सरकार के साथ काम करने वाले आईएएस अफसरों की असोसिएशन ने पीएमओ में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह से मुलाकात की और कहा है कि दिल्ली सरकार उनसे धमकाकर काम करवाने की कोशिश करती है। इस मुलाकात के बाद जितेंद्र सिंह मीडिया के सामने आए। उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से अफसरों को भयमुक्त होकर काम करने को कहा गया है।
सीएम हाउस में दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ कथित बदसलूकी और मारपीट के मामले को लेकर पहले ही केजरीवाल सरकार और अफसरशाही के बीच ठनी हुई है और इसी बीच आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान का ऐसा बयान आया है जिससे मामला और तूल पकड़ सकता है। दिल्ली के उत्तमनगर इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए बालियान ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ किए गए सलूक को सही ठहराते हुए अधिकारियों को 'ठोकने' की बात कही।
भीड़ को संबोधित करते हुए नरेश बालियान ने कहा, 'जो चीफ सेक्रटरी के साथ हुआ, जो उन्होंने झूठा आरोप लगाया, मैं तो कह रहा हूं कि ऐसे अधिकारियों को ठोकना चाहिए। जो आम आदमी के काम रोक कर बैठे हैं, ऐसे अधिकारियों के साथ यही सलूक होना चाहिए।'
उधर, मारपीट के इस मामले में दो विधायकों की गिरफ्तारी के बाद जांच आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास को खंगाला गया। इस दौरान कई सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जब्त किए गए।
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पुलिस जांच में जो सबसे अहम बात सामने आई है वह है सीसीटीवी कैमरों का 40 मिनट पीछे होना। सीएम हाउस में मौजूद 21 में से महज 14 कैमरे चल रहे थे।
उधर, दिल्ली सरकार के साथ काम करने वाले आईएएस अफसरों की असोसिएशन ने पीएमओ में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह से मुलाकात की और कहा है कि दिल्ली सरकार उनसे धमकाकर काम करवाने की कोशिश करती है। इस मुलाकात के बाद जितेंद्र सिंह मीडिया के सामने आए। उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से अफसरों को भयमुक्त होकर काम करने को कहा गया है।
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