Thursday, February 15, 2018

25 स्कूलों में भरा फॉर्म, फिर भी नहीं आया नंबर


नई दिल्ली
नर्सरी एडमिशन की पहली लिस्ट जारी हो चुकी है। ज्यादातर पैरंट्स निराश हैं। 20 से 30 स्कूलों में अप्लाई करने के बावजूद कई बच्चों का नंबर नहीं आया है। कई स्कूलों की यह भी शिकायत है कि इन्होंने अपने पहली लिस्ट जारी ही नहीं की। पैरंट्स का कहना है कि यहां पता करने पर स्कूलों का कहना है कि एक-दो दिन में लिस्ट आ जाएगी।

एक जगह भी नंबर नहीं आया
साउथ दिल्ली में रहने वालीं अनामिका के लिए नर्सरी की पहली लिस्ट मुश्किल लेकर आई। उन्होंने 25 स्कूलों में अप्लाई किया मगर एक जगह भी नंबर नहीं आया। वह कहती हैं, नर्सरी मेरे लिए डरावना सपना बन गया है। आगे क्या होगा, समझ में नहीं आ रहा। अब मुझे दूसरी लिस्ट से भी उम्मीद नहीं है क्योंकि वेंटिंग में भी नंबर नहीं है।

वहीं, अशोक नगर में रहने वाले कृष्ण कुमार अपनी बेटी के लिए सीट ना पाने से इतने परेशान हैं कि एनसीआर के स्कूलों को सर्च करने की सोच रहे हैं। कृष्ण कहते हैं, मैं शुक्रवार से ही नोएडा के स्कूलों में सर्च करना शुरू करूंगा क्योंकि एक साल टाइम वेस्ट करना मुझे सही नहीं लगा रहा।

महारानी बाग में रहने वाली रश्मि और मनोज दुबे को भी फर्स्ट लिस्ट से कुछ नहीं मिला। रश्मि कहती हैं, 7 स्कूलों में अप्लाई किया मगर कहीं नाम नहीं आया। अब शायद हम पड़ोस के छोटे से स्कूल में ही बच्चे का एडमिशन करेंगे। पहली लिस्ट के साथ साथ वेटिंग लिस्ट भी इसी दिन निकाली जाएगी। इससे जुड़े सवालों के लिए 16 फरवरी से 20 फरवरी तक पैरंट्स स्कूलों और शिक्षा निदेशालय से सवाल कर सकते हैं या उलझन दूर करवा सकते हैं। इसके बाद कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट 28 फरवरी को जारी होगी।

लिस्ट रोकी
कुछ स्कूलों की लिस्ट नहीं आई है, तो कुछ की रोके जाने की भी खबर है। एपीजी स्कूल पीतमपुरा की पहली लिस्ट रोक दी गई है। स्कूल ने बताया कि शिक्षा निदेशालय के आदेश पर प्री-स्कूल का एडमिशन प्रोसेस कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया है। इस स्कूल की शिकायत पैरंट्स की ओर से की कई थी। एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम के फाउंडर सुमित वोहरा का कहना है कि इस स्कूल ने एडमिशन के लिए हाई कोर्ट से बैन क्राइटेरिया को लागू किया था, जिस पर हमने इसकी शिकायत की थी। हालांकि, शेख सराय और साकेत ब्रांच पर यह रोक नहीं लगाई गई है, जबकि वहां भी लगनी चाहिए।

पहली लिस्ट ने टेंशन की दूर
मयूर विहार में रहने वालीं जयंती नेगी और नरेंद्र सिंह नेगी के लिए गुरुवार को दिन खुशखबरी लेकर आया। पहली ही लिस्ट में उन्हें पसंदीदा और पड़ोस का स्कूल मिल गया। ईस्ट पॉइंट स्कूल, वसुंधरा स्कूल में उन्हें अपने बेटे संवित को नर्सरी में एडमिशन मिला है। परिवार के लिए लॉटरी में नंबर आना एक राहत की खबर रही। जयंती का कहना है कि पड़ोस के 5 स्कूलों में से हमें यह स्कूल आखिरकार मिल ही गया। स्कूल 7 से 10 मिनट की दूरी पर है। नर्सरी की भागादौड़ी में यह हमारे लिए सुकून है। एडमिशन का टेंशन दूर हुआ।

10 स्कूल! सबसे मिली निराशा
जामिया नगर में रहने वालीं निशा खान और उनके एडवोकेट पति चंगेज खान के लिए नर्सरी की पहली लिस्ट निराशा लेकर आई। निशा कहती हैं, हमारी एक ही बेटी है और हमने करीब 10 स्कूलों में अप्लाई किया था मगर वेटिंग लिस्ट तक में नाम नहीं आया। हमने डीपीएस मथुरा रोड, कैंब्रिज, सेंट एंथोनी समेत कई स्कूलों में अप्लाई किया था। बच्ची को गर्ल चाइल्ड के पॉइंट मिले थे, डिस्टेंस के भी मिले थे। कुछ स्कूलों ने फर्स्ट चाइल्ट के लिए ऐफिडेविट मांगा था तो वो भी लगाया मगर एडमिशन नहीं हुआ। अब मुझे समझ नहीं आ रहा है कि करें क्या क्योंकि बच्चे का एक साल बर्बाद हो जाएगा। नर्सरी की रेस इतनी मुश्किल हो गई है कि एजुकेशन हासिक करना ही मुश्किल हो गया है। हमारे लिए यह दिन बहुत निराशाजनक रहा।

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