नवीन निश्चल, नई दिल्ली
देवर और भाभी के बीच प्रॉपर्टी को लेकर उपजे विवाद ने धीरे-धीरे ऐसा खतरनाक मोड़ ले लिया कि दोनों एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए। आरोप है कि पहले भाभी ने देवर को मरवाने के लिए उस पर खूंखार तरीके से हमला करवा दिया। उसकी बॉडी पर नुकीले और धारदार हथियारों के गोदने के 50 जख्म आए। इनके इलाज के लिए 800 टांके लगाए गए, लेकिन देवर बच गया। आरोप के मुताबिक, अब एक साल बाद देवर ने मौका देखकर भाभी पर ही नहीं, भतीजे पर भी गोली चला दी। दोनों की जान चली गई। वह भाई को भी मारना चाहता था, लेकिन एएटीएस की टीम ने पहले ही उसे पकड़ लिया।
दरअसल, यह मामला दिल्ली के पालम एरिया का बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, प्रमोद जोशी नाम का यह शख्स पालम में रह रहा है। उसके अपनी भाभी दीपा के साथ मधुर संबंध थे लेकिन जब शादी के बाद उसका परिवार बढ़ गया तो एक प्रॉपर्टी का विवाद इस रिश्ते को जहरीला बनाता चला गया। छोटे से झगड़े से शुरू हुआ यह सिलसिला धीरे-धीरे इतने खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया कि दोनों एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए। आरोपी प्रमोद ने पुलिस को बताया कि पालम में एक बिल्डिंग को लेकर यह विवाद हुआ। अकसर भाभी से उसका झगड़ा होने लगा। जिस बिल्डिंग के सेकंड फ्लोर पर वह परिवार के साथ रहता था, उसी के फर्स्ट फ्लोर पर भाभी ने जबर्दस्ती कब्जा कर लिया। फरवरी 2017 में एक दिन प्रमोद पर चाकू से भयानक हमला हुआ।
उसके शरीर पर गले से लेकर पैर तक चाकू के 50 से ज्यादा जख्म आए। वह बच तो गया लेकिन जख्मों को ठीक करने में 800 से ज्यादा टांके आए। प्रमोद को शक था कि यह हमला उसकी भाभी ने कराया। आरोप है कि उसके बाद भी दीपा उसे मर्डर की धमकी देती रहती थी। आजिज आकर उसने भाभी, भाई और भतीजे को खत्म करने की ठान ली। 15 दिन पहले उसने बरेली से पिस्तौल खरीदी और वारदात वाले दिन दीपा और भतीजे ऋषि (17) को गोली मार दी और फरार हो गया। दोनों घायलों को नजदीक के हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के पालम थाना इलाके में हुए इसी डबल मर्डर से पुलिस में भी हड़कंप था। कई टीमें उसे तलाश रही थीं। द्वारका एटीएस को इस बीच सूचना मिली कि प्रमोद एक और मर्डर करने के लिए वहां आने वाला है। इंस्पेक्टर राज कुमार, सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र, सहायक सब इंस्पेक्टर संजय, रणधीर, हेड कॉन्स्टेबल विनोद, विजय, कॉन्स्टेबल रोहतास, संदीप, जगत की टीम ने ट्रैप करके उसे पकड़ लिया। डीसीपी सिबेश सिंह के अनुसार, आरोपी से वह पिस्तौल बरामद कर ली गई है जिससे उसने हत्या की थी।
देवर और भाभी के बीच प्रॉपर्टी को लेकर उपजे विवाद ने धीरे-धीरे ऐसा खतरनाक मोड़ ले लिया कि दोनों एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए। आरोप है कि पहले भाभी ने देवर को मरवाने के लिए उस पर खूंखार तरीके से हमला करवा दिया। उसकी बॉडी पर नुकीले और धारदार हथियारों के गोदने के 50 जख्म आए। इनके इलाज के लिए 800 टांके लगाए गए, लेकिन देवर बच गया। आरोप के मुताबिक, अब एक साल बाद देवर ने मौका देखकर भाभी पर ही नहीं, भतीजे पर भी गोली चला दी। दोनों की जान चली गई। वह भाई को भी मारना चाहता था, लेकिन एएटीएस की टीम ने पहले ही उसे पकड़ लिया।
दरअसल, यह मामला दिल्ली के पालम एरिया का बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, प्रमोद जोशी नाम का यह शख्स पालम में रह रहा है। उसके अपनी भाभी दीपा के साथ मधुर संबंध थे लेकिन जब शादी के बाद उसका परिवार बढ़ गया तो एक प्रॉपर्टी का विवाद इस रिश्ते को जहरीला बनाता चला गया। छोटे से झगड़े से शुरू हुआ यह सिलसिला धीरे-धीरे इतने खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया कि दोनों एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए। आरोपी प्रमोद ने पुलिस को बताया कि पालम में एक बिल्डिंग को लेकर यह विवाद हुआ। अकसर भाभी से उसका झगड़ा होने लगा। जिस बिल्डिंग के सेकंड फ्लोर पर वह परिवार के साथ रहता था, उसी के फर्स्ट फ्लोर पर भाभी ने जबर्दस्ती कब्जा कर लिया। फरवरी 2017 में एक दिन प्रमोद पर चाकू से भयानक हमला हुआ।
उसके शरीर पर गले से लेकर पैर तक चाकू के 50 से ज्यादा जख्म आए। वह बच तो गया लेकिन जख्मों को ठीक करने में 800 से ज्यादा टांके आए। प्रमोद को शक था कि यह हमला उसकी भाभी ने कराया। आरोप है कि उसके बाद भी दीपा उसे मर्डर की धमकी देती रहती थी। आजिज आकर उसने भाभी, भाई और भतीजे को खत्म करने की ठान ली। 15 दिन पहले उसने बरेली से पिस्तौल खरीदी और वारदात वाले दिन दीपा और भतीजे ऋषि (17) को गोली मार दी और फरार हो गया। दोनों घायलों को नजदीक के हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के पालम थाना इलाके में हुए इसी डबल मर्डर से पुलिस में भी हड़कंप था। कई टीमें उसे तलाश रही थीं। द्वारका एटीएस को इस बीच सूचना मिली कि प्रमोद एक और मर्डर करने के लिए वहां आने वाला है। इंस्पेक्टर राज कुमार, सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र, सहायक सब इंस्पेक्टर संजय, रणधीर, हेड कॉन्स्टेबल विनोद, विजय, कॉन्स्टेबल रोहतास, संदीप, जगत की टीम ने ट्रैप करके उसे पकड़ लिया। डीसीपी सिबेश सिंह के अनुसार, आरोपी से वह पिस्तौल बरामद कर ली गई है जिससे उसने हत्या की थी।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: 800 टांकों का 1 साल बाद कत्ल से लिया बदला