नई दिल्ली
नरेला, बवाना क्षेत्र में बढ़ते इंडस्ट्रियल प्रदूषण पर ईपीसीए की सख्ती के बाद अब डीपीसीसी ने इन इंडस्ट्रीज पर कार्रवाई शुरू कर दी है। नरेला, बवाना, बादली क्षेत्र में चल रही 1000 से अधिक इंडस्ट्रीज को नोटिस जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि ये वे इंडस्ट्रीज हैं, जो तय मानकों का खुलेआम उल्लंघन करती हैं।
डीपीसीसी के मुताबिक इस क्षेत्र में 12,000 से अधिक इंडस्ट्रियल यूनिट हैं। इनमें से कई अब भी प्रतिबंधित पेट कोक और फर्नेस ऑइल का इस्तेमाल कर रही हैं। इसके अलावा ये अपने वेस्ट को खुले में जला रही हैं, जिसकी वजह से आसपास का कई किलोमीटर क्षेत्र प्रदूषित हो रहा है। डीपीसीसी की एक टीम इस पूरे क्षेत्र में लगातार जांच कर रही है। इसके आधार पर ही रिपोर्ट तैयार कर इंडस्ट्रीज को नोटिस जारी किया जा रहा है।
डीपीसीसी के अनुसार करीब 1000 इंडस्ट्रीज को वैकल्पिक फ्यूल और इंडस्ट्रियल वेस्ट जलाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं तो 100 से अधिक इंडस्ट्रीज को जेनरेटर के इस्तेमाल के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। ये इंडस्ट्रीज प्रतिबंध के बावजूद डीजल जेनरेटरों से चल रही हैं। पहले ही दिल्ली की इंडस्ट्रीज को 15 मार्च तक पीएनजी में परिवर्तित होने का अल्टीमेटम दिया जा चुका है। एक अधिकारी के अनुसार यदि ये इंडस्ट्रीज 15 मार्च तक पीएनजी को नहीं अपनाती तो इन्हें सील करने की कार्रवाई शुरू होगी।
नरेला, बवाना क्षेत्र में बढ़ते इंडस्ट्रियल प्रदूषण पर ईपीसीए की सख्ती के बाद अब डीपीसीसी ने इन इंडस्ट्रीज पर कार्रवाई शुरू कर दी है। नरेला, बवाना, बादली क्षेत्र में चल रही 1000 से अधिक इंडस्ट्रीज को नोटिस जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि ये वे इंडस्ट्रीज हैं, जो तय मानकों का खुलेआम उल्लंघन करती हैं।
डीपीसीसी के मुताबिक इस क्षेत्र में 12,000 से अधिक इंडस्ट्रियल यूनिट हैं। इनमें से कई अब भी प्रतिबंधित पेट कोक और फर्नेस ऑइल का इस्तेमाल कर रही हैं। इसके अलावा ये अपने वेस्ट को खुले में जला रही हैं, जिसकी वजह से आसपास का कई किलोमीटर क्षेत्र प्रदूषित हो रहा है। डीपीसीसी की एक टीम इस पूरे क्षेत्र में लगातार जांच कर रही है। इसके आधार पर ही रिपोर्ट तैयार कर इंडस्ट्रीज को नोटिस जारी किया जा रहा है।
डीपीसीसी के अनुसार करीब 1000 इंडस्ट्रीज को वैकल्पिक फ्यूल और इंडस्ट्रियल वेस्ट जलाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं तो 100 से अधिक इंडस्ट्रीज को जेनरेटर के इस्तेमाल के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। ये इंडस्ट्रीज प्रतिबंध के बावजूद डीजल जेनरेटरों से चल रही हैं। पहले ही दिल्ली की इंडस्ट्रीज को 15 मार्च तक पीएनजी में परिवर्तित होने का अल्टीमेटम दिया जा चुका है। एक अधिकारी के अनुसार यदि ये इंडस्ट्रीज 15 मार्च तक पीएनजी को नहीं अपनाती तो इन्हें सील करने की कार्रवाई शुरू होगी।
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Read more: पलूशन: 1000 से अधिक इंडस्ट्रीज को नोटिस