Friday, December 1, 2017

विश्वास से संवाद करने वालों पर रहेगी केजरी गुट की नजर

प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के पांचवें स्थापना दिवस के बाद से ही कुमार विश्वास और केजरीवाल खेमे के बीच का विवाद खुल कर सामने आ गया है। खासतौर से कुमार विश्वास द्वारा ट्वीट किए गए उस पोस्टर के बाद से, जिसमें कुमार विश्वास के पीछे अरविंद केजरीवाल का चेहरा छिपा हुआ है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि रविवार को कुमार विश्वास ने जो संवाद सम्मेलन रखा है, केजरीवाल गुट उसके पक्ष में तो नहीं है, लेकिन उसे रोकना भी नहीं चाहता। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कुमार विश्वास द्वारा बुलाए गए इस कार्यक्रम में जो भी भाग लेगा, वह केजरीवाल गुट के रडार पर होगा। उन्हें चिन्हित कर केजरीवाल गुट समय आने पर उन पर कार्रवाई करेगा।

'आप' सूत्रों के अनुसार 26 नवंबर को रामलीला मैदान में कुमार विश्वास के संबोधन के समय से ही केजरीवाल गुट में असंतोष व नाराजगी का माहौल है। रही सही कसर कुमार द्वारा ट्वीट किए गए पोस्टर ने पूरी कर दी। अब कुमार के विरोधियों ने यह तय किया है कि जो भी 3 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेगा, उस पर पूरी तरह से निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा जो कोई भी बात रखते हुए पार्टी की लीडरशिप के खिलाफ शिकायत करेगा या फिर उसकी रणनीति पर सवाल खड़ा करेगा उसे चिन्हित कर लिया जाएगा। शायद यही कारण है कि जो विधायक एमसीडी चुनाव के बाद खुलकर कुमार विश्वास के समर्थन में आए थे, अब उनमें से एकाध को छोड़ बाकी सब इस संवाद सम्मेलन से दूर ही रहने वाले हैं।

सूत्रों का कहना है कि पोस्टर विवाद के बाद से ही कुमार विरोधी खेमे के कुछ लोगों ने इस कार्यक्रम को न होने देने की बात रखी थी लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोका गया क्योंकि इससे कुमार की छवि बेहतर होगी।

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