Friday, December 1, 2017

महीनों बाद भी मूवर्स & पैकर्स ने नहीं पहुंचाया सामान

नई दिल्ली
एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत प्रभात पाल का चार महीने पहले दिल्ली से पुणे ट्रांसफर हुआ था लेकिन उनका घर-गृहस्थी का सामान आज तक पुणे नहीं पहुंचा है। उनका सामान ट्रांसपॉर्ट कंपनी ने हड़प लिया। प्रभात कितने तनाव में होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

दरअसल, एक मूवर्स ऐंड पैकर्स कंपनी ने सामान पहुंचाने के लिए उनसे साढ़े 12 हजार फीस ली। 7 दिन में सारा सामान दिल्ली से पुणे पहुंचाने का वायदा किया फिर एक-दो दिन में सामान पहुंचाने का आश्वासन देकर महीनों टालते रहे।

जब पुलिस में शिकायत की चेतावनी दी गई तो बोले, 'ऐसी गलती मत करना, सारा सामान बीच रास्ते से गायब हो जाएगा। हम पर 70 शिकायतें पहले से दर्ज हैं, एक और दर्ज होने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। दिल्ली से लेकर पुणे तक की पुलिस हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती।'

'शायद पुलिस को लेकर सही कहा था'
प्रभात को जब यकीन हो गया कि उनका सामान नहीं मिलने वाला, वह 'फ्रॉड' के शिकार हुए हैं, तब उन्होंने साउथ दिल्ली के फतेहपुर बेरी थाने में शिकायत दी। अब उन्हें यह अहसास भी हुआ कि फ्रॉड ट्रांसपॉर्ट कंपनी ने उनसे सही ही कहा था कि उन्हें पुलिस में शिकायत से कोई फर्क नहीं पड़ता।

प्रभात का कहना है कि फतेहपुर बेरी थाने में शिकायत दिए दो महीने बीतने को हैं, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को सामान हड़पने की धारा (आईपीसी 407) में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि शिकायत पर जांच जारी थी। प्राथमिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर केस दर्ज कर लिया है।

प्रभात का कहना है कि वह दिल्ली के सुल्तानपुर इलाके में रहते थे। 16 जुलाई को अपना घरेलू सामान सुमित पैकर्स नामक कंपनी से पुणे भिजवाया था। उनके बारे में जस्ट डायल (कॉल सेंटर) से जानकारी मिली थी। ट्रांसपॉर्ट कंपनी ने उनसे खुद ही संपर्क करके ऑर्डर लिया था। बतौर फीस 500 रुपये अडवांस और बाकी के 12 हजार ऑनलाइन बैंक अकाउंट में जमा करवाए थे।

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